नई दिल्ली : सूर्या रौशनी लिमिटेड ने 31 मार्च 2022 को समाप्त तिमाही और वित्तीय वर्ष के लिए अंकेक्षित (ऑडिटेड) वित्तीय नतीजों की घोषणा कर दी है। सूर्या रौशनी लिमिटेड भारत की ईआरडब्ल्यू पाइप्स की सबसे बड़ी निर्यातक और ईआरडब्ल्यू जीआई पाइप की सबसे बड़ी उत्पादक और सबसे बड़ी लाइटिंग कंपनियों में से एक है। वित्त वर्ष 22 की चौथी तिमाही की मुख्य झलकियां राजस्व में शानदार 34% का इजाफा, बी2सी और बी2बी के सभी कारोबारी डिविजन में चौथी तिमाही के दौरान जबरदस्त वृद्धि।
वित्त लागत में कमी और मूल्य वर्द्धित उत्पादों के स्वस्थ मिश्रण की वजह से कर बाद मुनाफा में 41% की वृद्धि। आरओसीई में सालाना 580 आधार अंकों का सुधार, 17.8% से बढ़कर 23.6% हुआ। आओई में सालाना आधार पर 450 आधार अंकों का सुधार, 17.5% से बढ़कर 22.0% हुआ।
वित्त वर्ष 22 के मुख्य सालाना आंकड़ें वित्त वर्ष 21 के 5,561 करोड़ रुपये के मुकाबले वित्त वर्ष 22 में 7,731 करोड़ रुपये का राजस्व, 39% की मजबूत वृद्धि।नकद लाभ वित्त वर्ष 21 के 314 करोड़ रुपये के मुकाबले 23% बढ़कर 385 करोड़ रुपये।कर पश्चात लाभ वित्त वर्ष 21 के 158 करोड़ रुपये के मुकाबले वित्त वर्ष 22 में 29% के इजाफे के साथ बढ़कर 205 करोड़ रुपये। अगर भीषण महंगाई की वजह से सभी कारोबार लागत कीमत के कारण प्रभावित नहीं हुए होते तो यह मुनाफा और अधिक होता ।ऊँची लागत कीमत को समायोजित करने के लिए कई बार कीमतों में इजाफे का फैसला।विवेकपूर्ण वित्तीय कुशाग्रता से प्रेरित नकद रूपांतरण चक्र सकारात्मक बना रहा। वित्त वर्ष 21 में 73 दिनों की तुलना में वित्त वर्ष 22 में कार्यशील पूंजी दिवस घटकर 58 दिन हो गए।
बी2सी, बी2बी, निर्यात और उच्च इस्पात कीमतों, विशेषकर एच आर कॉइल की कीमतों के कारण सभी विभागों के राजस्व में 39% का स्वस्थ इजाफा।सभी कारोबारी विभागों में वृद्धि और एपीआई और स्पाइरल पाइप्स, वास्तविक उपयोगकर्ताओं और निर्यात सहित मूल्य वर्धित उत्पादों और बाजारों में उच्च वृद्धि के कारण वित्त वर्ष 22 की चौथी तिमाही में वॉल्यूम या मात्रा में 13% वृद्धि।वित्त वर्ष 21 के 4,251 करोड़ रुपये के मुकाबले वित्त वर्ष 22 की चौथी तिमाही में ईबीआइटीडीए/एमटी बढ़कर 5,605 करोड़ रुपये। मौजूदा भूराजनैतिक संघर्षों की वजह से आपूर्ति श्रृंखला पर कोई बड़ा प्रभाव नहीं। मूल्य वर्धित उत्पादों के बारे में स्थिर पूछताछ के साथ मजबूत ऑर्डर प्रवाह।कंपनी को 608.6 करोड़ रुपये (जीएसटी सहित) मूल्य के 3 एलपीई एपीआई कोटेड पाइपों का अभी तक का सर्वोच्च एकल ऑर्डर प्राप्त हुआ है। कुल ऑर्डर बुक अब 1,000 करोड़ रुपये से अधिक है।
वित्त वर्ष 22 के सालाना आँकड़ों की एक झलकवित्त वर्ष 21 के 4,328 करोड़ रुपये के मुकाबले वित्त वर्ष 22 की चौथी तिमाही में 48% के इजाफे के साथ राजस्व बढ़कर 6,402 करोड़ रुपये हुआ।मूल्य वर्द्धित उत्पादों के बेहतर उत्पाद मिश्रण के कारण वित्त वर्, 22 में ईबीआइटीडीए/एमटी सालाना आधार पर 3,525 करोड़ रुपये से बढ़कर 4,648 करोड़ रुपये। एपीआई व घुमावदार पाइप और निर्यात की मात्रा क्रमश: 62% और 25% रही।वर्ष के दौरान स्टील की कीमतों में तेज वृद्धि के बावजूद, बेहतर कार्यशील पूंजी प्रबंधन ने कार्यशील पूंजी के उपयोग में सुधार किया। पूरे वर्ष के आधार पर, कार्यशील पूंजी दिवसों को 71 दिनों से घटकर 55 दिन रह गया है। डीएफटी प्रौद्योगिकी के साथ बड़े व्यास वाली सेक्शन पाइप केंद्र की शुरुआत :
