Halloween Costume ideas 2015
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0 इरफ़ान राही 0

राजस्थान (जयपुर) में चैम्पियनशिप का आयोजन किया गया, जिसमें कोच आफताब सैफी ने बताया जयपुर में हुई 33 वीं राष्ट्रीय प्रतियोगिता जीत कुने डो चैंपियनशिप में, गाजियाबाद की इंटरनेशनल मार्शल अकैडमी से 5 बच्चों ने प्रतिभाग किया,

जिसमें दिल्ली शिव विहार से सोनी गोल्ड मैडल, दिल्ली शाहदरा बलवीर नगर से दिया अग्रवाल सिल्वर मैडल व यश अग्गरवाल गोल्ड मैडल , लोनी गाजियाबाद से तानिया गोल्ड मैडल व बागपत से मानव ने गोल्ड मैडल प्राप्त कर आई.एम.ए अकैडमी का नाम रोशन किया है। खेल हमारे जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं और इस खेल खेल में  हमारे बच्चों को कहीं अवसर मिलता है और वो अपने आपको श्रेष्ठ साबित करते हैं  तो यक़ीनन सीना गर्व से चौड़ा होता है।


० संवाददाता द्वारा ० 

नयी दिल्ली - कानपुर (उत्तर प्रदेश) के एक युवा एवं उत्साही साइकिल चालक अक्षय सिंह ने किशोरावस्था में इलाहाबाद से वापस लौटते समय एक ट्रेन दुर्घटना में अपना दाहिना पैर खो दिया था। यह दुर्घटना परिवार के साथ-साथ स्वयं युवा अक्षय के लिए भी एक बहुत बड़ा झटका थी, जो अपना नाम विश्व साइकिलिंग कैनवास पर दर्ज कराने का प्रबल इच्छुक था।

लेकिन इस घटना के बाद भी उन्होंने दिव्यांगता को कभी भी अपने जीवन के लक्ष्यों को बदलने का अवसर नहीं दिया और अपनी पढ़ाई के साथ-साथ साइकिल चलाने के अभ्यास को पूरे जुनून के साथ जारी रखा। गुजरते समय के दौरान अक्षय और उनके माता-पिता को भारतीय कृत्रिम अंग निर्माण निगम (एलिम्को) के बारे में जानकारी मिली। उन्होंने नए विकसित उच्च गुणवत्ता वाले कृत्रिम अंग की फिटिंग के लिए एलिम्को के प्रोस्थेटिक विशेषज्ञों से संपर्क किय अक्षय सिंह ने एलिम्को में निर्मित कृत्रिम अंग का उपयोग करते हुए 29 अगस्त 2021 को कानपुर (जेके मंदिर) से नई दिल्ली (इंडिया गेट) तक साइकिल चलाने के लिए लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड बनाने का प्रयास किया।

भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही दिव्यांग व्यक्तियों की सहायता/उपकरणों की खरीद/फिटिंग योजना (एडीआईपी) के तहत दाहिने पैर से दिव्यांग श्री अक्षय की जांच की गई और उनके लिए घुटने के नीचे का कृत्रिम अंग बनाया गया। इसके बाद, उन्होंने जीएआईटी प्रशिक्षण कार्यक्रम का पालन किया। जीएआईटी प्रशिक्षण एक प्रकार की शारीरिक चिकित्सा है। यह खड़े होने और चलने की क्षमता को सुधारने में मदद करता है। इसके बाद में अगस्त 2021 में श्री अक्षय सिंह ने रिकॉर्ड 64 घंटे के समय में कानपुर से लेकर इंडिया गेट नई दिल्ली तक साइकिल चलाने का लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड बनाने का प्रयास किया और उन्होंने सफलतापूर्वक इस लक्ष्य को हासिल किया।
एलिम्को के बारे में:-
भारतीय कृत्रिम अंग निर्माण निगम (एलिम्को) एक केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र का उद्यम है। यह सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के तहत दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग के प्रशासनिक नियंत्रण के तहत कार्य करता है।

एलिम्को का मुख्य उद्देश्य देश में जरूरतमंद व्यक्तियों, विशेष रूप से दिव्यांग रक्षा कर्मियों, अस्पतालों और अन्य ऐसे ही कल्याणकारी संस्थानों को उचित लागत पर कृत्रिम अंगों एवं सहायक उपकरण तथा घटकों की उपलब्धता, उपयोग, आपूर्ति व वितरण को बढ़ावा देना, प्रोत्साहित करना और विकसित करना है।
यह जरूरतमंदों के लिए पुनर्वास सहायक यंत्रों का निर्माण करके और देश के दिव्यांग व्यक्तियों हेतु कृत्रिम अंगों तथा अन्य पुनर्वास सहायता की उपलब्धता, उपयोग, आपूर्ति एवं वितरण को बढ़ावा देने, प्रोत्साहित करने और विकसित करने के द्वारा अधिकतम संभव सीमा तक दिव्यांग जनों को लाभान्वित कर रहा है।

एलिम्को का मुख्य जोर दिव्यांगों को बड़ी संख्या में उचित मूल्य पर बेहतर गुणवत्ता वाले कृत्रिम अंग और उपकरण प्रदान करना है। निगम ने 1976 में कृत्रिम अंगों का निर्माण करना शुरू किया था। इसके पांच सहायक उत्पादन केंद्र (एएपीसी) भुवनेश्वर (उड़ीसा), जबलपुर (मध्य प्रदेश), बेंगलुरु (कर्नाटक), चनालोन (पंजाब) और उज्जैन में स्थित हैं। निगम के नई दिल्ली, कोलकाता, मुंबई, हैदराबाद और गुवाहाटी में पांच विपणन केंद्र हैं। एलिम्को एकमात्र निर्माण कंपनी है जो देश भर में सभी प्रकार की दिव्यांगता में सहायता के लिए एक ही छत के नीचे विभिन्न प्रकार के सहायक उपकरणों का उत्पादन करती है।

० संवाददाता द्वारा ० 

नयी दिल्ली - "आज़ादी का अमृत महोत्सवके अंतर्गत एकीकृत रक्षा स्टाफ मुख्यालय (मुख्यालय आईडीएस) द्वारा एक ट्राई सर्विस दौड़ का आयोजन किया गया। यह दौड़ 15 अक्टूबर, 2021 को महारानी लक्ष्मीबाई स्मारकग्वालियर से शुरू हुई जिसमें सात सदस्य थे जिनमें दो महिला अधिकारी शामिल थीं।

21 अक्टूबर 2021 कोफरीदाबाद वायु सेना स्टेशन से रियर एडमिरल मनीष शर्मा असिस्टेंट चीफ ऑफ इंटीग्रेटेड डिफेंस स्टाफआईडीएस मुख्यालय द्वारा दिल्ली के लिए दौड़ के अंतिम चरण को हरी झंडी दिखाई गई। ग्रुप कैप्टन के एस गणेशस्टेशन कमांडरवायु सेना स्टेशन फरीदाबाद और स्टेशन के उत्साही धावकटीम के साथ स्टेशन से किमी तक एकजुटता और समर्थन के संकेत के रूप दौड़े। दौड़ का समापन राष्ट्रीय युद्ध स्मारकनई दिल्ली में हुआजहां टीम का स्वागत जनरल बिपिन रावतपीवीएसएम, यूवाईएसएम, एवीएसएम, वाईएसएम, एसएम, वीएसएम, एडीसीचीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ ने किया।

० नूरुद्दीन अंसारी ० 

गुड़गांव - दिल्ली /एनसीआर में सबसे बड़े फिटनेस समुदाय में से एक, जीआरआर ने विश्व रजोनिवृत्ति दिवस के अवसर पर रजोनिवृत्ति के बारे में जागरूकता पैदा करने के उद्देश्य से गुड़गांव में महिलाओं के लिए एक दौड़ का आयोजन किया, जो इस साल 18 अक्टूबर 2021 को पड़ता है। इस दौड़ में 3 किमी से 21 किमी (हाफ मैराथन) तक की विभिन्न श्रेणियां थीं और इसमें 100 से अधिक महिलाओं ने भाग लिया था।

रजोनिवृत्ति !!! एक शब्द अक्सर सुना जाता है लेकिन शायद ही कभी सही मायने में समझा जाता है। यह एक टैबू नहीं है। यह एक महिला के जीवन के प्राकृतिक चरण से बहुत आगे है जब वह बड़े शारीरिक परिवर्तनों से गुजरती है। और चूंकि यह स्वाभाविक और अपरिहार्य है, इसलिए इसके बारे में बात करना अनिवार्य हो जाता है और यह भी सुनिश्चित करता है कि हम जानते हैं कि इसके माध्यम से कैसे आगे बढ़ना है, जीआरआर के संस्थापक और निदेशक सिद्धार्थ चौधरी कहते हैं।

