इस कैम्पेन में उन मुश्किलों को दिखाया गया है, जिन्हें पार करके बूस्ट के स्टेमिना स्टार्स वहां तक पहुंचे हैं, जहां वो आज खड़े हैं। इस ब्रांड ने नए खिलाड़ियों के स्टेमिना के अद्वितीय सफर का चित्रण किया है, जैसे रुतुराज ने अंगूठे की चोट के बाद वापसी करके सभी लोगों को अचंभित कर दिया है। खेल का सही मैदान न मिल पाने जैसी मुश्किल के बाद भी यशस्वी और उमरान हतोत्साहित नहीं हुए और हर रोज प्रैक्टिस करते रहे। उन्होंने अनुशासन के साथ प्रशिक्षण प्राप्त किया, मुश्किलों का सामना किया और पारंपरिक तरीकों को छोड़कर अपने सपनों का पीछा किया। जहां आवेश ने क्रिकेट के स्टेडियम तक आने के लिए 25 किलोमीटर तक साईकल चलाई, वहीं साई किशोर ने अपने तकनीकी कौशल से स्थानीय गलियों और स्टंप्स पर हलचल मचा दी।
इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के दौरान लॉन्च होने वाले इस कैम्पेन के द्वारा, बूस्ट क्रिकेट के सबसे बड़े परफॉर्मर्स के साथ ‘स्टेमिना स्टार्स’ को सम्मानित करना चाहता है। यह 360-डिग्री कैम्पेन टेलीविज़न, सोशल एवं डिजिटल मीडिया पर चलेगा और यह कैम्पेन माईंडशेयर ने तैयार किया है। कृष्णन सुंदरम, वाईस प्रेसिडेंट, न्यूट्रिशन कैटेगरी, एचयूएल ने कहा, ‘‘बूस्ट ने हमेशा से लिंग या पृष्ठभूमि से तटस्थ रहते हुए उभरते हुए खिलाड़ियों की आवाज बनने का प्रयास किया है। किसी भी अन्य खेल की तरह ही क्रिकेट में भी अंत में जीत के लिए कड़ी मेहनत, धैर्य, और स्टेमिना की जरूरत होती है। इस कैम्पेन के साथ, हम दुनिया को बताना चाहते हैं कि इस गेम में जो दिखाई देता है, उसके अलावा भी जानने के लिए बहुत कुछ है।’’
अजय मेहता, सीनियर वाईस प्रेसिडेंट - माईंडशेयर कंटेंट$ एवं पार्टनरशिप्स ने कहा, ‘‘आईपीएल सदैव से भारत में क्रिकेट की सबसे मशहूर प्रतिभाओं के विकास की भूमि रहा है। बूस्ट सदैव से शीर्ष क्रिकेटरों के साथ जुड़ा रहा और उनकी स्टेमिना की कहानियों को जीवंत करता रहा। इस साल हम इन युवाओं को सम्मानित करना चाहते थे, जिन्होंने अपनी पृष्ठभूमि और जहां से वो आए हैं, उससे तटस्थ रहते हुए इस बड़े मंच पर सफलता हासिल की। किसी भी अन्य पिच की भांति ही, हम साबित करना चाहते थे कि जब आप एक बार मैदान में आ जाते हैं, तो सबसे ज्यादा महत्व स्टेमिना का होता है! ये सभी फिल्में उनके दृढ़ निश्चय, साहस और स्टेमिना की कहानियों को जीवंत करती हैं!’’
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