अप्रैल 2022 के मध्य में ग्वालियर में डायरेक्ट फॉर्मिंग टेक्नोलॉजी (डीएफटी) के साथ लार्ज-डायस सेक्शन या बड़े व्यास वाली पाइप सुविधा शुरू की गई, जिससे नई उत्पाद श्रेणियों की 36,000 एमटीपीए की क्षमता भी जुड़ गई है।कंपनी को घरेलू और निर्यात बाजारों में अपनी उपस्थिति में और सुधार करने में सक्षम बनाएगा। वित्त वर्ष 22 की चौथी तिमाही में बी2सी और बी2बी के सभी कारोबारी प्रभागों में तिमाही और सालाना आधार पर वृद्धि देखी गई।सालाना आधार पर एलईडी लाइटिंग राजस्व में 23% की वृद्धि। वॉल्यूम वृद्धि के साथ-साथ एलईडी बैटन और डाउन-लाइटर्स जैसे मूल्य वर्धित उत्पादों की हिस्सेदारी में सुधार हुआ।ईबीआइटीडीए मार्जिन में तिमाही आधार पर सुधार देखा गया, हालांकि कच्चे माल की कीमतों और इनपुट लागतों में निरंतर महंगाई के दबाव के कारण सामग्री लागत में 10% तक की वृद्धि के कारण पिछले वर्ष से कम हो गया।कंपनी ने सक्रिय रूप से बढ़ी हुई इनपुट लागत को आंशिक रूप से कम करने के लिए कई बार मूल्यों में इजाफा किया।
एलईडी लाइटिंग में वित्त वर्ष 22 के दौरान बी2सी और बी2बी दोनों में वृद्धि के साथ 18% की मजबूत राजस्व वृद्धि देखी गई।मूल्य वर्धित उत्पादों की उच्च वृद्धि के साथ उपभोक्ता लाइटिंग में 16% की वृद्धि हुई।प्रोफेशनल लाइटिंग में ऑर्डर के लगातार प्रवाह के साथ राजस्व में 10% की वृद्धि।एलईडी लाइटिंग बल्ब बदलने की लागत में व्यापक कमी दर्ज।पारंपरिक लाइटिंग में 11% की गिरावट देखी गई। मौजूदा गर्मी के मौसम में टिकाऊ उपभोक्ता प्रभाग में अच्छा सुधार हुआ है, जो पहले कमोडिटी की ऊंची कीमतों से प्रभावित था। वर्ष के दौरान इनपुट लागत विशेष रूप से तेल, प्राकृतिक गैस और कमोडिटी की कीमतों में अभूतपूर्व वृद्धि देखी गई है। आंशिक मूल्य वृद्धि के साथ वर्ष के दौरान एबिटा मार्जिन प्रभावित रहा।
सूर्या ने टीवी विज्ञापनों, प्रिंट और डिजिटल मीडिया के माध्यम से आक्रामक विज्ञापन और मार्केटिंग अभियानों के साथ वर्ष की शुरुआत की। संग्रह पर केंद्रित दृष्टिकोण और माध्यम वित्तपोषण के उच्च उपयोग और वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला चुनौतियों के प्रबंधन के साथ वित्त वर्ष 22 में कार्यशील पूंजी के दिनों में सुधार हुआ और यह वित्त वर्ष 21 के 77 दिनों से कम होकर 73 दिनों पर आ गया।
परिणामों पर टिप्पणी करते हुए कंपनी के प्रबंध निदेशक राजू बिस्टा ने कहा कि, “हमें कंपनी के लिए अब तक के सबसे अधिक राजस्व के बारे में जानकारी देते हुए खुशी हो रही है, जिसने 1 बिलियन डॉलर के राजस्व की उपलब्धि हासिल की है। मैं इस अभूतपूर्व उपलब्धि का श्रेय अपनी टीम के अथक प्रयासों और नई खोज, उत्पाद और बाजार के विकास, प्रीमियमीकरण और मजबूत ब्रांड इक्विटी पर जोर को देना चाहता हूँ। वित्त वर्ष 22 के लिए राजस्व में 39% की वृद्धि हुई, जो स्टील पाइप्स, लाइटिंग और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में मूल्य वर्धित उत्पादों की बढ़ती हिस्सेदारी द्वारा संचालित एक स्वस्थ उत्पाद मिश्रण की वजह से संभव हुआ। यह शानदार प्रदर्शन कई बाधाओं के बावजूद बेहतर मिश्रण और स्वस्थ लाभप्रदता के साथ परिचालन उत्कृष्टता को दर्शाता है।