जीआरआर देश के सबसे बड़े फिटनेस समुदाय में से एक होने पर गर्व करता है, जिसमें आधे से ज्यादा सदस्य सभी उम्र की महिलाएं नहीं हैं। यह हमें न केवल रजोनिवृत्ति के बारे में जागरूकता फैलाने की जिम्मेदारी देता है बल्कि इसके माध्यम से आपका मार्गदर्शन भी करता है। जीआरआर आपके लक्षणों को आपको प्रबंधित करने की अनुमति देने के बजाय उन्हें प्रबंधित करने में विश्वास करता है।

आपके पास नियंत्रण करने की शक्ति है!. आप जितने बेहतर तैयार होंगे, आपकी राह उतनी ही आसान होगी, आप विजेता की तरह फिनिश लाइन को पार कर सकते हैं

0 इरफ़ान राही 0

ग़ाजियाबाद ,उ प्र यहां ग़ाजियाबाद में चैम्पियनशिप का आयोजन किया गया जिसमें कोच आफताब सैफी ने बताया गाजियाबाद में हुई 15 वीं उत्तर प्रदेश जीत कुने डो चैंपियनशिप में, गाजियाबाद की इंटरनेशनल मार्शल अकैडमी से 18 बच्चों ने प्रतिभाग किया,


जिसमें सोनी गोल्ड मैडल, दिया अग्रवाल गोल्ड मैडल , तानिया गोल्ड मैडल ,यश अग्रवाल गोल्ड मैडल बदुल हसन गोल्ड मैडल, कृष्णा, गोल्ड मैडल, उवेश गोल्ड सिल्वर मैडल, लोकराज गोल्ड मैडल, चांदनी सिल्वर मैडल, अभिमन्यु सिल्वर मैडल, रोशन गोल्ड मैडल ज़ैद गोल्ड मैडल, हर्ष वर्धन गोल्ड मैडल, व रुद्राक्ष मावी सिल्वर मैडल प्राप्त कर आई.एम.ए अकादमी से 14 बच्चों का जयपुर मे होने वाली 33 वी जीत कुने डो चैंपियनशिप हेतु चयन किया गया जोकि हमारे उत्तर प्रदेश के जनपद ग़ाजियाबाद के लिए एक बहुत अच्छी ख़बर है। खेल हमारे जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं और इस खेल खेल में हमारे बच्चों को कहीं अवसर मिलता है और वो अपने आपको श्रेष्ठ साबित करते हैं तो यक़ीनन सीना गर्व से चौड़ा होता है

० आशा पटेल ० 

जयपुर - लायंस क्लब जयपुर चार्टर्ड अकाउंटेंटस के द्वारा सेवा सप्ताह "कल्याणम" के अंतर्गत पैरालंपिक एथलीट का सम्मान किया गया ।  क्लब अध्यक्ष सीए कमल जैन ने बताया की कल्याणम सप्ताह मनाया जा रहा है जिसके अंतर्गत पैरालंपिक ओलंपिक में देश के एकमात्र पदक तिकड़ी विजेता  देवेंद्र झाझड़िया का सम्मान किया गया । 

क्लब सचिव सी ए स्वाति सचिन जैन ने बताया कि देवेंद्र के साथ सपरिवार एक चर्चा में उनके 2004 से आज तक की जो लंबी पारी रही है उस पर विस्तृत चर्चा हुई । इस आत्मीय बैठक में सीए इंस्टीट्यूट के रीजनल काउंसिल सदस्य सीए सचिन कुमार जैन,  सीए आर पी विजय, सीए पुष्पेंद्र खंडेलवाल, सीए चेतना जैन  एवं अमोहभाव ग्लोबल फाउंडेशन की बेबी अमोहा भी उपस्थित रहे।

० आशा पटेल ० 

जयपुर वर्ल्ड हार्ट डे के उपलक्ष्य में मणिपाल हॉस्पिटल जयपुर की ओर से एक साइकिल रैली का आयोजन किया गया। साइकिल रैली में हॉस्पिटल डायरेक्टर रंजन ठाकुर, मणिपाल हॉस्पिटल जयपुर, डॉ. विक्रम गोयल, कार्डियक सर्जन व डॉ. मलय मिश्रा, इमरजेंसी स्पेशलिस्ट, मणिपाल हॉस्पिटल व टीआरजी ग्रुप ने हरि झंडी दिखाकर रवाना किया। साइकिल रैली में 200 से अधिक साइकिलिस्टों ने भाग लिया। कार्यक्रम के दौरान मणिपाल हॉस्पिटल के डॉक्टर्स और अन्य स्टाफ सहित अन्य लोग मौजूद रहे।

हॉस्पिटल डायरेक्टर रंजन ठाकुर, मणिपाल हॉस्पिटल जयपुर ने बताया कि वर्ल्ड हार्ट डे के मौके पर लोगों को हृदय से जुड़ी व अन्य बीमारियों के प्रति जागरूक करने के लिए साइकिल रैली का आयोजन किया गया। उन्होंने बताया कि साइकिल रैली को प्रातः 6 बजे अलबर्ट हॉल जयपुर से रवाना हुई, जो विभिन्न मार्गों से होते हुए मणिपाल हॉस्पिटल, जयपुर पहुंचकर संपन्न हुई। 

डॉ. विक्रम गोयल, कार्डियक सर्जन, मणिपाल हॉस्पिटल, जयपुर ने बताया कि साइकिल चलाने से हमें कई फायदे होते हैं और यह हमारे हार्ट के साथ-साथ हमारे जोड़ो के दर्द, मोटापे को कम करने सहित कई तरह की बीमारियों से हमारे शरीर को दूर रखने के अलावा यह शरीर के लिए एक अच्छे व्यायाम का काम भी करती है, जिसके कारण हम कम बीमार पड़ते हैं। 

कार्यक्रम में अस्पताल प्रसाशन की ओर लोगों को दिल से जुड़ी बीमारियों के बारे में जागरुक करने के लिए बलून छोड़कर भी वर्ल्ड हार्ट डे सेलिब्रेट किया गया। अंत में हॉस्पिटल के डॉक्टर्स ने सभी प्रतिभागियों व अतिथियों का आभार व्यक्त किया। 

० आशा पटेल ० 

जयपुर। शिहान दिनेश डाबी कराटे कोच जयपुर  ने बताया कि राजस्थान  के  कराटे  खिलाडियों  ने हाल ही में मुम्बई में आयोजित हुई 32 वीं वास्को आन लाईन ई काता प्रतियोगिता मे जयपुर के खिलाडियों ने  गर्व से सिर  ऊँचा कर दिया। राजस्थान के बनी पार्क गुलाब उधान कराटे क्लब के 13 खिलाड़ियों ने 11 स्वर्ण, 6 रजत एवं 1 कास्य पदक जीत कर जयपुर शहर ही  नहीं वरन राजस्थान राज्य का नाम रोशन किया है।  

 अब खिलाड़ीयों  के   पदक जयपुर पहुंचने पर  विजेता खिलाडियों को राजस्थान सरकार  के खेल मंत्री अशोक चांदना   ने विजेता  कराटे  खिलाडियों को  अपना आशीर्वाद प्रदान  किया।  इस अवसर पर  खेल मंत्री   अशोक चांदना ने विजेता खिलाडियों को  पदक प्रदान कर सम्मानित किया। इस अवसर पर  बनीपार्क गुलाब  उद्यान   कराटे  क्लब के कोच  शिहान  दिनेश  डाबी भी उपस्थित थे। 

पदक विजेता खिलाड़ियों
 के  नाम इस प्रकार हैं ।  
(1) फ्रेया दुगर 
(2) भानुज डाबी 
(3) निहारिका बंसल 
(4)अवन्तिका बसलँ
(5) लवन्या बसलँ 
(6) ईकशाना जैन 
(7) अकाशाँ बिसवास 
(8) अनिरुद 
(9) आदित्य 
(10) मानव महतो 
(11) कुनाल चाहर 
(12) जय वधँन 
(13) वानी 

