◆ देश-दुनिया के उच्च स्तरीय वक्ताओं, सरकार के मंत्रियों, व्यापार जगत के प्रमुखों और उद्यमियों से जानकारी हासिल होग◆ स्वच्छ पर्यावरण और डिजिटल परिवर्तन में स्वीडन की अहम भूमिका के सा उद्योग क्षेत्रों और व्यापार एवं नवाचार के प्रतिस्पर्धी परिवेश का योगदान जानने का अवस◆ प्रगतिशील व्यापार परिवेश और वैश्विक विकास में तेजी के तरीकों के साथ व्यापार की स्थापना, विस्तार, नवाचार, सहयोग और निवेश पर पैनी नज ◆ उद्योग जगत के साथियों, संभावित भागीदारों, अनुसंधान एवं विकास और नवाचार संस्थानों, स्वीडिश व्यवसायों और सरकारी अधिकारियों से संपर्क का अवसर
नई दिल्ली : स्वीडन के स्टॉकहोम स्थित ग्रैंड होटल में 20 और 21 जून को आयोजित ज्वाइन स्वीडन समिट में शामिल होने के लिए स्वीडन की सरकार ने व्यापार जगत प्रमुखों और अहम् निर्णय लेने वालों को आमंत्रित किया है। यह विशिष्ट आयोजन डिजिटल परिवर्तन और स्वच्छ पर्यावरण को बढ़ावा देने के लिए नवाचार सहयोग संभावनाओं पर केंद्रित होगा। आयोजन हाइब्रिड मोड में होगा, जिसमें आमने-सामने बात करने के साथ-साथ अधिक से अधिक संख्या में लोगों को ऑनलाइन शामिल करने के लिए इसका सीधा प्रसारण भी होगा। पूरी दुनिया की सैकड़ों कंपनियों के प्रतिनिधि, थिंक टैंक और उद्योग प्रमुख इससे जुड़ेंगे। स्टॉकहोम के इस शिखर सम्मेलन में लगभग 150 विदेशी और 100 स्वीडिश मेहमान आएंगे, जबकि डिजिटल प्रसारण सभी के लिए खुला है जो स्वीडन में व्यापार परिदृश्य के बारे में अधिक जानने के इच्छुक हैं।
शिखर सम्मेलन में शिक्षा, राजनीति, उद्योग और नवाचार के क्षेत्र में अग्रणी लोग एकजुट हो कर विचारों का आदान-प्रदान करेंगे और स्वीडन में निवेश की संभावना और व्यावसायिक अवसरों को जानेंगे। यह पूरी दुनिया के गेम चेंजरों के लिए स्वीडिश उद्योग प्रमुखों, सरकार के मंत्रियों और अधिकारियों, संभावित भागीदारों और राष्ट्रीय और क्षेत्रीय स्तरों पर कार्यरत अनुसंधान और नवाचार संस्थानों से जुड़ने का मंच होगा।
दो दिवसीय कार्यक्रम का थीम ‘पायनियर द पॉसिबल’ बहुत व्यापक है। इसमें स्वच्छ पर्यावरण और डिजिटल परिवर्तन के क्षेत्र में स्वीडन के व्यापार समुदाय की प्रतिस्पर्धी क्षमता को प्रमुखता से दिखाया जाएगा। विभिन्न सत्रों में स्वीडिश सरकार के मंत्रालयों के साथ नेटवर्किंग के अवसर और उद्योग विशेष से संवाद शामिल होंगे। पहले दिन मुख्य रूप से दो महत्वपूर्ण सत्र होंगे: ‘ज्वाइन स्वीडन टू ग्रो वर्ल्ड लीडिंग कम्पनीज़’ और ‘ज्वाइन स्वीडन टू लीड द ग्रीन ट्रांजिशन’। दूसरे दिन के पांच प्रभाग होंगे जो सस्टेनेबल प्रोडक्शन के लिए औद्योगिक परिवर्तन; सस्टेनेबल बैटरी वैल्यू चेन के लिए सहयोग; सुरक्षित, सस्टेनेबल और स्वचालित परिवहन; चिकित्सा का भविष्य - संपर्कित और सटीक स्वास्थ्य सेवा पर जोर देंगे।
शिखर सम्मेलन के बारे में भारत में स्वीडन के राजदूत क्लास मोलिन ने कहा,‘‘स्वीडन सस्टेनेबल ग्रोथ के सभी अहम् पहलुओं - परिवहन, स्वच्छ ऊर्जा और स्मार्ट मैन्युफैक्चरिंग के लिए आवश्यक स्वच्छ पर्यावरण और डिजिटल परिवर्तन में सबसे आगे है। भारत से हमारे द्विपक्षीय संबंध में भी नवाचार और सस्टेनेबिलिटी मुख्य घटक रहे हैं। ज्वाइन स्वीडन समिट को मैं दोनों देशों में नई साझेदारी और सस्टेनेबल ग्रोथ के लिए नए निवेश को बढ़ावा देने का बहुत ही सामयिक अवसर के रूप में देखता हूं। स्वीडन दुनिया के सबसे इनोवेटिव देशों में से एक है और आने वाले कल के स्मार्ट और सस्टेनेबल समाज को आकार देने वाले सिस्टम-वाइड सॉल्यूशन में अग्रणी रहा है। हम पूरी दुनिया के व्यवसाय जगत का स्वागत् करते हैं कि स्वीडन आएं, स्वीडन में व्यापार के लिएं सहयोग और खुलापन की परंपरा का लाभ उठायें।’’