कंपनी ने अब सभी दीर्घकालिक ऋणों का भुगतान कर दिया और अब वह एक दीर्घकालिक ऋण मुक्त कंपनी बन गई है। कंपनी के पास केवल अल्पकालिक कार्यशील पूंजी ऋण है, जिसे कंपनी आने वाली तिमाहियों में और अनुकूलित करने की योजना बना रही है। कंपनी के स्टील पाइप्स एंड स्ट्रिप्स और लाइटिंग एंड कंज्यूमर ड्यूरेबल्स व्यवसाय अब लाभप्रदता, ऋण सेवा और विकास के लिए निवेश के मामले में स्वतंत्र और आत्मनिर्भर हैं, जिसके परिणामस्वरूप राजस्व और लाभप्रदता में निरंतर वृद्धि हुई है, साथ ही क्रेडिट रेटिंग में भी अपग्रेड हुआ है।
स्टील पाइप्स और स्ट्रिप्स में कंपनी ने चौथी तिमाही में 39% और वित्त वर्ष 22 में 48% की राजस्व वृद्धि दर्ज की, जबकि चौथी तिमाही और वित्त वर्ष 22 में कर बाद मुनाफे में क्रमश: 84% और 63% का स्वस्थ इजाफा हुआ। प्राप्तियों में सुधार स्टील की ऊंची कीमतों और मार्जिन समर्थित एपीआई पाइप्स और निर्यात की लगातार बढ़ी हुई हिस्सेदारी से प्रेरित था। प्रीमियम उत्पादों और संयंत्रों के भौगोलिक विविधीकरण पर कंपनी के ध्यान केंद्रित किेए जाने ने अच्छी भूमिका निभाई,, जिससे लाभ मार्जिन में सुधार हुआ है। हाल ही में उद्घाटित बड़े व्यास वाली डीएफटी विनिर्माण संयंत्र से मार्जिन प्रोफाइल में और वृद्धि होने की उम्मीद है। कंपनी मूल्य वर्धित उत्पादों और निर्यात के राजस्व हिस्सेदारी को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करना जारी रखेगी।
लाइटिंग और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में कंपनी के लेड लाइटिंग राजस्व में चौथी तिमाही में 23% और वित्त वर्ष 22 में 18% की वृद्धि दर्ज की गई। एलईडी बैटन और एलईडी डाउन-लाइटर्स पर विशेष ध्यान देने के साथ नए युग की उत्पाद लाइनों की गति जोर पकड़ रही है, जिसमें क्रमशः 50% और 100% का वॉल्यूम ग्रोथ दर्ज किया गया। हम बाजार की जरूरतों के अनुसार प्रीमियम उत्पाद लॉन्च करना जारी रखते हैं। देश भर में भीषण गर्मी के कारण कंपनी पंखा सेगमेंट में अच्छी गति देख रही है। वर्ष के दौरान, कंपनी ने उच्च वस्तुओं की कीमतों और अन्य इनपुट लागतों के प्रभाव को आंशिक रूप से कम करने के लिए कई बार मूल्य में वृद्धि की है। हम प्रीमियम उत्पादों और स्मार्ट लाइटिंग की बढ़ती हिस्सेदारी के माध्यम से उत्पाद मिश्रण में सुधार करके लाभ मार्जिन बढ़ाने पर केंद्रित हैं। सेल्सफोर्स ऑटोमेशन (एसएफए) जैसी पहलें सभी क्षेत्रों में शुरू की गई हैं और इसने उत्पादकता बढ़ाने में योगदान देना शुरू कर दिया है और साथ ही प्रतिस्थापन लागत को कम करने के लिए केंद्रित दृष्टिकोण ने अच्छी तरह से काम किया है। कंपनी ने आधुनिक, अभिनव और स्टाइलिश ब्रांड में बदलने के लिए विज्ञापन और ब्रांडिंग गतिविधियों को तेज कर दिया है।