 
० संवाददाता द्वारा ० 

कोलकाता : टुटोपिया लर्निंग ऐप की एक और यादगार पहल, जिसमें दिन और रात नॉनस्टॉप 685 किलोमीटर "कोलकाता गंगटोक चेज़" (K2G) नामक नॉनस्टॉप रिले दौड़ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है। देश भर के 11 उत्साही और अनुभवी युवा धावक के2जी का हिस्सा बनने के लिए एक साथ आए हैं, जो लगभग 60 घंटे की लंबी दूरी तय करते हुए अपने लक्ष्य को हांसिल करने का प्रयत्न करेंगे।
K2G दौड़, जो अबतक की अपनी तरह की पहली और अनोखी प्रतियोगिता है। इसे आधिकारिक तौर पर अरुण कुमार सिंह ने हरी झंडी दिखाकर कोलकाता से गंगटोक के लिए रवाना किया। जिसके बाद इसमें शामिल होनेवाले 11 धावक कोलकाता से कृष्णानगर, बहरामपुर होते हुए मालदा के रास्ते रायगंज, इस्लामपुर, सिलीगुड़ी और फिर गंगटोक में अपने लक्ष्य को प्राप्त कर अपनी यात्रा को समाप्त करेंगे।

इस मौके पर सुब्रत रॉय (निदेशक, टुटोपिया लर्निंग ऐप) ने कहा: कोरोना काल में इस आयोजन के पीछे हमारा मूल मकशद लोगों एवं उनके बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य, उनके फिटनेस, जन शिक्षा और अपने लक्ष्य को पूरा करने की भावना को बढ़ावा देना है, क्योंकि कोरोना के समय स्वस्थ और फिट रहना ही जीवन की सबसे बड़ी प्राथमिकता है।

इस कार्यक्रम में शामिल होनेवाले सम्मानीय अतिथियों में सोहम चक्रवर्ती, गौरव चटर्जी, देवलीना कुमार, अनिंद्य चटर्जी, सोहम मजुमदार और अंकिता चक्रवर्ती प्रमुख थे।अनुराग चिरिमार (निदेशक, टुटोपिया लर्निंग ऐप) ने कहा: इस आयोजन में भाग लेनेवाला प्रत्येक धावक औसतन 62 किलोमीटर की दूरी तय करेंगे। इस आयोजन के फैसले के बाद शुरूआती क्षण में कई लोगों ने सोचा कि इस तरह की रिले दौड़ को आयोजित करने का विचार पूरी तरह से पागलपन है। बाद में उन्हें लगा कि यह 'उज्ज्वल भावना का पागलपन' है, 

क्योंकि इस तरह की दौड़ को आयोजित करने के लिए वृहद आकार में लॉजिस्टिक सपोर्ट का गठन कोई आसान काम नहीं था, अंतत: टुटोपिया लर्निंग ऐप की दृढ़ता के साथ सावधानीपूर्वक इस योजना को फाइनल रूप दिया गया। जिसके बाद गुरुवार 16 सितंबर को इस योजना को सफलता के शिखर तक पहुंचाने के लिए हरी झंडी दिखाई गयी।

० आशा पटेल ० 

जयपुर- टोक्यो पैरालंपिक बैडमिंटन में स्वर्ण पदक विजेता कृष्णा नागर का लोहागढ़ विकास परिषद् परिवार की ओर से अभिनंदन किया गया | भरतपुर के मूल निवासी सुनील नागर के सुपुत्र कृष्णा नागर का उनके प्रताप नगर स्थित निवास पर परिषद् परिवार ने स्वागत करते हुए उनकी सफलता के लिए बधाई दी 

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परिषद् के अध्यक्ष वरिष्ठ पत्रकार गुलाब बत्रा, महासचिव डाॅ. प्रदीप चतुर्वेदी, कोषाध्यक्ष गोपाल गुप्ता, सरस डेयरी प्रबंधक जनसंपर्क विनोद गेरा, डीग निवासी पूर्व जिला प्रमुख दौसा महेन्द्र सांखला, पूर्व प्रेस क्लब अध्यक्ष किशोर शर्मा, अशोक माथुर, शिवदयाल एवं दक्षय अग्रवाल ने कृष्णा का पुष्प हार, शॉल, श्रीफल, इकलाई एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर अभिनंदन किया | इस अवसर पर परिषद् की ओर से भरतपुर स्थापना दिवस पर प्रकाशित स्मारिकाएं भी भेंट की गई |

० आशा पटेल ० 

जयपुर - पैरा ओलंपिक से मेडल जीतकर लौटे राजस्थान के सुंदर गुर्जर , कृष्णा नागर , देवेंद्र झाझडिया और अवनी  लखेरा का जयपुर एयरपोर्ट पर  राजस्थान सरकार में खेल मंत्रीअशोक चांदना के साथ राजस्थान की जनता ने जबरदस्त  स्वागत किया और खिलाड़ियों कोसम्मान के साथ एक जुलुस निकाल शहर भर में गुमेन औरलोगों ने उन्हें बधाई दी। 
गोल्ड मेडल - सांगानेर के वार्ड 101 निवासी पेरा अलिम्पिक में गोल्ड मैडल जीतने वाले कृष्णा नागर के लिए सांगानेर विधानसभा के साथियों ने भव्य स्वागत और रैली के रूप में कृष्णा के घर तक कई स्वागत समारोह रखे , सांगानेर के खिलाड़ी लगातार प्रदेश और देश जा नाम रोशन कर रहे है , तीरंदाज़ रजत चौहान रजत पदक देश को दिलाने वाले एक मात्र तीरंदाज़ थे। 

0 आशा पटेल 0

जयपुर। एम एल मेहता मेमोरियल फाउंडेशन द्वारा जय क्लब जयपुर में एम एल मेहता स्मृति इंटर-क्लब टेनिस टूर्नामेंट का आयोजन 28 अगस्त से 5 सितम्बर को किया गया। टूर्नामेंट का उद्घाटन 28 अगस्त को यू एम सहाय, कमल बैद एवं सुनील वर्मा द्वारा किया गया। एम एल मेहता मेमोरियल फाउंडेशन के ट्रस्टी एवं टूर्नामेंट के आयोजक अजय मेहता ने बताया कि स्वर्गीय श्री मिट्ठा लाल मेहता, पूर्व मुख्य सचिव राजस्थान सरकार टेनिस के नियमित खिलाडी थे एवं जय क्लब में प्रतिदिन टेनिस खेलने आते थे। 
उनकी स्मृति में यह टूर्नामेंट आयोजित किया गया। इस टूर्नामनेट में जयपुर क्लब, रामबाग गोल्फ क्लब, ग्रास्सफील्ड क्लब, आर ए एस क्लब से 8 टीम्स के मध्य डबल्स और 55 प्लस ओपन केटेगरी में मुकाबला हुआ। इंटर-क्लब डबल्स ट्रॉफी जय क्लब आई पी एल टीम, जिसमें नवीन महाजन, गौरव भार्गव, कैलाश मंगल, वी के सुरेंद्र, शरद मेहरा, आलोक परनामी एवं अजय मेहता सदस्य थे, ने जीती। 

जय क्लब के गौरव भार्गव और आलोक परनामी ने जयपुर क्लब के प्रशांत टांक और नीरज दूहन को 6.1, 6-3 और कैलाश मंगल और आलोक परनामी ने रवि गोयनका एवं डॉ बगरहट्टा को 6-2, 6-2 से हराया। 55 प्लस ओपन केटेगरी के विजेता दिनेश परनामी और कैलाश मंगल ने डॉ सीताराम शर्मा और वी के सुरेंद्र को 8-2 से हराया। टूर्नामेंट में बेस्ट फोरहैंड, बेस्ट बैकहैंड, बेस्ट वॉली, बेस्ट सर्व और प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट के पुरुस्कार भी प्रदान किये गए। पुरुस्कार वितरण श्री अरुण कुमार, पूर्व मुख्य सचिव, राजस्थान सरकार, श्री किशन लाल, पूर्व डी जी पी, राजस्थान सरकार, श्रीमती कृष्णा भटनागर, आई ए एस एवं श्री कमल बैद द्वारा किया गया। कार्यक्रम में फाउंडेशन के ट्रस्टी डॉ रश्मि जैन, श्री पंकज जैन, श्री मेहता के परिजन एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