इस आयोजन में यूनाइटेड किंगडम, फ्रांस, जर्मनी, संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा, चीन, भारत, जापान, दक्षिण कोरिया, ताइवान और ऑस्ट्रेलिया जैसे 11 प्रमुख बाजारों के गणमान्य लोग भाग लेने के लिए आमंत्रित हैं। इसका उद्देश्य नए स्वच्छ पर्यावरण औद्योगिक युग के लिए आवश्यक सहयोग को सुदृढ़ बनाना है। इसलिए पूरी दुनिया के कई महत्वपूर्ण संगठन के प्रतिभागी बतौर मुख्य वक्ता मौजूद होंगे। साथ ही, आमंत्रितों की सूची में शामिल होंगे विभिन्न क्षेत्रों (जैसे ऑटोमोबाइल, स्वास्थ्य और चिकित्सा, प्रौद्योगिकी और नवाचार) के व्यापार प्रमुख और उद्योग प्रतिनिधि। इनमें कुछ खास नाम हैं वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम, सैंडविक कोरोमेंट, वोल्वो, टेक महिंद्रा, ओवाको, गूगल, फाइजर, ब्लूमबर्ग फिलैंथ्रॉपीज़, रिन्यूसेल और हिताची एनर्जी, नॉर्थवोल्ट और वोक्सवैगन।
आयोजन के मुख्य वक्ताओं में खास तौर से उल्लेखनीय हैं एना हॉलबर्ग, विदेश व्यापार और नॉर्डिक कार्य मंत्री; कार्ल-पीटर थोरवाल्डसन, व्यापार, उद्योग और नवाचार मंत्री; एना एकस्ट्रॉम, शिक्षा मंत्री; लीफ जोहानसन, अध्यक्ष, एस्ट्राजेनेका; रॉबर्ट फाल्क, सीईओ, एनराइड; एरियल पोराट, वीपी यूरोप, सीमेंस एनर्जी; पिया सैंडविक, सीईओ, राइज़; ओले-पीटर ओटरसन, प्रिंसिपल, करोलिंस्का इंस्टिट्यूट इंटरनेशनल कंपनी (टीबीसी) और अन्य।
भारतीय कंपनियों के लिए आयोजन को अहम् बताते हुए भारत में स्वीडन की व्यापार आयुक्त सेसिलिया ऑस्करसन ने कहा, ‘‘आज अधिकतर भारतीय सीईओ प्रतिस्पर्धा में बढ़त दिलाने में सस्टेनेबलिटी और डिजिटलीकरण की अहम् भूमिका मानते हैं जैसा कि ईवाई सीईओ सर्वे 2022 से जाहिर है। भारत भी 2070 तक कार्बन न्यूट्रल बनने को वचनबद्ध है। इसके लिए सस्टेनेबल प्रौद्योगिकियों में भारी निवेश चाहिए। स्वीडन ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स 2021 के अनुसार दुनिया का दूसरा सबसे इनोवेटिव देश है। इसलिए यह भारतीय कंपनियों के परिवर्तन से जुड़े लक्ष्य पूरे करने के लिए आवश्यक प्रौद्योगिकियों और नवाचारों का एक प्रमुख स्रोत है। साथ ही, नॉर्डिक देश जिनका 1.7 ट्रिलियन अमरीकी डालर का संयुक्त सकल घरेलू उत्पाद है आज भारतीय कंपनियों को व्यवसाय बढ़ाने का बड़ा अवसर देते हैं। कई प्रमुख भारतीय कम्पनियां जैसे एचसीएल टेक्नोलॉजीज, टीसीएस, विप्रो, आदित्य बिड़ला समूह, टेक महिंद्रा, भारत फोर्ज और कल्पतरु पावर ट्रांसमिशन आदि पहले ही स्वीडन में उल्लेखनीय निवेश कर चुकी हैं।’’
आयोजन में भागीदारी निःशुल्क है। साथ ही, मेहमानों को शिखर सम्मेलन के दौरान और बाद में भी उनकी मांग पर सेशन और व्यक्तिगत बैठकें करने की सुविधा दी जाएगी। स्वीडन इस तरह की पहल कर पूरे उद्योग जगत में स्वच्छ परिवर्तन का ब्लूप्रिंट तैयार कर रहा है और आयोजन में आप देखेंगे कि स्वीडन स्वच्छ परिवर्तन और डिजिटलीकरण के लिए क्यों एक स्प्रिंगबोर्ड का काम करेगा। आज वैश्विक चुनौतियों के समाधान के लिए संयुक्त प्रतिबद्धता और घनिष्ठ सहयोग आवश्यक है। स्वच्छ पर्यावरण के इस सफर में यह बड़ा कदम ‘ज्वाइन स्वीडन समिट’ अंतर्राष्ट्रीय कंपनियों को विचार साझा करने और परस्पर लक्ष्यों को साकार करने का मंच देगा।