पूछताछ के मामलों में इजाफा हुआ और कंपनी प्रोफेशनल लाइटिंग में कई स्मार्ट लाइटिंग परियोजनाओं में भाग लेने पर ध्यान केंद्रित करना जारी रखेगी। कंपनी ने अर्द्ध-शहरी और शहरी वितरण नेटवर्क को भी मजबूत किया, जो अब उद्योग में सबसे बड़े में से एक है।सेगमेंट में मूल्य वर्धित उत्पादों का बढ़ता मिश्रण, मजबूत बैलेंस शीट, मजबूत मूल्य प्रस्ताव और लागत युक्तिकरण समेत कंपनी कई उत्प्रेरक देख रही है । यह बेहतर आर्थिक गतिविधियों के साथ मिलकर आने वाली तिमाहियों में विकास को गति देने की उम्मीद है।कंपनी ने भारत भूषण सिंघल को मुख्य वित्तीय अधिकारी (सीएफओ) की जिम्मेदारी दी है, जो पिछले 26 सालों सीनियर वाइस प्रेसिडेंट और कंपनी सचिव के रूप में कार्य करते रहे हैं। वह एक योग्य पेशेवर, चार्टर्ड एकाउंटेंट, कंपनी सचिव और लागत लेखाकार हैं और उन्होंने वर्षों से विभिन्न रणनीतिक पहलों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और कंपनी की प्रणाली और प्रक्रियाओं से अच्छी तरह वाकिफ हैं। मैं सिंघल को उनकी नई भूमिका के लिए बधाई देता हूँ और आगे बढ़ते हुए लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए उनके साथ मिलकर काम करने की आशा करता हूँ।
कंपनी के प्रबंध निदेशक विनय सूर्या ने कहा कि, "कंपनी ने वित्त वर्ष 22 के बेहतर परिणाम दिए हैं, जिसमें राजस्व और मुनाफे में मजबूत सुधार हुआ है। एक्सपोर्ट्स, एपीआई कोटेड पाइप्स और स्पाइरल पाइप्स के लिए मजबूत ऑर्डर बुक आने वाली तिमाहियों में मुनाफा मार्जिन में सुधार के साथ स्टील पाइप्स और स्ट्रिप्स बिजनेस में उच्च राजस्व वृद्धि को बढ़ावा देने की उम्मीद है। इसे ग्वालियर में डायरेक्ट फॉर्मिंग टेक्नोलॉजी (डीएफटी) के साथ हाल ही में शुरू की गई बड़े व्यास वाले सेक्शन पाइप निर्माण सुविधा द्वारा समर्थित किया जाएगा, जो कंपनी को घरेलू और निर्यात बाजारों में उत्पाद मिश्रण को और बेहतर बनाने में सक्षम बनाता है। कंपनी ने इस सुविधा के लिए ऑर्डर लेना पहले ही शुरू कर दिया है और उम्मीद है कि इस वर्ष में ही पूर्ण उपयोग स्तर तक पहुंच जाएगा।’’ लाइटिंग और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में, एलईडी बैटन, डाउनलाइटर्स और स्मार्ट लाइटिंग जैसे नए युग के उत्पादों ने वित्त वर्ष 22 में विकास को गति दी हैं। कंपनी ने उन सभी सेगमेंट में नए नए लॉन्च पर ध्यान केंद्रित करना जारी रखा, जिन्हें बाजार में अच्छी तरह से स्वीकार किया गया है। कंपनी ने ब्रांड इक्विटी को मजबूत करने के लिए कई विज्ञापन और ब्रांडिंग अभियान भी तेज किए हैं। इन पहलों से आने वाली तिमाहियों में विकास को गति मिलने की उम्मीद है।
कंपनी के शेयरधारकों को पुरस्कृत करने के लिए, बोर्ड ने आगामी एजीएम में शेयरधारकों की मंजूरी के अधीन वर्ष 2021-22 के लिए चुकता इक्विटी पूंजी पर 4 रुपये (40%) प्रति इक्विटी शेयर के लाभांश की सिफारिश की है। वित्तीय विवेक, पेशेवर प्रबंधन, स्वस्थ बैलेंस शीट और लागत अनुकूलन के परिणामस्वरूप मजबूत नकदी संग्रह और बेहतर कार्यशील पूंजी चक्र का निर्माण हुआ है। कंपनी अपने दीर्घकालिक दृष्टिकोण को प्राप्त करने के लिए अच्छी स्थिति में है।" वित्तीय प्रदर्शन पर टिप्पणी करते हुए सीएफओ भारत भूषण सिंघल ने कहा, "वर्ष के लिए, राजस्व, ईबीआइटीडीए और कर पश्चात लाभ में सालाना आधार पर क्रमशः 39%, 17% और 29% की वृद्धि हुई। पूरे वर्ष के लिए राजस्व 5,561 करोड़ रुपये की तुलना में 7,731 करोड़ रुपये रहा। ईबीआइटीडीए और कर पश्चात लाभ 384 करोड़ रुपये और 158 करोड़ रुपये के मुकाबले क्रमश: 449 करोड़ रुपये और 205 करोड़ रुपये रहा।