० आशा पटेल ० 

मुंबई, एडटेक लीड 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाने के लिए, 2000 से अधिक पार्टनर स्‍कूलों के 20,000 से अधिक टीचर्स, प्रिंसिपल्‍स और स्‍कूल मालिकों के लिए अभिनव बिन्‍द्रा के एक मोटिवेशनल सेशन की मेजबानी करेगा। हमारे देश में कई सफल चैम्पियंस हुए हैं, लेकिन किसी ऐसे को ढूंढना बहुत मुश्किल है, जिसने दुनिया में उच्‍चतम स्‍तर पर सफलता पाई हो और फिर विजेताओं की अगली पीढ़ी की कोचिंग/मेंटरिंग के लिये स्‍कूल तक बना दिया हो।
 बिन्‍द्रा ओलंपिक खेलों में इंडिविजुअल गोल्‍ड जीतने वाले पहले भारतीय हैं। वे अक्‍सर कहते हैं कि उन्‍हें गोल्‍ड जीतकर खुशी है, लेकिन वे यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि ऐसा करने वाले वे देश में अकेले व्‍यक्ति न रहें! देश के उन स्‍कूल मालिकों में भी ऐसा ही जुनून दिखता है, जिन्‍होंने सभी विपरीत परिस्थितियों के बावजूद स्‍कूल चलाए हैं, शिक्षकों को सशक्‍त किया है और हमारे देश की अगली पीढ़ी के निर्माण हेतु काम किया है।

 बिन्‍द्रा एक एथलीट होने से लेकर अपनी खुद की एकेडमी चलाने और जमीनी स्‍तर पर भारत के एथलीट्स की मेंटरिंग करने तक के अपने सफर के बारे में बताएंगे। वे एक गैर-लाभकारी एकेडमी का प्रबंधन करने वाले व्‍यक्ति और एक एथलीट के तौर पर अपनी जिन्‍दगी के सबक और अनुभव बताएंगे। वे यह भी बताएंगे कि उनके रास्‍ते में कैसी रुकावटें आई थीं और अपने लक्ष्‍य के प्रति समर्पित रहने में उनकी मदद किसने की। लीड ऑडियंस को बिन्‍द्रा के साथ बात करने का मौका देगा, ताकि वे टीचिंग के नये माहौल में अपनी शंकाओं और चुनौतियों को दूर कर सकें।

टीचर्स और प्रिंसिपल्‍स अपने स्‍टूडेंट्स को बेहतरीन‍ शिक्षा देते रहें, इसके लिये उनका कौशल बढ़ाने और उन्‍हें सशक्‍त करने हेतु लीड अपनी लीड एकेडमी के तहत एक सर्टिफिकेशन प्रोग्राम भी लॉन्‍च कर रहा है। इस प्रोग्राम से उन्‍हें विकास की सोच विकसित करने, ऑनलाइन टीचिंग में जरूरी कुशलताएं सीखने और भावनात्‍मक तथा सामाजिक समर्थन जुटाने में मदद मिलेगी।

लीड के को-फाउंडर और सीईओ सुमीत मेहता ने कहा, “महामारी के दौरान पूरे भारत के स्‍कूल मालिक कठिन समय से गुजरे हैं। उन्‍हें स्‍टूडेंट्स के लिये एज्‍युकेटर और टीचर्स के लिये मेंटर बनकर पूरे इकोसिस्‍टम को संभालना पड़ा। मुझे यकीन है कि श्री बिन्‍द्रा को इस पर सुनना दिलचस्‍प होगा कि वे एक एथलीट से दूसरे एथलीट्स के मेंटर कैसे बने। राज्‍य सरकारें और विभिन्‍न अन्‍य कमिटीज स्‍कूलों को सुरक्षित ढंग से दोबारा खोलने का रोडमैप ढूंढ रही हैं और शिक्षक दिवस जैसे खास मौके पर स्‍कूलों को दोबारा खोलने से बेहतर उपहार टीचर्स के लिये हो ही नहीं सकता। अध्‍यापन में टेक्‍नोलॉजी को जोड़ने से बच्‍चों के लिये ज्‍यादा अवसर खुलेंगे, वे भविष्‍य के लिये तैयार होंगे और अपने जीवन में उत्‍कृष्‍टता अर्जित करने में उन्‍हें मदद मिलेगी।

आइजैक न्‍यूटन का प्रसिद्ध कथन है कि ‘’मैं विशालकाय लोगों के कंधों पर खड़ा होकर ही आगे की ओर देख पाया हूँ।‘’ इस शिक्षक दिवस पर लीड ऐसे अनदेखे विशालकाय लोगों, यानि स्‍कूल मालिकों और प्रिंसिपल्‍स को सराहेगा, जिनके चौड़े कंधे हमारे भविष्‍य के कर्मचारियों को प्रेरक शिक्षा निर्मित करने में समर्थ बनाते हैं।

लीड के विषय में

लीड का प्रमोशन लीडरशिप बॉलेवार्ड करता है और यह भारत में सबसे तेजी से बढ़ रहीं एडटेक (एजुकेशन टेक्‍नोलॉजी) कंपनियों में से एक है। लीड शिक्षा देने और सीखने की एक एकीकृत प्रणाली में टेक्‍नोलॉजी, पाठ्यक्रम और अध्‍यापन को जोड़ता है और इस प्रकार देशभर के स्‍कूलों में स्‍टूडेंट का सीखना और टीचर का प्रदर्शन बेहतर बनाता है। 20 राज्‍यों में टीयर 2 से लेकर टीयर 4 शहरों समेत 400 से अधिक शहरों में लीड के 2000 से अधिक पार्टनर स्‍कूल हैं, जहाँ लगभग 8 लाख से अधिक स्‍टूडेंट्स पढ़ते हैं।

० आशा पटेल ० 

 जयपुर, केंद्रीय युवा कार्यक्रम और खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर तथा युवा कार्यक्रम और खेल राज्य मंत्री निसिथ प्रमाणिक ने 13 अगस्त को आजादी का अमृत महोत्सव के हिस्से के रूप में फिट इंडिया फ्रीडम रन 2.0 के राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम का शुभारंभ किया। आजादी का अमृत महोत्सव भारत की आजादी के 75वें साल के उपलक्ष्य में मनाया जा रहा है। खेल विभाग के सचिव रवि मित्तल और युवा कार्यक्रम विभाग की सचिव श्रीमती ऊषा शर्मा भी इस अवसर पर उपस्थित थीं। राजस्‍थान में भी आजादी का अमृत महोत्‍सव फिट इंडिया रन 2.0 का शुभारम्‍भ विभिन्‍न गतिविधयों से हुआ। 

केंद्रीय मंत्री ने जहां दिल्ली के मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम से फ्रीडम रन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया और स्टेडियम में फ्रीडम रन में हिस्सा लिया, वहीं पोर्ट ब्लेयर में सेल्युलर जेल, लाहौल स्पीति में काजा चौकी, मुंबई में गेटवे ऑफ इंडिया और पंजाब में अटारी बॉर्डर सहित कई अन्य प्रसिद्ध स्थलों सहित देश भर में 75 अन्य स्थानों पर भी कार्यक्रम आयोजित किया गया।

 नेहरू युवा केंद्र द्वारा सवाई माधोपुर में फिट इंडिया फ्रिडम रन की शुरूआत की गई, जो 2 अक्‍टूबर तक राजस्‍थान के सभी जिलों में आयोजित की जाएगी। इस रन में शहरी एवं ग्रामीण युवाओं ने जोश एवं उत्साह से भाग लिया । कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिला कलेक्टर राजेन्द्र किशन ने फिट इन्डिया फीडम रन 2.0 की शपथ दिलवायी । इस अवसर पर उन्होने ‘‘फिट इण्डिया का डोज, आधा घन्टा रोज’’  के मूल मत्रं को अपने जीवन का अभिन्न अंग बनाने पर जोर दिया । इसके उपरान्त राष्ट्रगान के सम्पन्न होने पर फ्रीडम रन को हरी झन्डी दिखाकर रवाना किया गया । 

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुये नेहरू युवा केंन्द्र संगठन (पश्चिमी क्षेत्र) के क्षेत्रीय निदेशक डा . भुवनेश जैन ने इस फीडम रन कार्यक्रम के उदेश्यों पर विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि सेहत से देश समृद्धि की ओर बढ़ेगा एवं बीमारियों से मुक्ति मिलेगी । इसी परिपेक्ष्य में राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले से इसका शुभारम्भ किया गया है। यह कार्यक्रम 2 अक्टूबर 2021 तक राजस्थान के सभी जिलों के 75 गाँवों में चलेगा । आज रन के दौरान महापुरूषों के फोटो, तिरंगा झण्डा हाथों में लिये युवाओं ने देश भक्ति नारों के साथ आज शहर मे जश्न का माहौल बना दिया । देशभक्ति गीतों को गाते हुये युवा साथ चल रहे थे । फ्रीडम रन प्रातः 8.30 बजे सिविल लाईन्स से आरम्भ हुई और अम्बेडकर सर्किल तक पहुँचकर सम्पन्न हुई। इस फ्रिडम रन के दौरान विभिन्न विभागों के अधिकारी, कर्मचारी एवं मीडिया कर्मी भी उपस्थित थे। 

