जयपुर, राजस्थान स्थापना दिवस सेलिब्रेशन के तहत नई दिल्ली स्थित बीकानेर हाउस के चांदनी बाग पर पारम्परिक चंग नृत्य की रंगारंग प्रस्तुति ने प्रवासी राजस्थानियों का मन मोह लिया। राजस्थान फांउडेशन और राजस्थान स्टूडियो की ओर से आयोजित इस सांस्कृतिक आयोजन में राजस्थान के शेखावाटी क्षेत्र के प्रसिद्ध लोक गायक कलाकार गणेश खिची और साथी कलाकारों ने धमाकेदार प्रस्तुति दे कर शाम को कृष्णमय बना दिया। बांसुरी की मधुर तान पर चंग की लयबद्ध ताल पर जब कलाकारों ने नृत्य आरम्भ किया तो सभी उपस्थित ऑनग्रांउड एवं ऑनलाईन कलाप्रेमी गाने एवं झुमने लगे। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर राजस्थान सरकार की उद्योग मंत्री श्रीमती शकुंतला रावत शामिल हुई। कार्यक्रम के दौरान प्रिंसिपल रेजिडेंट कमिश्नर राजस्थान, नई दिल्ली, श्रीमती शुभ्रा सिंह और राजस्थान फांउडेशन के कमिश्नर, श्री धीरज श्रीवास्तव के अतिरिक्त राजस्थान स्टूडियो एवं रूफटॉप ऐप्प के सीईओ एवं फाउंडर, श्री कार्तिक गग्गर तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण भी उपस्थित थे।
इस अवसर पर उद्योग मंत्री श्रीमती शकुंतला रावत ने राजस्थान दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि राजस्थान वीरों, मीरा बाई, तपस्वियों और पन्ना धाय जैसी वीरांगनाओं की धरती है। उन्होंने सभी प्रवासी राजस्थानियों का प्रदेश में आने का निमंत्रण दिया और कहा ही राजस्थान की हवेलियां, महल देखते ही बनते हैं। राजस्थान के लोगों की वाणी मीठी है। इस प्रदेश का कल्चर बेहद लुभावना है।
इससे पूर्व राजस्थान फांउडेशन के कमिश्नर, श्री धीरज श्रीवास्तव ने राजस्थान दिवस पर प्रवासी राजस्थानियों के लिए मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत का शुभकामना सन्देश भी पढ़ कर सुनाया। कार्यक्रम के दौरान श्री कार्तिक गग्गर ने चंग प्रस्तुति के बारे में जानकारी दी। इसके अतिरिक्त राजस्थान सरकार के पर्यटन मंत्री, श्री विश्वेन्द्र सिंह का राजस्थान दिवस पर बधाई विडियो सन्देश भी प्रसारित किया गया।
चंग नृत्य में प्रस्तुत डिवोशनल गीतों में - रंग मत डारे रे सांवरिया म्हारो गूजर मारे रे, घर मत आजे काना सास बुरी छः नन्दूली नादान म्हाने बोल्या मारे रे, नैना नीचा करले श्याम से मिलावेली काई रे नैना नीचा करले, चार तो चंगा की टोल्या बाजारां में बाजे रै, चालो देखण ने बाई सा थारो बीरो नाचौ रै, ढप बाज्यों रे श्याम अलबेल्या को ढप बाज्यारे, आदि गीत शामिल थे। गणेश खिची के साथ गायन में सिमरन सिंह ने संगत दी। अन्य साथी कलाकारों में चंग प्लेयर नवरंग सिंह शेखावत, जुगल सिंह एवं नरेंद्र सोनी शामिल थे जबकि ऑक्टोपैड पर हेमंत जुथारिया, ढ़ोलक पर जगदीश राव और दीपक चौहान ने कीबोर्ड पर संगत दी।
इससे पूर्व डॉ कमल एस. सक्सेना की राजस्थान को भारत के बाजरे के कटोरे के रूप में आधारित प्रेजेन्टेशन ‘हरे घास की रोटी‘ भी पेश किया गया। कार्यक्रम का समापन गाज़ी खान द्वारा प्रस्तुत धमाकेदार डेजर्ट सिम्फनी के साथ हुआ। उल्लेखनीय है कि राजस्थान स्टूडियो द्वारा राजस्थान फाउंडेशन के साथ मिलकर बीकानेर हाउस में प्रवासी राजस्थानियों के लिए पपेट वर्कशॉप का शानदार आयोजन किया गया था।
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