० नूरुद्दीन अंसारी ०
नयी दिल्ली : कोने एलिवेटर इंडिया, जो फिनलैंड के कोने कॉर्पोरेशन की पूर्ण स्वामित्व वाला अनुषंगी है, और भारत के लिए अग्रणी एलिवेटर एवं एस्केलेटर आपूर्तिकर्ता है, ने लोगों को प्रमुख पर्यावरणीय समस्याओं के प्रति जागरूक करने का अभियान शुरू किया है। इस अभियान का पहला चरण एनसीआर क्षेत्र में शुरू किया गया है और इसे दूसरे क्षेत्रों में बढ़ाया जायेगा। चटख, सजीव और आकर्षक वॉल पेंटिंग्स के जरिए, कोने एलिवेटर इंडिया तीन चुने गये क्षेत्रों में पर्यावरण संरक्षण का संदेश देगा। उक्त तीनों क्षेत्रों में सिंगल-यूज प्लास्टिक के चलते होने वाला प्रदूषण, अपशिष्ट प्रबंधन और जल संरक्षण शामिल हैं। यह पहल, भारत सरकार के स्वच्छ भारत मिशन के अनुरूप है।
कोने एलिवेटर इंडिया के प्रबंध निदेशक,अमित गोसाईं ने कहा, ''समाज के प्रति हमारी वचनबद्धता हमारी मूल्य प्रणाली का अभिन्न हिस्सा है और कोने में, हम समाज के प्रति अपना कर्तव्य निभाने हेतु हमेशा से प्रयासरत रहे हैं। पर्यावरण के प्रति सजग कंपनी के रूप में, हमारे इस अभियान का उद्देश्य, टिकाऊ विकास के जरिए समाज को बेहतर बनाना है।''
ग्रीन ड्रीम फाउंडेशन के सहयोग से शुरू की गई इस पहल के जरिए स्थानीय और पेशेवर कलकारों के साथ जुड़कर सार्वजनिक स्थानों पर विचारोत्तेजक चित्र बनाये जायेंगे, शहर की बेजान दीवालों पर जानदार तस्वीरें उकेरी जायेंगी और उन्हें रंगबिरंगा आकर्षक रूप प्रदान किया जायेगा। एनसीआर क्षेत्र में इस प्रोजेक्ट को पहली बार क्रियान्वित किया जा रहा है। नोएडा की कुछ दीवालें पेंट की जा चुकी हैं और दिल्ली में यह कार्य शुरू हो चुका है, जिसके बाद इसे गुरुग्राम में शुरू किया जायेगा।
वॉल पेंटिंग्स के बाद अनेक सार्वजनिक स्थलों पर असाधारण कलाकृतियां स्थापित की जायेंगी। ये आकर्षक प्लास्टिकोफिलिक™ कलाकृतियां, अनौपचारिक डंप यार्ड्स या लागू प्रतिबंध के चलते जब्त प्लास्टिक की अनुपयोगी सामगियों का उपयोग करके तैयार की जायेंगी। इनके जरिए, कोने एलिवेटर टिकाऊपन (सस्टेनेबिलिटी) के तीन सूत्रों यानि की 3R - रिड्यूस (कम करना), रियूज (दोबारा उपयोग करना) और रिसाइकल (पुनरावर्तन) को समर्थन देगा।
इस अभियान के जरिए कला न केवल सर्वसुलभ हो सकेगी और पर्यावरणीय समस्याओं के प्रति जागरूकता पैदा की जा सकेगी, बल्कि इससे उन स्थानीय पेंटर्स एवं कलाकारों को आजीविका का साधन भी मिलेगा, जो मौजूदा महामारी के चलते कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं।
अमित ने आगे बताया, ''हमारा मानना है कि पर्यावरण संरक्षण के संदेश पर जोर देने व इसके प्रति जागरूकता पैदा करने के लिए कला सबसे सशक्त माध्यम है। चटख रंग, शक्तिशाली संप्रेषण साधन हैं और इनका उपयोग करके प्रोत्साहन दिया जा सकता है, मनोदशा प्रभावित की जा सकती है और शारीरिक प्रतिक्रियाओं पर भी असर डाला सकता है। हमें विश्वास है कि इससे हमारे लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक होने की प्रेरणा मिलेगी, हम हमारे सभी क्रियाकलापों में पर्यावरण का ध्यान रख सकेंगे और टिकाऊ विकास की दिशा में कार्य कर सकेंगे।''
इस पहल के बारे में बताते हुए, ग्रीन ड्रीम फाउंडेशन के फाउंडेर प्रेसिडेंट, आशीष सचदेवा ने कहा, ''टिकाऊपन, समय की मांग है और कॉर्पोरेशंस, यूएलबी एवं एनजीओ के परस्पर सहयोग से ही इसे हासिल किया जा सकता है। कोने एलिवेटर इंडिया और आगे संबंधित शहरों के यूएलबी के साथ हमारा सहयोग, हमें स्वच्छ भारत मिशन के अनुरूप स्वच्छ भारत के निर्माण की हमारी समग्र सोच के करीब ले जाता है। हम हमारी सभी पहलों में मूल रूप से ट्रिपल बॉटमलाइन एप्रोच को ध्यान में रखते हुए कलाकृति एवं कड़ी मेहनत के साथ नवाचार को जोड़कर इसे हासिल करेंगे।''
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