राजस्‍थान में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के जवानों ने भी फिट इंडिया फ्रि‍डम रन 2.0 में भाग लिया। इसके अलावा उत्तर-पश्चिम रेलवे द्वारा सभी कर्मचारियों को फिट रखने के लिए फिट इंडिया रन के तहत गणपती नगर में रन का आयोजन किया। 

० नूरुद्दीन अंसारी ० 

नई दिल्ली : भारत के प्रमुख व्यावसायिक घरानों में से एक, और 13 बिलियन अमेरिकी डॉलर की परिसंपत्ति वाले जेएसडब्ल्यू ग्रुप ने हाल ही में संपन्न हुए टोक्यो ओलंपिक-2020 में पदक जीतने वाले सभी भारतीय खिलाड़ियों के लिए 25 मिलियन रुपये से अधिक के पुरस्कारों की घोषणा की है। ये नकद पुरस्कार, जेएसडब्ल्यू ग्रुप द्वारा सभी भारतीय एथलीटों के प्रति सद्भाव का संकेत हैं जिन्होंने ओलंपिक पदक घर लाकर भारत को गौरवान्वित किया। टोक्यो ओलंपिक-2020 का हाल ही में समापन हुआ है, जिसमें भारत ने एक स्वर्ण पदक सहित अब तक के इतिहास में सर्वाधिक पदक प्राप्त किया। जेएसडब्ल्यू ग्रुप द्वारा घोषित नकद पुरस्कारों का विवरण निम्नानुसार है:

नीरज चोपड़ा को पुरस्कार स्वरूप 1 करोड़ रुपये की नकद राशि प्रदान की जाएगी, जबकि उनके कोच क्लाउस बार्टोनिट्ज़ और फिजियोथेरेपिस्ट ईशान मारवाह को 10-10 लाख रुपये दिए जाएंगे। नीरज चोपड़ा ओलंपिक खेलों में भारत के दूसरे व्यक्तिगत स्वर्ण पदक विजेता और भारत के पहले ट्रैक-एंड-फील्ड पदक विजेता बने। उन्होंने 87.58 मीटर भाला फेंककर स्वर्ण पदक प्राप्त किया।

बजरंग पुनिया को पुरस्कार स्वरूप 15 लाख रुपये दिए जाएंगे, जबकि उनके कोच एमज़ारियोस बेंटिनिडिस और फिजियोथेरेपिस्ट मनीष छेत्री को 5-5 लाख रुपये की राशि प्रदान की जाएगी। पहलवान बजरंग पुनिया टोक्यो-2020 में पदार्पण करते हुए पदक जीतने वाले तीसरे भारतीय बने। रवि दहिया को पुरस्कार स्वरूप 20 लाख रुपये, जबकि उनके कोच सतपाल सिंह को 5 लाख रुपये का नकद पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। रवि ने पुरुषों की 57 किग्रा श्रेणी में फ्रीस्टाइल-रेसलिंग में रजत पदक जीता। उन्होंने ओलंपिक खेलों में पदार्पण करते हुए भारत के लिए पदक जीता है।

भारतीय पुरुष हॉकी टीम में शामिल सभी 16 खिलाड़ियों के साथ-साथ टीम के मुख्य कोच, मुख्य फिजियोथेरेपिस्ट और सहायक कोच को 2-2 लाख रुपये का नकद पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। 4 अन्य कोचिंग स्टाफ को भी पुरस्कार स्वरूप एक-एक लाख रुपये की नकद राशि प्रदान की जाएगी। मास्को ओलंपिक-1980 में स्वर्ण पदक प्राप्त करने के 41 साल बाद भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने ओलंपिक पदक जीता है। पी.वी. सिंधु को पुरस्कार स्वरूप 15 लाख रुपये, जबकि उनकी कोच पार्क ताए-सांग को 5 लाख रुपये का पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। पी.वी. सिंधु ने महिला एकल बैडमिंटन में कांस्य पदक प्राप्त किया। वह दो व्यक्तिगत ओलंपिक पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला और दूसरी भारतीय एथलीट बनीं।

लवलीना बोरगोहेन को पुरस्कार स्वरूप 15 लाख रुपये प्रदान किए जाएंगे, जबकि उनके कोच रफ़ाऐले बर्गमास्को और संध्या गुरुंग को 5-5 लाख रुपये का नकद पुरस्कार दिया जाएगा। लवलीना बोरगोहेन ने महिलाओं के वेल्टरवेट (64-69 किग्रा) में कांस्य पदक जीता। उन्होंने ओलंपिक में पदार्पण करते हुए पदक जीता है। मीराबाई चानू को पुरस्कार स्वरूप 20 लाख रुपये, जबकि उनके कोच विजय शर्मा को 5 लाख रुपये का पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। भारोत्तोलक मीराबाई चानू ने टोक्यो ओलंपिक-2020 में महिलाओं के 49 किग्रा की श्रेणी में रजत पदक जीतकर भारत के पदकों का खाता खोला। उन्होंने भी ओलंपिक में पदार्पण करते हुए पदक जीता है।

 इस अवसर पर पार्थ जिंदल, संस्थापक, द इंस्पायर इंस्टीट्यूट ऑफ़ स्पोर्ट और जेएसडब्ल्यू स्पोर्ट्स, ने कहा, “भारत के इन एथलीटों ने कई मायनों में टोक्यो ओलंपिक-2020 में भारत के लिए इतिहास रचा। जेएसडब्ल्यू ग्रुप इन एथलीटों और उन सभी के कोचों के योगदान के प्रति आभार प्रकट करता है, जिन्होंने यह सुनिश्चित किया कि टोक्यो में भारत का तिरंगा शान से लहराए। हालांकि भारत में क्रिकेट को नंबर-1 खेल का दर्जा दिया जाता है, लेकिन मैं मानता हूँ कि 1.4 बिलियन आबादी वाले हमारे देश में अन्य खेलों में भी नए सितारों के उभरने के लिए पर्याप्त संभावनाएं मौजूद हैं। इस साल का प्रदर्शन भारत के लिए महत्वपूर्ण रहा है, क्योंकि वैश्विक मंच पर हमारी खेल उपलब्धि और क्षमता को स्वीकार किया गया। मैं पेरिस ओलंपिक-2024 में भारत के और भी बेहतर प्रदर्शन के प्रति पूरी तरह आश्वस्त हूँ।”

सितंबर 2021 में द इंस्पायर इंस्टीट्यूट ऑफ़ स्पोर्ट में आयोजित होने वाले एक समारोह के दौरान एथलीटों को जेएसडब्ल्यू ग्रुप द्वारा घोषित नकद पुरस्कार की राशि प्रदान की जाएगी।जेएसडब्ल्यू ग्रुप का परिचय: 13 बिलियन अमेरिकी डॉलर की परिसंपत्ति वाला जेएसडब्ल्यू ग्रुप भारत के प्रमुख व्यावसायिक घरानों में से एक है। जेएसडब्ल्यू ने नवोन्मेषी एवं संवहनीय तरीके से इस्पात, ऊर्जा, इन्फ्रास्ट्रक्चर, सीमेंट, पेंट्स, वेंचर-कैपिटल और स्पोर्ट्स सहित विभिन्न क्षेत्रों में अपनी उपस्थिति दर्ज की है, जो इस समूह को भारत के आर्थिक विकास को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। 

समूह अपनी काबिलियत और क्षमताओं का लाभ उठाते हुए उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए प्रयासरत है, जिसमें बड़ी पूंजी वाली और तकनीकी रूप से जटिल परियोजनाओं को पूरा करने का एक सफल ट्रैक-रिकॉर्ड, बाजार में दूसरों से बिल्कुल अलग एवं विविधतापूर्ण उत्पाद, अत्याधुनिक सुविधाओं वाले विनिर्माण केंद्र तथा सतत विकास को आगे बढ़ाने पर अधिक ध्यान केंद्रित करना शामिल है। जेएसडब्ल्यू ग्रुप भारत, अमेरिका, यूरोप और अफ्रीका की विविध संस्कृतियों वाले देशों के लगभग 40,000 लोगों को प्रत्यक्ष रूप से रोजगार देता है।

