यह फिल्म ACUVUE® कॉन्टैक्ट लेंस इस्तेमाल करने वाले अलग-अलग लोगों की जिंदगी दिखाती है, जिसमें रचनात्मक आजादी की तलाश का उनका सफर दिखाया गया है। इससे युवा पीढ़ी और मिलेनियल दर्शकों को आगे बढ़ते रहने और कोशिश जारी रखने का हौसला मिलता है। इसमें दिखता है कि ACUVUE® कैसे उपभोक्ताओं को अपना असली व्यक्तित्व पहचानकर हिम्मतवर बनाना चाहता है। लोकप्रिय गीत ‘इन आंखों की मस्ती’ का नए और अनूठे ढंग से किया गया इस्तेमाल इस फिल्म को सम्मोहक बनाता है और इसके संदेश को बेहतरीन बैकग्राउंड भी देता है। ACUVUE® कॉन्टैक्ट लेंस साफ नजर प्रदान करने के लिए बनाए गए हैं, जो आराम भी देते हैं तथा दबकर रहने के बजाय बाहर जाकर हद से गुजर जाने का हौसला भी देते हैं।
जॉनसन एंड जॉनसन विजन में विजन केयर इंडिया के बिजनेस यूनिट डायरेक्टर टाइनी सेनगुप्ता इस पेशकश के बारे में कहते हैं, “जॉनसन एंड जॉनसन विजन में हमारा उद्देश्य भारत के युवाओं को कॉन्टैक्ट लेंस के जरिये दुनिया को देखने का हिम्मत भरा नया नजरिया देना है, जो उनकी शख्सियत के हरेक पहलू को पूरा बनाता है। यह देखकर हमें खुशी होती है कि ये लेंस हमारे उपभोक्ताओं की जिंदगी के हिस्से बन गए हैं और कॉन्टैक्ट लेंस के इस्तेमाल से जुड़े भ्रम तथा हिचक दूर कर रहे हैं। ACUVUE® दुनिया भर में कॉन्टैक्ट लेंस का सबसे अधिक बिकने वाला ब्रांड है* और इस कैंपेन के जरिये हम अधिक से अधिक लोगों को हिम्मत के साथ दुनिया का सामना करने के लिए उत्साहित करना चाहते हैं। भारत में अब भी कॉन्टैक्ट लेंस का इस्तेमाल काफी कम है। हमारा मकसद है कि अधिक से अधिक लोग हमारे लेंस आजमाएं, उन्हें पहनने में होने वाली आसानी तथा आराम को समझें और उनसे मिलने वाले आत्मविश्वास के आदी बन जाएं! हमारा लक्ष्य भारत में कॉन्टैक्ट लेंस की पैठ बढ़ाना और इस श्रेणी में नए यूजर लाना तथा साथ में आंखों के स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाना है।”
आंखों की नियमित जांच की अहमियत समझाते हुए जॉनसन एंड जॉनसन विजन में विजन केयर इंडिया के नेत्र विशेषज्ञ तथा कंसल्टेंट – प्रोफेशनल एजूकेशन एंड डेवलपमेंट अशोक पांडियन कहते हैं, “आंखें सेहतमंद बनी रहें, इसके लिए आंखों के विशेषज्ञ के पास जाकर नियमित रूप से आंखों की जांच कराना जरूरी है। आजकल यह ज्यादा जरूरी है क्योंकि वर्क फ्रॉम होम के दौर में स्क्रीन देखते रहने का हमारा समय काफी बढ़ गया है। ध्यान रहे कि कॉन्टैक्ट लेंस से नजर तो बेहतर होती ही है, व्यक्तित्व भी बेहतर दिखता है। इससे काम, आराम और खेलों के साथ जीवन का हरेक पहलू बेहतर हो सकता है। साथ में आत्मविश्वास तो बढ़ता ही है। इसके अलावा कॉन्टैक्ट लेंस के इस्तेमाल के बारे में कई भ्रम हैं। इसलिए यदि आप इन लेंस को आजमाने की सोच रहे हैं तो सबसे पहले आपको आंखों के विशेषज्ञ से मिलना चाहिए, जो आपको बता सकते हैं कि आपकी आंखों और आपकी जीवनशैली के हिसाब से सबसे सटीक कॉन्टैक्ट लेंस कौन से हैं।”
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