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पार्लियामेंट थाने में जब भगत सिंह को 1929 में बंदी बनाकर लाया गया था


० योगेश भट्ट ० 

नई दिल्ली - यहाँ राष्ट्रीय सैनिक संस्था की दिल्ली इकाई ने संसद मार्ग स्थित पार्लियामेंट पुलिस स्टेशन में एक ऐतिहासिक कार्यक्रम आयोजित किया। दरअसल 8 अप्रैल 1929 को भगत सिंह और बटुकेश्वर दत्त को नेशनल असेंबली संसद भवन में पर्चियों से भरा बम्ब धमाका करने के बाद गिरफ्तार कर यहाँ लाया गया। राष्ट्रीय सैनिक संस्था के राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के संयोजक राजीव खोसला ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा की पार्लियामेंट पुलिस स्टेशन शायद पहला पुलिस स्टेशन होगा जहां इस तरह के देश भक्ति के कार्यक्रम आयोजित करने की विधिवत अनुमति दी गई। 

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राष्ट्रिय सैनिक संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीर चक्र प्राप्त कर्नल तेजेंद्र पाल त्यागी ने सार्वजनिक स्थानों पर गुडमोर्निंग, आदाब, सतश्रीकाल, नमस्ते को इज्जत के साथ अवकाश देकर जय हिन्द बोलने और बुलवाने का संकल्प दिलवाया। इस कार्यक्रम मे विशिष्ट अतिथि पद्मश्री जितेंद्र सिंह शंटी , पूर्व न्यायधीश अरुण कुमार धवन, देश के प्रमुख समाजसेवी व महात्मा हजारीलाल मेमोरियल ट्रस्ट के राष्ट्रीय अनुज शर्मा , सरदार कुलदीप सिंह भोगल , पूर्व एसीपी वेद भूषण, प्रोफेसर दिल्ली यूनिवर्सिटी डॉ सपना बंसल, अपने अपने वक्तव्यों में भगत सिंह और बटु केश्वर दत्त की कार्यवाही को जागरूपता अभियान बताया और ऐतिहासिक संसद थाने में ऐतिहासिक कार्यक्रम करने की अहमियत को जनता तक पहुंचाने का सभी से वादा भी लिया।

चंद्र सैनी ग्रुप द्वारा 90 फिट चित्रक में राष्ट्रभक्ति को चिन्हित किया गया राष्ट्र कवियों द्वारा जिसमें विशेष तौर पर कवित्री पूनम भाटिया, विभा राज वैभवी, देवेंद्र देव , साक्षत भसीन , युवा कवि जितेंद्र द्वारा एवं कबीर शर्मा ने देश प्रेम की वो कवितायें पढ़ी गई जिन्हें टेलीविजन स्क्रीन या किताबो में नहीं देखा जा सकता। रिटायर्ड ज्वाइंट कमिश्नर एसबीएस त्यागी वह थाना अध्यक्ष दिनेश कुमार ने उपरोक्त कार्यक्रम की 2013 में नीव रखी थी। आज जो प्रतीक चिन्ह भेट किया गया उसकी घडी में 14 क्रांतिकारी वीरों की तस्वीरें लगी हुई है। हम चाहते हैं कि हर सरकारी दफ्तर के टेबल पर यह घडी हो।

दिल्ली पुलिस की ओर से दिनेश कुमार, असिस्टेंट कमिश्नर पुलिस, अतर सिंह, कोतवाल अखिलेश मिश्रा ने कार्यक्रम में पूरी रुचि दिखाते हुए एक नया इतिहास रच दिया और लगा की दिल्ली पुलिस नागरिको के प्रति संवेदनशील है। इंदौर से आए  राहुल इंकलाब, रामदयाल मीणा, गोपाल लाल माली राधेश्याम मीणा, जितेंद्र प्रसाद बागड़ी, रवि कुमार चौहान, सभी जयपुर से आए  सुशील खन्ना, डीके मेंदीरत्ता कबीर शर्मा, अधिवक्ता राजकुमार जैन, रीमा, डिंपल पीटर, जे राजन, मोहम्मद आलम और  हितेश शर्मा ने भगत सिंह और बटुकेश्वर दत्त पर अत्यंत लोंम हर्षक नाट्य रूपांतर पेश किया।
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