 यह समूह अपने विनिर्माण केंद्रों एवं बंदरगाहों के आसपास के इलाकों में रहने वाले समुदायों के सशक्तिकरण के लिए सामाजिक विकास पर भी विशेष ध्यान देता है। जेएसडब्ल्यू ग्रुप को अपने विकास के रोडमैप, कार्यान्वयन की बेहतर क्षमताओं और #BetterEveryday बनने के लिए अपने अनवरत अभियान के माध्यम से अपने सभी भागीदारों के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए जाना जाता है।

० आशा पटेल ० 

युवा मामले और खेल मंत्रालय ने संयुक्त राष्ट्र स्वयंसेवकों और संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम के सहयोग से ग्रामीण, उप-शहरी और शहरी भारत के युवाओं के लिए दिसंबर 2020 में एस.ओ.एल.वी.ई.डी चैलेंज का शुभारंभ किया था। इसका उद्देश्‍य  कृषि-खाद्य मूल्य श्रृंखला में नवाचारी, युवा नेतृत्व वाले उद्यमशीलता समाधानों की पहचान और पोषण करना है। इसके लिए पूरे भारत से 850 से अधिक युवाओं ने आवेदन किया और कई दौर की प्रतियोगिताओं और प्रशिक्षण के बाद, जम्मू और कश्मीर, बिहार, केरल, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, गुजरात सहित अनेक राज्यों से 10 विजेता सामने आए।

जयपुर,केंद्रीय युवा मामले एवं खेल मंत्री  अनुराग ठाकुर ने अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस 2021 के मौके पर राजस्थान के 2 युवाओं समेत कुल 22 युवाओं को वर्ष 2017-18 और वर्ष 2018-19 के लिए राष्ट्रीय युवा पुरस्कार प्रदान किए। विज्ञान भवन, नई दिल्ली में आयोजित इस कार्यक्रम में राजस्थान के मनीष कुमारदवे को वर्ष 2017-18  और सुश्री दिव्या कुमारी जैन को वर्ष 2018-19  का राष्ट्रीय युवा पुरस्कार प्रदान किया गया। अनुराग ठाकुर ने कृषि-उद्यम चुनौती एस.ओ.एल.वी.ई.डी 2021 (सामाजिक उद्देश्य-नीत स्वयंसेवी उद्यम विकास) की दस युवा विजेता उद्यमी टीमों को भी सम्मानित किया। इस अवसर पर युवा मामले और खेल मंत्रालय की सचिव उषा शर्मा;  संयुक्त राष्ट्र की रेजिडेंट कोऑर्डिनेटर सुश्री डिर्डे बॉयड और युवा मामलों के संयुक्त सचिव असित सिंह उपस्थित थे।

 अनुराग ठाकुर ने पुरस्कार समारोह के दौरान अपने संबोधन में कहा, “आज संयुक्त राष्ट्र (यूएन) द्वारा निर्धारित अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस का वार्षिक उत्सव है। अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस केवल कैलेंडर का एक दिन नहीं है। भारत के युवा "भारत का भविष्य" होने के साथ-साथ व्यापक रूप में "भारत का वर्तमान" हैं। वे एआई यानी “आत्मनिर्भर इनोवेशन” (आत्मनिर्भर नवाचार) के इस युग में विचारों और नवाचार के संचालक हैं।

 अनुराग ठाकुर ने कहा, इस वर्ष अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस की थीम विषय खाद्य प्रणालियों को बदलने पर केंद्रित है; युवाओं के साथ जुड़ाव इस बदलाव की कुंजी है। युवाओं के नेतृत्व में कृषि-तकनीक नवाचार इस क्षेत्र में नए उभरते रुझानों को प्रेरित कर रहे हैं। इस तरह के वैश्विक प्रयास की सफलता युवाओं की सार्थक भागीदारी के बिना हासिल नहीं की जा सकती। श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सरकार ने हमारे युवा नागरिकों के लिए व्यावसायिक शिक्षा, कौशल, स्टार्टअप फंडिंग (वित्त पोषण) की दिशा में विभिन्न पहलों को प्राथमिकता दी है। हमारा लक्ष्य भारत के युवाओं को दुनिया का सबसे बड़ा कौशल बनाना है। मैं सभी राष्ट्रीय युवा पुरस्कार विजेताओं को बधाई देता हूं। पुरस्कार प्रदान करने के पीछे हमारा उद्देश्य युवाओं को उत्कृष्टता हासिल करने के लिए प्रेरित करना है।"

इस अवसर पर सुश्री डिर्डे बॉयड ने कहा कि भारत के पास दुनिया के साथ साझा करने के लिए बहुत कुछ जानकारी उपलब्‍ध है, भारत में युवाओं की बड़ी आबादी है। युवाओं में परिवर्तन करने की शक्ति होती है, उनके पास देश की प्रगति के लिए बेहतर और नवीन विचार होते हैं। दुनिया भर में युवा सतत विकास में महत्‍वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। युवा मामले विभाग की सचिव श्रीमती उषा शर्मा ने कहा कि भारत के युवा एक परिवर्तनकर्ता, नवप्रवर्तक, युवा उद्यमी और समुदाय के हितों की रक्षा करने वाले निस्वार्थ स्वयंसेवक के रूप में बहुआयामी भूमिका निभा रहे हैं।

 व्यक्तिगत और संगठनों की श्रेणियों में कुल 22 राष्ट्रीय युवा पुरस्कार दिए गए हैं। एनवाईए 2017-18 के लिए कुल 14 पुरस्कार दिए गए थे, जिनमें व्यक्तिगत श्रेणी में दिए गए 10 पुरस्कार और संगठन श्रेणी में दिए गए 4 पुरस्कार शामिल हैं। एनवाईए 2018-19 के लिए कुल 8 पुरस्कार दिए गए थे, जिनमें व्यक्तिगत श्रेणी में दिए 7 पुरस्कार और संगठन श्रेणी में दिया गया एक पुरस्कार शामिल हैं। इस पुरस्कार में व्‍यक्तिगत श्रेणी में एक पदक, एक प्रमाण पत्र और 1,00,000/- रुपये का नकद पुरस्कार तथा संगठन श्रेणी में 3,00,000/- रुपये का नकद पुरस्कार दिया जाता है।

युवा मामले और खेल मंत्रालय का युवा मामले विभाग व्‍यक्तियों (आयु 15-29 वर्ष के बीच) और संगठनों को स्वास्थ्य, मानवाधिकारों के संवर्द्धन, सक्रिय नागरिकता, सामुदायिक सेवा जैसे विकास और समाज सेवा के विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य और योगदान के लिए राष्ट्रीय युवा पुरस्कार (एनवाईए) प्रदान करता है।

इन पुरस्कारों का उद्देश्य युवाओं को राष्ट्रीय विकास और समाज सेवा के क्षेत्र में उत्कृष्टता हासिल करने के लिए प्रेरित करना, युवाओं में समुदाय के प्रति जिम्मेदारी की भावना विकसित करने के लिए प्रोत्साहित करना और इस प्रकार उनकी व्यक्तिगत क्षमता में अच्‍छे नागरिकों के रूप में सुधार करना एवं समाज सेवा सहित राष्ट्रीय विकास के लिए युवाओं के साथ काम करने वाले स्वयंसेवी संगठनों द्वारा किए गए उत्कृष्ट कार्यों को मान्यता प्रदान करना है।

० आशा पटेल ० 

भारत ने टोक्यो ओलंपिक 2020 में कई ‘नयी’उपलब्धियां हासिल कीं, जिनकी शुरुआत नीरज चोपड़ा से हुई। नीरज चोपड़ा ने पुरुषों की भाला फेंक स्पर्धा के फाइनल में 87.58 मीटर की दूरी पर भाला फेंकने के साथ एथलेटिक्स में भारत के लिए ऐतिहासिक स्वर्ण पदक जीता। यह न केवल ओलंपिक में एथलेटिक्स में स्वतंत्र भारत का पहला स्वर्ण है, बल्कि एथलेटिक्स में किसी भारतीय द्वारा जीता गया अब तक का एकमात्र पदक भी है।

नई दिल्ली..आज की शाम, राष्ट्रीय राजधानी की किसी अन्य शाम की तरह नहीं थी, क्योंक हमारे ओलंपिक के सितारे टोक्यो में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के बाद स्वदेश वापस आये थे। केंद्रीय युवा कार्य और खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने अशोका होटल, नई दिल्ली में आयोजित एक समारोह में सात पदक विजेताओं - नीरज चोपड़ा, रवि कुमार दहिया, मीराबाई चानू, पीवी सिंधु, बजरंग पुनिया, लवलीना बोरगोहेन और पुरुषों की राष्ट्रीय हॉकी टीम को सम्मानित किया। इस अवसर पर पदक विजेताओं को सम्मानित करने वालों में शामिल थे- केंद्रीय कानून और न्याय मंत्री किरेन रिजिजू; युवा कार्य और खेल राज्य मंत्री निसिथ प्रमाणिक; खेल-सचिव रवि मित्तल और भारतीय खेल प्राधिकरण के महानिदेशक संदीप प्रधान।

