० आशा पटेल ०
कोटा।संयुक्त किसान मोर्चा की शाहजहाँपुर बोर्डेर से रवाना हुई किसान विजय यात्रा अखिल भारतीय किसान सभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अमराराम, पूर्व विधायक पेमाराम, छगन चौधरी के नेतृत्व में कोटा पहुँची। जयपुर से समग्र सेवा संघ के प्रान्तीय अध्यक्ष सवाई सिंह व अरविन्द भारद्वाज भी विजय यात्रा में शामिल हुए। संयुक्त किसान, मज़दूर, जन मोर्चा संभाग कोटा की ओर से किसान विजय यात्रा का अँटाघर चौराहा स्थित शहीद पार्क पर भव्य स्वागत किया गया। यात्रा में नागौर, चूरु, सीकर, झुनझुनू के आंदोलनकारी किसान भी शामिल थे।
किसान विजय यात्रा में दर्जनों ट्रैक्टर झण्डे बैनर के साथ शामिल हुए। शहीद पार्क से ज़िला कलेक्टर कार्यालय तक रैली निकाली गई जिसमें ट्रेक्टरों के अलावा सेकडों वहाँ शामिल थे जिनमे बड़ी संख्या में महिलाएँ सवार थीं। कलेक्ट्रेट पर आयोजित सभा में वक्ताओं ने कहा की अभी काले क़ानून रद्द हुए लेकिन MSP का क़ानून बनना बाक़ी है। बिजली के निजीकरण की तलवार लटकी हुई है। अतः किसान मज़दूर व आम जनता की एकता को मज़बूत करने की आवश्यकता है। किसान नेताओं ने चेतावनी दी कि यदि मोदी सरकार अपने किये वादों से मुकरती है तो एक और बड़े आन्दोलन के लिये तैयारी करना है।
अखिल भारतीय किसान सभा के प्रदेश उपाध्यक्ष दुलीचंद बोरदा व किसान सर्वोदय मंडल के संभाग संयोजक फ़तहचंद बागला ने शहीद पार्क में आयोजित सम्मान समारोह के कार्यक्रम का संचालन किया। किसान विजय यात्रा में शामिल आंदोलनकारी किसानों को माला पहना कर सम्मानित किया गया। संयुक्त किसान मोर्चा के तमाम आह्वानों को लागू करने और कोटा में चले 127 दिन धरने को क़ामयाब बनाने वाले सभी किसान मज़दूर महिला कार्यकर्ताओं का माला पहनाकर सम्मान किया गया। इनमें अब्दुल हमीद गौड़, नंदलाल धाकड, भगवती प्रसाद, रवीन्द्र सिंह, रज़िया बानो, पुष्पा खिंची, महेन्द्र नेह, अब्दुल गफ़ूर, जगन्नाथ मीणा, उमाशंकर, विजय राघव, कुसुम शर्मा, महेश पारीक़, उमर सीआइडी, बदरीलाल मीणा, बद्रीलाल सेन, अजय शर्मा, चेतराम, राजेन्द्र मीणा, शब्बीर अहमद, फजर मोहम्मद आदि प्रमुख थे।
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