स्टील पाइप्स और स्ट्रिप्स में वित्त वर्ष 22 की चौथी तिमाही में कंपनी के राजस्व में सालाना 39% की राजस्व वृद्धि हुई। इसी तरह, ईबीआइटीडीए/एमटी 4,251 करोड़ रुपये के मुकाबले 5,605 करोड़ रुपये रहा। वित्त वर्ष 22 के लिए राजस्व सालाना आधार पर 48% बढ़कर 6,402 करोड़ रुपये हो गया, जबकि एबिटा/एमटी सालाना आधार पर 3,525 करोड़ रुपये के मुकाले 4,648 करोड़ रुपये रहा। लाइटिंग और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में तिमाही के लिए राजस्व 356 करोड़ रुपये के मुकाबले 404 करोड़ रुपये रहा। वहीं ईबीआइटीडीए और कर पुर्व लाभ क्रमश: 34 करोड़ रुपये और 25 करोड़ रुपये रहा। पूरे वर्ष के लिए, राजस्व 1,240 करोड़ रुपये के मुकाबले 1,333 करोड़ रुपये रहा। एबिटा और कर सहित मुनाफा क्रमशः 106 करोड़ रुपये और 72 करोड़ रुपये रहा। पूरे वर्ष के आधार पर, हमने 137 करोड़ के ऋण को कम किया है, जिससे मार्च 2021 में इक्विटी अनुपात में ऋण को 0.52x से घटाकर मार्च 2022 में 0.37x करने में मदद मिली। आरओसीई वित्त वर्ष 21 के 12.7% के मुकाबले 350 आधार अंक सुधकर वित्त वर्ष 22 में 16.2% हो गया।
सूर्या रौशनी लिमिटेड के विषय में
1973 में अपनी स्थापना के बाद से, सूर्या रौशनी एक ऐसे संगठन में तब्दील हो गया है जिसने अपने लाइटिंग और टिकाऊ उपभोक्ता व्यवसाय को विकसित किया है और स्टील पाइप्स और स्ट्रिप्स व्यवसाय में एक मजबूत गढ़ को बनाया है। कंपनी ने 1973 में स्टील ट्यूब के निर्माण के साथ शुरुआत की, फिर 1984 में लाइटिंग, 2010 में पीवीसी पाइप और 2014-15 में उपभोक्ता टिकाऊ जैसे पंखे और घरेलू उपकरणों में विविधता ला दी। कंपनी का स्टील पाइप और स्ट्रिप्स व्यवसाय उत्पादों की एक विस्तृत श्रृंखला का निर्माण करता है और भारत में जीआई पाइप का सबसे बड़ा निर्माता होने के साथ ईआरडब्ल्यू पाइप्स का सबसे बड़ा निर्यातक है। 2018 में 3एलपीई कोटिंग सुविधा इकाई (मुख्य रूप से तेल और गैस और सीजीडी क्षेत्र के लिए) की स्थापना के साथ व्यवसाय को और मजबूत किया गया है,
जबकि भारत में सबसे बड़ी प्रकाश कंपनियों में से एक होने के नाते, प्रकाश व्यवसाय पारंपरिक से आधुनिक एलईडी प्रकाश व्यवस्था की एक श्रृंखला का निर्माण करता है। वहीं उपभोक्ता टिकाऊ व्यवसाय विभिन्न प्रकार के पंखे और घरेलू उपकरणों को मुहैया कराता है। 'सूर्या' ब्रांड और 'प्रकाश सूर्य' की भारत में चार दशकों से अधिक समय से मजबूत उपस्थिति है। यह अपने दोनों व्यवसायों यानी स्टील पाइप्स और स्ट्रिप्स और लाइटिंग और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में व्यापक डीलर नेटवर्क के साथ पूरे भारत में मजबूत उपस्थिति का लाभ उठाता है।