स्वर्ण पदक विजेता नीरज; रजत पदक विजेता रवि; कांस्य पदक विजेता बजरंग, लवलीना और मनप्रीत टोक्यो, 2020 के समापन समारोह में शामिल होकर भारत लौटे। भव्य अभिनंदन के दौरान अन्य पदक विजेता मीराबाई और सिंधु भी कार्यक्रम में शामिल हुईं।

केन्द्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा, “टोक्यो ओलंपिक, 2020 में भारत के लिए कई चीज़ें पहली बार हुईं हैं। ओलम्पिक में टीम इंडिया की सफलता इस बात का प्रतिबिंब है कि कैसे न्यू इंडिया दुनिया में- यहां तक कि खेल में भी एक प्रमुख शक्ति के रूप में उभरने की इच्छा और आकांक्षा रखता है। ओलंपिक खेलों ने हमें दिखाया है कि आत्म-अनुशासन और समर्पण से हम चैंपियन बन सकते हैं। टीम इंडिया ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया और हमें प्रेरित किया,  जबकि देशवासियों ने खुशी मनाई और उत्सव मनाया। वास्तव में खेलों में लोगों को एक सूत्र में बांधने की शक्ति होती है, क्योंकि हमारे एथलीट गांवों और शहरों, देश के उत्तर से दक्षिण तथा पूर्व से पश्चिम भाग से आते हैं। उनकी यात्रा सहनीयता और खेल उत्कृष्टता की एक अविश्वसनीय कहानी है।"                 

खेल मंत्री ने आगे कहा कि इस बार के ओलंपिक खेलों में कई चीजें पहली बार हुई हैं, जैसे 128 सदस्यीय भारतीय दल, 7 ओलंपिक पदक, एथलेटिक्स स्पर्धा में हमारा पहला ओलंपिक स्वर्ण पदक, पीवी सिंधु का दो ओलंपिक खेलों में लगातार दो पदक जीतना, 41 साल के अंतराल के बाद हॉकी में भारतीय पुरुष टीम द्वारा एक पदक (कांस्य) जीतना और महिला हॉकी टीम का सेमीफाइनल में ऐतिहासिक प्रवेश ।  हमारे पास ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाली भारत की पहली महिला नाविक नेत्रा कुमानन भी थीं, 

ओलंपिक में जगह बनाने वाली भारत की पहली भारतीय तलवारबाज़- भवानी देवी, घुड़सवारी स्पर्धा में एक भारतीय फ़वाद मिर्ज़ा द्वारा सर्वश्रेष्ठ स्थान हासिल किया गया, नौकायन से जुड़े भारतीय खिलाड़ियों द्वारा अब तक सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन, अदिति अशोक द्वारा गोल्फ में किसी भारतीय द्वारा सर्वोच्च स्थान हासिल करना और अविनाश साबले द्वारा पैदल चालन स्पर्धा में एक राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाते हुए सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया गया था। मैं यहां यह भी जोड़ना चाहूंगा कि भारत में खेलों की नींव मज़बूत है; प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में विभिन्न योजनाओं जैसे लक्ष्य ओलंपिक पोडियम योजना (टॉप्स) और खेलो इंडिया अभियान ने पोडियम फिनिश सुनिश्चित करने की दिशा में सकारात्मक परिणाम दिखाए हैं। खेल मंत्री ने ज़ोर देकर कहा कि हम अपने खिलाड़ियों का समर्थन करना जारी रखेंगे और हम भारत को एक खेल महाशक्ति बनाने का मज़बूती से प्रयास करेंगे।

 किरेन रिजिजू ने सभी एथलीटों के प्रदर्शन की प्रशंसा की और इस बात को दोहराया कि 2028 के ओलंपिक तक भारत खेल के क्षेत्र में एक ताकत बन जाएगा। श्री रिजिजू ने कहा, “आज अपने चैंपियन एथलीटों के साथ इस स्थान पर खड़े होकर मैं कितना रोमांचित हूं, उसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। यह एक ऐतिहासिक घटना है जिसमें भारत ने ओलंपिक में अब तक का अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है। हमारे पास गर्व करने के लिए बहुत कुछ है। हमारे पास 41 साल बाद हॉकी में पदक और एथलेटिक्स में पहला स्वर्ण पदक है। सिर्फ हमारे पदक विजेता ही नहीं, बल्कि प्रत्येक एथलीट ने टोक्यो में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है। मैं उन सभी को बधाई देता हूं। यह सिर्फ शुरुआत है क्योंकि खेल के क्षेत्र में भारत का पुनरुत्थान अब दिखाई देने लगा है और मुझे विश्वास है कि 2028 के ओलंपिक तक भारत एक ताकत बन जाएगा।”

 निसिथ प्रमाणिक ने टोक्यो ओलंपिक में भारतीय एथलीटों के प्रदर्शन की सराहना की और कहा कि आपने भारत को गौरवान्वित किया है। सभी पदक विजेताओं को बधाई देते हुए, श्री प्रमाणिक ने कहा कि भारतीय दल ने टोक्यो ओलंपिक में 7 पदक जीते हैं, जोकि भारत द्वारा अब तक के किसी भी ओलंपिक में जीते गए पदकों में सबसे अधिक है। यह एक ऐतिहासिक और यादगार कार्यक्रम है, जो आने वाली पीढ़ी के लिए प्रतिस्पर्धी खेलों को अपनाने और भारत को गौरवान्वित करने के लिए प्रेरणा का एक बड़ा स्रोत बनेगा।   

बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु लगातार दो ओलंपिक पदक जीतने वाली भारत की एकमात्र महिला खिलाड़ी बनीं। उन्होंने रियो ओलंपिक 2016 में रजत पदक जीता था और टोक्यो ओलंपिक 2020 में कांस्य पदक अपने नाम किया। मीराबाई चानू, कर्णम मल्लेश्वरी के बाद देश की दूसरी भारोत्तोलन पदक विजेता और रजत पदक जीतने वाली पहली भारोत्तोलक बनीं।

इस बीच, भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने मॉस्को ओलंपिक 1980 में अपने स्वर्ण पदक के बाद ओलंपिक में हॉकी में अपना पहला पदक जीता, जबकि भारत की महिला हॉकी टीम ने भी पहली बार ओलंपिक के सेमीफाइनल में प्रवेश किया। टोक्यो ओलंपिक में भारत के रिकॉर्ड 128 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया और इस बार भारत ने किसी भी ओलंपिक से ज्यादा पदक जीते। टोक्यो ओलंपिक में भारत ने एक स्वर्ण, दो रजत और चार कांस्य के साथ रिकॉर्ड सात पदक जीते। 

रवि कुमार दहिया ओलंपिक में रजत पदक जीतने वाले देश के दूसरे पहलवान बने, जबकि लवलीना बोरगोहेन महान मुक्केबाज मैरी कॉम के बाद मुक्केबाजी में दूसरी महिला ओलंपिक कांस्य पदक विजेता और ओलंपिक पदक जीतने वाली अब तक की तीसरी भारतीय मुक्केबाज बन गईं। इस बार के ओलंपिक खेलों में भारत की नयी उपलब्धियां भवानी देवी, नेत्रा कुमानन और अदिति अशोक से भी संबंधित थीं। जहां भवानी ओलंपिक खेलों में तलवारबाजी शामिल किए जाने के बाद से, ओलंपिक में प्रतिस्पर्धा करने वाली भारत की एकमात्र तलवारबाज बनीं, नेत्रा ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाली भारत की पहली महिला नाविक बनीं। इस बीच, अदिति अशोक, गोल्फ में चौथे स्थान पर रहीं और ओलंपिक में इस खेल स्पर्धा में सर्वोच्च स्थान हासिल करने वाली भारतीय बनीं।

आशा पटेल ० 

जयपुर रनर्स और त्रिमूर्ति बिल्डर्स के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित त्रिमूर्ति मानसून रन के पांचवे संस्करण में आज़ादी के अमृत महोत्सव को सेलिब्रेट करते हुए मिले सुर मेरा तुम्हारा के गीत गाते हुए रन के साथ जामुन और फलदार पोधे कुकस में लगाये गए.

