पटना :जदयू के राष्ट्रीय सचिव राजीव रंजन प्रसाद ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को देश का सर्वकालीन सर्वश्रेष्ठ मुख्यमंत्री बताया है. प्रसाद ने कहा कि नीतीश कुमार को खाली खजाना, बदहाल कानून एवं व्यवस्था ,जर्जर सड़कें, बिजली के अभाव में अंधकार ,फटेहाल स्वास्थ्य व्यवस्था ,चरम पर उग्रवाद एवं औधोगिक मानचित्र पर शून्य बिहार मिला था. प्रसाद ने कहा कि अपने कार्यशैली से एक बीमार राज्य को विकास की नई ऊंचाइयों पर ले जाने का अविश्वसनीय करिश्मा उन्होंने कर दिखाया.
जहां राज्य का योजनाकार 2005 से 2022 तक आठ गुना बढ़ गया वहीं अंधकार से रोशनी का सफर श्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में संपन्न हुआ।22 से 24 घंटे गांव एवं शहरों में उपलब्ध है. गड्ढे में सड़क या सड़क में गड्ढे के बदनाम मुहावरे को बदल कर उन्होंने राज्य में गुणवत्तापूर्ण सेतु, महासेतुओं,राज्य उच्च पथ, शहरों एवं ग्रामीण इलाकों में सड़कों काजाल बिछा दिया। प्रसाद ने कहा कि लाखों शिक्षकों की नियुक्ति,नए भवनों का निर्माण, अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से सुपर स्पेशलिटी अस्पतालों का निर्माण एवं शानदार कोविड प्रबंधन इसकी बानगी है।
कानून एवं व्यवस्था के एनसीआरबी के आंकड़ों के अनुसार प्रति लाख आबादी के आधार पर अनुसूचित जाति जाति ,अल्पसंख्यक, महिला ,बच्चों, एवं अन्य कमजोर तबकों के खिलाफ अपराध की तालिका में बिहार 18वें से 29 वें पायदान पर है।जबकि बिहार आबादी की दृष्टि से दूसरे नंबर पर है। प्रसाद ने कहा कि पंचायती व्यवस्था में आरक्षण, अतिपिछड़ा एवं महादलित समूहों के लिए अनेक कल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से सामाजिक गैरबराबरी के विरुद्ध उन्होंने बड़ा बदलाव लाने का कार्य किया। औधोगिक मानचित्र पर बिहार उभर रहा है।एथनॉल उत्पादन के लिए अनेक उद्योग लगाए जा रहे है।
एसआइपीबी के समक्ष लगभग 40हज़ार करोड़ रुपए के प्रस्ताव आ गए हैं।वहीं बिहार को टेक्स्टायल हब बनाने की तैयारी है। प्रसाद ने ने कहा कि एक विजनरी लीडर के रूप में शराबबंदी जैसा कालजयी निर्णय लिया साथ ही अब सभी दलों को सहमत करा कर जाति आधारित गणना पर फैसला लेकर अपने दृढ़ निश्चयी व्यक्तित्व का पुनः परिचय पूरे राष्ट्र को करा दिया।
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