० योगेश भट्ट ०
नयी दिल्ली - दिल्ली प्रदेश नेशनल पैंथर्स पार्टी के अध्यक्ष राजीव जौली खोसला ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से गुजारिश की वे दिल्ली की जनता को गुमराह करना बंद करें। खोसला ने कहा कि कुछ समय पूर्व इन्होंने सैकड़ों लो-फ्लोर बसें दिल्ली की सड़कों पर उतारने का दावा किया था, अगर बसें सड़कों पर उतरी होती तो दिल्ली में निजी बसें क्यों चलाई जा रही हैं। यह भी भ्रष्टाचार की निशानी है कि स्कूल बंद है और माफियों की मिलीभगत से बसों को सड़कों पर चलाया जा रहा है, जिसमें नाम मात्र की सवारियां ही यात्रा करती हैं। ज्यादातर बसें स्टैंड पर रुकती ही नहीं, क्योंकि इनके ऊपर निगरानी करने वाला कोई भी नहीं है।
उन्होंने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री सरकार का पैसा खुलेआम लूट रहे हैं। विज्ञापनों में करोड़ों रुपये पानी की तरह बहाए जा रहे हैं, जबकि सड़कों पर हजारों बच्चे भूखे पेट भीख मांग रहे हैं। माफिया गैंगस्टरों के साथ मिलकर केन्द्र की भाजपा सरकार भी चुप्पी साधे बैठी है। सब मिल-बांटकर जनता पर खर्च किये जाने वाला पैंसा खुद खा रहे हैैं। हर सड़क पर कूड़े के ढेर, कचरों के बदबूदार कूड़ेदान पैदल चलने वाली पगडंडियों पर रखे हुए हैं। यह हाल नई दिल्ली की अति विशिष्ट नेताओं के आवासों के आसपास है। दिल्ली इस गंदगी से बेहाल है और दूसरे किस्म की महामारियों को न्यौता देने वाली है। हो सकता है ओमिक्रोन जैसी भंयकर बीमारी इसी गंदगी का कारण हो।
पैंथर्स पार्टी इसका विरोध करती है और मांग करती है कि गंदी और बदबूदार दिल्ली की सफाई शीघ्र हो, ताकि दिल्ली को दुनिया के सुंदर देशों में से एक बनाया जाय।
नयी दिल्ली - दिल्ली प्रदेश नेशनल पैंथर्स पार्टी के अध्यक्ष राजीव जौली खोसला ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से गुजारिश की वे दिल्ली की जनता को गुमराह करना बंद करें। खोसला ने कहा कि कुछ समय पूर्व इन्होंने सैकड़ों लो-फ्लोर बसें दिल्ली की सड़कों पर उतारने का दावा किया था, अगर बसें सड़कों पर उतरी होती तो दिल्ली में निजी बसें क्यों चलाई जा रही हैं। यह भी भ्रष्टाचार की निशानी है कि स्कूल बंद है और माफियों की मिलीभगत से बसों को सड़कों पर चलाया जा रहा है, जिसमें नाम मात्र की सवारियां ही यात्रा करती हैं। ज्यादातर बसें स्टैंड पर रुकती ही नहीं, क्योंकि इनके ऊपर निगरानी करने वाला कोई भी नहीं है।
उन्होंने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री सरकार का पैसा खुलेआम लूट रहे हैं। विज्ञापनों में करोड़ों रुपये पानी की तरह बहाए जा रहे हैं, जबकि सड़कों पर हजारों बच्चे भूखे पेट भीख मांग रहे हैं। माफिया गैंगस्टरों के साथ मिलकर केन्द्र की भाजपा सरकार भी चुप्पी साधे बैठी है। सब मिल-बांटकर जनता पर खर्च किये जाने वाला पैंसा खुद खा रहे हैैं। हर सड़क पर कूड़े के ढेर, कचरों के बदबूदार कूड़ेदान पैदल चलने वाली पगडंडियों पर रखे हुए हैं। यह हाल नई दिल्ली की अति विशिष्ट नेताओं के आवासों के आसपास है। दिल्ली इस गंदगी से बेहाल है और दूसरे किस्म की महामारियों को न्यौता देने वाली है। हो सकता है ओमिक्रोन जैसी भंयकर बीमारी इसी गंदगी का कारण हो।
पैंथर्स पार्टी इसका विरोध करती है और मांग करती है कि गंदी और बदबूदार दिल्ली की सफाई शीघ्र हो, ताकि दिल्ली को दुनिया के सुंदर देशों में से एक बनाया जाय।
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