जयपुर रनर्स के फाउंडर मुकेश मिश्रा और रवि गोयनका ने बताया की कोरोना के बाद पहली बार आयोजित हुए रन सुबह चार बजे से ही रनर्स कुकस के महाराणा ग्रीन रिसोर्ट में जयपुर के अलग अलग कोनो से आकर इकठा होने लगे और रन के लिए वार्म अप करके तैयार होने लगे , वार्मअप जयपुर की सीजनड रनर और जयपुर रनर्स क्लब की निदेशक साधना आर्या और कोच दिनेश चोधरी ने कराया ,लेकिन वार्म अप के बाद मोसम में उमस बढ़ गयी और रनिंग के लिए मोसम टफ हो गया लेकिन जयपुर के रनर्स के जोश और जज्बे में कोई कमी नहीं आई रनर्स ने 5 ,10 और 20 किमी की अलग अलग श्रेणियों में कुकस की पहाड़ियों के बीच हरी भरी वादियों में छोटे छोटे ग्रुप बनाकर दौड़ लगायी ,

कुकस में महाराणा ग्रीन रिसोर्ट से शुरू हुई इस रन में जयपुर रनर्स के साथ त्रिमूर्ति बिल्डर्स के निदेशक अभिषेक मिश्रा आयकर विभाग जयपुर से अपर आयकर आयुक्त भंवर सिंह रतनू ,सुशिल कुलहरी ,जॉइंट कमिश्नर दिनेश बडगुजर ,चन्द्र प्रकाश मीना , नार्थ वेटेरन रेलवे से डी जी एम् शशि किरण , के एस मीना , ,एब्डोमिनल केंसर ट्रस्ट के फाउंडर डॉक्टर संदीप जैन , ओम फार्च्यून ट्रस्ट , इ एच सी सी हॉस्पिटल ,फिजियो रनर्स से अविनाश सैनी ने शिरकत की

दो पहाड़ी और उतार चडाव वाला था रन जयपुर रनर्स क्लब के फाउंडर मुकेश मिश्रा और रवि गोयनका ने बताया की मोसम में जबर्दस्त उमस के कारण आज का रन काफी मुश्किल हो गया था इस रुट पर दो पहाड़ियां और काफी उतार चडाव है जिसके कारण डीहाईडरेशन का खतरा बढ़ जाता है लेकिन रनर्स ने जबर्दस्त उत्साह दिखाते हुए रन को जोश और जज्बे के साथ पूरा किया , रनर्स को सपोर्ट करने के लिए , इ एच सी सी हॉस्पिटल की पूरी टीम एम्बुलेंस के साथ पुरे रन में मोजूद थी साथ ही ओम फार्च्यून ट्रस्ट के वालंटियर्स वाटर सपोर्ट और लेमन सपोर्ट के लिए मोजूद थे

रीटर्न गिफ्ट में मिले बर्ड फीडर और मेडल्स – त्रिमूर्ति बिल्डर्स के निदेशक अभिषेक मिश्रा ने बताया की आमतोर पर जब हम पक्षियों को दाना डालते है तो उसमे से काफी मात्रा में दाना खराब हो जाता है इसीको देखते हुए रनर्स को आज बर्ड फीडर रिटर्न गिफ्ट के रूप में दिए गए है साथ ही नाम लिखे हुए फिनिशर मेडल भी सभी रनर्स को दिए गए

* अजय खरे *

रीवा । ओलंपिक खेल में स्वर्ण पदक के लिए भारत का 13 साल का इंतजार खत्म हुआ और भारत को ओलंपिक इतिहास में ट्रैक एंड फील्ड स्पर्धा का पहला स्वर्ण मिला है। ओलंपिक एथलीट्स इतिहास के ट्रैक और फील्ड क्षेत्र में जैवलिन थ्रो के माध्यम से देश का नाम रोशन करते हुए खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने इधर टोक्यो ओलंपिक 2020 में भारत के लिए पहली पदक उपलब्धि के रूप में स्वर्ण से शुरुआत की है । ओलंपिक खेलों के 100 साल से भी पुराने इतिहास में भारत को अभी तक कुल 10 स्वर्ण पदक हासिल हुए हैं जिसमें हॉकी में 1928 से 1956 तक लगातार 6 स्वर्ण पदक लेने के बाद 1964 और 1980 में भी एक एक स्वर्ण पदक जीते हैं । 

टोक्यो ओलंपिक 2020 के अंतिम दौर में भारत को जैवलिन थ्रो में स्वर्ण पदक मिल जाने के बाद उसने अभी तक का अपना सबसे अच्छा प्रदर्शन करते हुए एक स्वर्ण दो रजत और 4 कांस्य पदक के साथ कुल सात पदक हासिल किए हैं , जबकि 2012 में दो रजत चार कांस्य पदक सहित कुल छह पदक जीते थे। स्वर्ण पदक जीतने के बाद भारत वर्तमान ओलंपिक पदक तालिका ग्राफ में 66 वें स्थान से 47 वें पर आ गया है । ओलंपिक खेल के इतिहास में भारत कभी एक साथ दो स्वर्ण पदक नहीं जीत पाया है । अभी तक उसे 10 बार एक स्वर्ण पदक से संतोष करना पड़ा है । 

सन 1900 से 2021 तक ओलंपिक में भारत को 10 स्वर्ण पदक समेत कुल 35 पदक मिले हैं । इसमें सबसे ज्यादा 11 पदक हॉकी में हैं।  व्यक्तिगत स्वर्ण पदक सन 2008 के बीजिंग ओलंपिक के शूटिंग में भारत के अभिनव बिंद्रा और इधर टोक्यो ओलंपिक के जैवलिन थ्रो में नीरज चोपड़ा के नाम है । यह चिंताजनक बात है कि भारत से बहुत पिछड़े छोटे देश भी पदक तालिका में आगे बने हुए हैं । पिछले प्रदर्शन से बेहतर प्रदर्शन की आत्ममुग्धता और खुशफहमी से ऊपर उठकर पदक तालिका में अग्रणी अन्य देशों की तुलना में शानदार प्रदर्शन के लिए मोदी सरकार को भागीरथी प्रयास करने होंगे । 

अंत में , ओलंपिक एथलीट्स में भारत का स्वर्ण से पदक खाता खोलकर इतिहास रचने के लिए जैवलीन थ्रो की भाला फेंकने की स्पर्धा के खिलाड़ी नीरज चौपड़ा को बहुत बहुत बधाई और ढेर सारी शुभकामनाएं । ओलंपिक में भाग लेने वाले भारतीय खिलाड़ी दल को भी बहुत-बहुत बधाई जिसने खेल बजट में हुई संसाधनों की कटौती के बाद भी अपनी जी तोड़ मेहनत में कोई कमी नहीं की । समय रहते पर्याप्त संसाधन और मदद मिलती तो टोक्यो ओलंपिक में शामिल भारतीय टीम का प्रदर्शन और अच्छा होता ।

० आशा पटेल ० 

जयपुर । टैक्स प्रोफेशनल एसोसिएशन के तत्वाधान में दो दिवसीय क्रिकेट लीग का आयोजन कोडाई स्पोर्ट्स अकैडमी, जयपुर में जुलाई 24 व 25, 2021 को किया जा रहा है । कार्यक्रम की शुभारंभ इंस्टिट्यूट ऑफ़ चार्टर्ड अकाउंटेंट ऑफ़ इंडिया के रीजनल काउंसिल सदस्य सीए सचिन कुमार जैन, सैनिरो बिजनेस अकाउंटिंग सॉफ्टवेयर के प्रमोटर सीए अश्विनी मुंदड़ा व अन्य गणमान्य लोगों ने दीप प्रज्वलित करके किया ।
इस लीग के आयोजक सीए अंकित कुमार जैन व सीए अनूप राटा ने बताया कि इस लीग में 8 टीमों ने भाग लिया जिसमें सीए, सीएस व सीएमए के सदस्यों ने व विद्यार्थियों ने भाग लिया । बेस्ट टीम के आधार पर इस लीग के क्वार्टर फाइनल, सेमीफाइनल एवं फाइनल मैच जुलाई 25, 2021 को आयोजित किया जाएगा । कार्यक्रम के प्रायोजक सैनिरो बिजनेस अकाउंटिंग सॉफ्टवेयर, दी वाच फैक्ट्री, राजपूताना हॉस्पिटल तथा मोटीवेट जिम ने सभी प्रतिभागियों तथा आगंतुकों को डिस्काउंट कूपन वितरित किए । इसके अलावा सीए, सीएस व सीएमए इंस्टीट्यूट के गणमान्य पदाधिकारियों ने आकर खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाया 

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