० आशा पटेल ०
जयपुर । बैंगलोर में आयोजित इन्वेस्टर्स कनेक्ट प्रोग्राम में 74 हजार 312 करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्रस्तावों पर हस्ताक्षर किए गये हैं। कुल 19 प्रस्तावित निवेश प्रस्तावों में 4 एमओयू और 15 एलओआई शामिल हैं। इन्वेस्ट राजस्थान समिट की श्रृंखला में देश- विदेश में कार्यक्रम आयोजित कर निवेशकों को राज्य में निवेश के लिए आमंत्रित किया जा रहा है। इस कड़ी में बैंगलोर की ताज वेस्ट एंड होटल में रोड़ शो का आयोजन किया गया। जिसमें उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री शकुंतला रावत और तकनीकी शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतन्त्र प्रभार) डॉ. सुभाष गर्ग की अगुवाई वाले प्रतिनिधि मंडल ने निवेशकों के साथ एमओयू और एलओआई किए। साथ ही, निवेशकों को राज्य में 24 – 25 जनवरी को होने वाले इन्वेस्ट राजस्थान समिट में आंमत्रित भी किया।
बैंगलोर रोड़ शो में किए गए निवेश प्रस्तावों में न्यू टेक्नोलॉजी पर आधारित उद्योगों रोबोटिक्स, ईवी, टेक्निकल टेक्सटाइल, रिन्यूएबल एनर्जी के साथ ही हॉस्पिटैलिटी, स्वास्थ्य और रियल एस्टेट शामिल हैं। इन प्रस्तावों में जेएसडब्ल्यू नियो एनर्जी द्वारा सिरोही में 1000 मेगावाट का हाइड्रो पंप बेस्ड एनर्जी स्टोरेज प्लांट लगाने का 4 हजार 900 करोड रुपये का प्रस्ताव प्राप्त हुआ है। साथ ही, एडवर्ब टेक्नोलॉजी द्वारा अलवर में स्थित ईएमसी जोन में ऑटोमेशन और रोबोटिक्स संबंधित उत्पाद बनाने की इकाई स्थापित करने का प्रस्ताव भी प्राप्त हुआ है। वहीं, मैसूर से भी करीब 160 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं।
इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री शकुंतला रावत ने कहा कि राज्य सरकार की नीतियों और योजनाओं से राजस्थान औद्योगिक विकास के नक्शे पर लगातार ऊभर रहा है। उन्होंने निवेशकों को संबोधित करते हुए कहा कि कर्नाटक में आईटी से जुड़ी महत्वपूर्ण कंपनियां स्थापित है। उनके लिए राजस्थान में निवेश करने का बेहतरीन अवसर है। राजस्थान निवेश प्रोत्साहन योजना- 2019 में आईटी को थ्रस्ट सेक्टर में शामिल कर विशेष लाभ दिए जा रहे हैं। जिससे राज्य में आईटी क्षेत्र से जुड़ी महत्वपूर्ण कंपनियों ने निवेश किया है। जिसमें इन्फोसिस, डोश बैंक, जैनपेक्ट और न्यक्लियस सॉफ्टवेयर महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि भविष्य की निवेश जरुरतों को ध्यान में रखते हुए सेक्टर आधारित नीतियां और योजनाएं बनाई जा रहीं हैं।
तकनीकी शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतन्त्र प्रभार) डॉ. सुभाष गर्ग ने कहा कि उर्जा के क्षेत्र में राजस्थान एक एनर्जी सरप्लस राज्य बन चुका है। जोधपुर के भाड़ला में 14 हजार एकड़ भूमि पर स्थापित विश्व का सबसे बड़ा सोलर पार्क है। रिन्यूएबल एनर्जी के क्षेत्र में राज्य में निवेश की अपार संभावनाएं हैं। इस क्षेत्र को विशेष प्रोत्साहन देने के लिए नई विशेष नीतियां भी जारी कर दी गई हैं। उन्होंने कहा कि औद्योगिक क्षेत्र में भूमि की कोई कमी नहीं हैं। रीको द्वारा 360 से अधिक औद्योगिक क्षेत्र विकसित किए जा चुके हैं। साथ ही, ईवी जोन, मेडिकल डिवाइस पार्क, पेट्रोलियम, केमिकल्स एवं पेट्रोकेमिक्लस, फिनटैक पार्क आदि स्थापित किए जा रहें हैं।
सीआईआई के सहयोग से किए गए इस कार्यक्रम में कृषि विभाग के प्रमुख शासन सचिव श्री दिनेश कुमार, राजस्थान फाउंडेशन के आयुक्त श्री धीरज श्रीवास्तव, रीको ईडी श्रीमती रूक्मणि रियार सीआईआई के कर्नाटक स्टेट काउंसिल चेयरमैन श्री रमेश रामादुरई, वाइस चेयरमैन श्रीमती ज्योति प्रधान, जेएसडब्ल्यू के वाइस प्रेसिडेंट वीरेश देवारमानी, विप्रो के वाइस प्रेसिडेंट प्रसेनजीत लाहिरी सहित राजस्थान सरकार के वरिष्ठ अधिकारी, सीआईआई के पदाधिकारी एवं उद्योग जगत से जुड़े लोग मौजूद रहे।
राज्य में 24-25 जनवरी को होने वाले इन्वेस्ट राजस्थान समिट के क्रम में देश- विदेश में किए जा रहे इन्वेस्टर्स कनेक्ट कार्यक्रमों से राज्य को अबतक करीब 5 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हो चुके हैं। दुबई से करीब 46 हजार करोड़, दिल्ली से 78 हजार 700 करोड़, मुम्बई से 1 लाख 94 हजार 950 करोड़, अहमदाबाद से 1 लाख 5 हजार करोड़. और बैंगलोर से 74 हजार 312 करोड़ रुपये के प्रस्तावित निवेश प्रस्ताव शामिल हैं।
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