० संवाददाता द्वारा ०
नयी दिल्ली - गोपाल किरन समाजसेवी संस्था द्वारा 11 जून को इण्डियन सोशल इंस्टीट्यूट ,लोधी रोड, नई दिल्ली में एक दिवसीय राष्ट्रीय शिक्षा संवाद व सावित्रीबाई फुले ग्लोबल आइकॉन शिक्षक अवार्ड का कार्यक्रम आयोजित रहा है। इस संदर्भ मे एक बैठक एवार्ड कार्यालय नई दिल्ली में डॉ. बी. मिश्रा की अध्यक्षता में हुईं। इस अवसर पर संस्था के अध्यक्ष श्रीप्रकाश सिंह निमराजे ने कार्यक्रम के बारे में बताया कि आयोजन सफल हो इसके लिए विभन्न स्तर पर समिति बनाई गई है
जिसमें समितियां*पंजीकरण समिति ,भोजन निगरानी समिति,अनुशासन /महिला सुरक्षा समिति ,प्रमाण पत्र वितरण समिति, सांस्कृतिक / समिति ,चिकित्सा समिति ,अतिथियों को लाने ले जाने वाली समिति ,स्वागत समिति ,मंच सज्जा समिति ,रिपोर्टिंग राइटिंग ,दस्तावेजीकरण समिति गठित की जाकर जिम्मेदारी दी गई है। इस कार्यक्रम में प्रमुखता के साथ गुजरात,राजस्थान,दिल्ली,पंजाब,हरियाणा,चंडीगढ़,जम्मू,हिमाचल,झारखंड,महाराष्ट्र,मध्यप्रदेश,छत्तीसगढ़,उत्तरप्रदेश,बिहार,उत्तराखंड, तेलगांना, गोवा, आदि राज्य से प्रमुखता से शिक्षक भाग लेंगे।
नई दिल्ली में आयोजित एक दिवसीय राष्ट्रीय शिक्षा संवाद का कार्यक्रम का उद्देश्य पूरे देश की शिक्षा में समानता ओर गुणवत्ता हो,निजी स्कूलों की तर्ज पर सरकारी स्कुलों को कैसे बेहतर बनाया जा सकता है,बच्चों की ऑफ लाइन पढ़ाई के बारे में , ऑनलाइन पढ़ाई में बच्चों ने कितनी पढ़ाई की ओर उसका आउटपुट क्या निकला, विद्यालयों की घटती संख्या , ओर कम होते स्कूल, शिक्षकों को रोजगार की समस्या , नई शिक्षा नीति, का प्रभाव, परस्पर शिक्षकों के अनुभवों का आदान प्रदान,शिक्षा में बजट में वृद्धि ,शिक्षकों की समस्या का व्यापक हल खोजना आदि विषयों पर व्यापक चर्चा /संवाद का हल निकालना है।
कार्यक्रम के आयोजक व कन्सेप्ट प्लानर तथा अध्यक्ष श्रीप्रकाश सिंह निमराजे, ने बताया है कि इस कार्यक्रम की रूपरेखा मैं पुष्पा अनिल , एच.निशा खान के साथ उसके क्रियान्वयन मैं शेलश प्रजापति की भूमिका के साथ नसीम बानो , सुशीला देवी का मोटीवेशन , के फलस्वरूप यह कार्यक्रम एक आकार ले सका है। जिसका समन्वयक समन्वयक शेलश प्रजापति, समिति के प्रभारी मोहनलाल सुमन को बनाया गया है इसके दस्तावेजीकरन प्रीति चौधरी ,अंजू सैनी जी ने निभा रही है। देश के इतिहास मैं यह ऐतिहासिक अवसर है जब पहली बार इतने शिक्षक एक साथ बैठ कर चर्चा करने वाले है।
कार्यक्रम के आयोजक व कन्सेप्ट प्लानर तथा अध्यक्ष श्रीप्रकाश सिंह निमराजे, ने बताया है कि इस कार्यक्रम की रूपरेखा मैं पुष्पा अनिल , एच.निशा खान के साथ उसके क्रियान्वयन मैं शेलश प्रजापति की भूमिका के साथ नसीम बानो , सुशीला देवी का मोटीवेशन , के फलस्वरूप यह कार्यक्रम एक आकार ले सका है। जिसका समन्वयक समन्वयक शेलश प्रजापति, समिति के प्रभारी मोहनलाल सुमन को बनाया गया है इसके दस्तावेजीकरन प्रीति चौधरी ,अंजू सैनी जी ने निभा रही है। देश के इतिहास मैं यह ऐतिहासिक अवसर है जब पहली बार इतने शिक्षक एक साथ बैठ कर चर्चा करने वाले है।
11 जून को एक दिवसीय कार्यक्रम में देश के विभिन्न जगहों के साथ ही देश के बाहर के लोगों को आमंत्रित किया गया है। इस अवसर पर कई महत्वपूर्ण सुझाव प्राप्त हुए जो कार्यक्रम की दशा तय करेगा। यह कार्यक्रम देश में एक इतिहास रचेगा है ,जो न केवल एक संस्था या व्यक्ति का है बल्कि इसमें उस हर एक व्यक्ति और संस्था का योगदान है जो समाज को समाज में सकारात्मक बदलाव की सोच रखता है । इसमें उपस्थित होने वाले सहभागीयों , को ह्रदय से आभार जो इस नेक कार्य में आगे आकर बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेने वाले है। इस कार्यक्रम में प्रमुख रूप से रानू छारी, श्रीप्रकाश श्रीवास्तव, रविन्द्र सिंह,शैलेन्द्र कुमार लाल, संयुक्त सचिव,नवजीत सिंह, असलम जावेद आदि ने महत्वपूर्ण सुझाव रखेंगे।
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