इस आयोजन में यूनाइटेड किंगडम, फ्रांस, जर्मनी, संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा, चीन, भारत, जापान, दक्षिण कोरिया, ताइवान और ऑस्ट्रेलिया जैसे 11 प्रमुख बाजारों के गणमान्य लोग भाग लेने के लिए आमंत्रित हैं। इसका उद्देश्य नए स्वच्छ पर्यावरण औद्योगिक युग के लिए आवश्यक सहयोग को सुदृढ़ बनाना है। इसलिए पूरी दुनिया के कई महत्वपूर्ण संगठन के प्रतिभागी बतौर मुख्य वक्ता मौजूद होंगे। साथ ही, आमंत्रितों की सूची में शामिल होंगे विभिन्न क्षेत्रों (जैसे ऑटोमोबाइल, स्वास्थ्य और चिकित्सा, प्रौद्योगिकी और नवाचार) के व्यापार प्रमुख और उद्योग प्रतिनिधि। इनमें कुछ खास नाम हैं वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम, सैंडविक कोरोमेंट, वोल्वो, टेक महिंद्रा, ओवाको, गूगल, फाइजर, ब्लूमबर्ग फिलैंथ्रॉपीज़, रिन्यूसेल और हिताची एनर्जी, नॉर्थवोल्ट और वोक्सवैगन।
आयोजन के मुख्य वक्ताओं में खास तौर से उल्लेखनीय हैं एना हॉलबर्ग, विदेश व्यापार और नॉर्डिक कार्य मंत्री; कार्ल-पीटर थोरवाल्डसन, व्यापार, उद्योग और नवाचार मंत्री; एना एकस्ट्रॉम, शिक्षा मंत्री; लीफ जोहानसन, अध्यक्ष, एस्ट्राजेनेका; रॉबर्ट फाल्क, सीईओ, एनराइड; एरियल पोराट, वीपी यूरोप, सीमेंस एनर्जी; पिया सैंडविक, सीईओ, राइज़; ओले-पीटर ओटरसन, प्रिंसिपल, करोलिंस्का इंस्टिट्यूट इंटरनेशनल कंपनी (टीबीसी) और अन्य।
भारतीय कंपनियों के लिए आयोजन को अहम् बताते हुए भारत में स्वीडन की व्यापार आयुक्त सेसिलिया ऑस्करसन ने कहा, ‘‘आज अधिकतर भारतीय सीईओ प्रतिस्पर्धा में बढ़त दिलाने में सस्टेनेबलिटी और डिजिटलीकरण की अहम् भूमिका मानते हैं जैसा कि ईवाई सीईओ सर्वे 2022 से जाहिर है। भारत भी 2070 तक कार्बन न्यूट्रल बनने को वचनबद्ध है। इसके लिए सस्टेनेबल प्रौद्योगिकियों में भारी निवेश चाहिए। स्वीडन ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स 2021 के अनुसार दुनिया का दूसरा सबसे इनोवेटिव देश है। इसलिए यह भारतीय कंपनियों के परिवर्तन से जुड़े लक्ष्य पूरे करने के लिए आवश्यक प्रौद्योगिकियों और नवाचारों का एक प्रमुख स्रोत है। साथ ही, नॉर्डिक देश जिनका 1.7 ट्रिलियन अमरीकी डालर का संयुक्त सकल घरेलू उत्पाद है आज भारतीय कंपनियों को व्यवसाय बढ़ाने का बड़ा अवसर देते हैं। कई प्रमुख भारतीय कम्पनियां जैसे एचसीएल टेक्नोलॉजीज, टीसीएस, विप्रो, आदित्य बिड़ला समूह, टेक महिंद्रा, भारत फोर्ज और कल्पतरु पावर ट्रांसमिशन आदि पहले ही स्वीडन में उल्लेखनीय निवेश कर चुकी हैं।’’
आयोजन में भागीदारी निःशुल्क है। साथ ही, मेहमानों को शिखर सम्मेलन के दौरान और बाद में भी उनकी मांग पर सेशन और व्यक्तिगत बैठकें करने की सुविधा दी जाएगी। स्वीडन इस तरह की पहल कर पूरे उद्योग जगत में स्वच्छ परिवर्तन का ब्लूप्रिंट तैयार कर रहा है और आयोजन में आप देखेंगे कि स्वीडन स्वच्छ परिवर्तन और डिजिटलीकरण के लिए क्यों एक स्प्रिंगबोर्ड का काम करेगा। आज वैश्विक चुनौतियों के समाधान के लिए संयुक्त प्रतिबद्धता और घनिष्ठ सहयोग आवश्यक है। स्वच्छ पर्यावरण के इस सफर में यह बड़ा कदम ‘ज्वाइन स्वीडन समिट’ अंतर्राष्ट्रीय कंपनियों को विचार साझा करने और परस्पर लक्ष्यों को साकार करने का मंच देगा।
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