इस समारोह का आयोजन किसानों, उनके परिवारों, और चैनल पार्टनरों को मान्यता देने के लिए किया गया था, जिन्होंने एगोरो कार्बन के साथ काम किया है और सस्टेनेबल एवं कार्बन फार्मिंग (संवहनीय तथा कार्बन कृषि) को आगे बढ़ाने में हर चरण पर सहयोग किया है। इसके अलावा, जिन किसानों ने रबी के फसल सीजन को सफल बनाने के एगोरो कार्बन के साथ काम किया था और हाल में पैदावार की कटाई की है, उनलोगों ने उपस्थित किसानों के साथ अपनी खुशी और अनुभव को साझा किया।
इसके अलावा, एगोरो कार्बन अलायन्स की सीओओ अनास्तासिया पाव्लोविक, एगोरो कार्बन अलायन्स के प्रबंध निदेशक और कंट्री हेड पृथ्वीराज सेन शर्मा, एगोरो कार्बन अलायन्स के वैश्विक कृषिविज्ञानी डॉ. येबिन झाओ, एगोरो कार्बन अलायन्स की कार्बन प्रोजेक्ट निर्माण विशेषज्ञ गिलिया सार्तोरी, सीईओ की रणनैतिक सलाहकार शारा रहीम, और एगोरो कार्बोन अलायन्स के लीड एग्रोनॉमिस्ट (इंडिया) डॉ. सुदर्शन दत्ता ने समारोह स्थल पर एगोरो कार्बन किसानों के साथ पहले सफल सीजन का जश्न मनाया। इस समारोह का शुभारम्भ एगोरो कार्बन अलायन्स की सीओओ, अनास्तासिया पाव्लोविक द्वारा उत्पादक चन्द्र प्रकाश के अभिनन्दन के साथ हुआ। उल्लेखनीय है कि चन्द्र प्रकाश एगोरो कार्बन के लिए पथप्रदर्शक और अनगिनत कृषक मित्रों के लिए प्रेरणा के स्रोत हैं।
समारोह में अनास्तासिया पाव्लोविक द्वारा एगोरो कार्बन मित्र प्रोग्राम को लॉन्च किया गया। एगोरो कार्बन के साथ जुड़े उत्पादक और जिन्होंने अपने खेत पर एगोरो पुनरुत्पादक कृषि प्रदर्शन पर काम किया है, इस प्रोग्राम के एम्बेसडर होंगे। पंजाब और हरियाणा में पहले ही समर खरीफ क्रॉप सीजन आरम्भ हो चुका है और इस दौरान सामुदायिक लीडर्स के रूप में वे एगोरो कार्बन अलायन्स के मिशन, विज़न और परिचालन के स्थानीय सामुदायिक प्रतिनिधि होंगे। इस समारोह में स्थानीय पंजाब और हरियाणा-स्थित वाईसीएनसी (यारा क्रॉप न्युट्रिशन सेंटर्स) की एक टीम भी यारा फर्टिलाइजर्स के पदाधिकारियों के साथ उपस्थित थी। यारा फर्टिलाइजर्स और एगोरो कार्बन अलायन्स, दोनों ही भारतीय उत्पादकों के लिए वास्तविक और आधारभूत विधि में संवहनीय कृषि के मिशन में परस्पर समान हैं।
एगोरो कार्बन किसानों की फसल और वृद्धि के लिए सामयिक फीडबैक तथा सुझाव प्रदान करने के लिए सॉइल सर्वे और सैंपलिंग (मृदा सर्वेक्षण और प्रतिचयन) से लेकर कल्टीवेशन (फसल कटाई) तक सम्पूर्ण फसल चक्र के दौरान किसानों के साथ लगातार संपर्क में रहता है। वे किसानों को इनपुट मैनेजमेंट, जैसे कि पोषक तत्व, फसल, पानी, अपशिष्ट, और जुताई प्रबंधन के साथ सहायता करते हैं, ताकि किसान ज्यादा संवहनीय रूप से पैदावार कर सकें। क्लाइमेट-रेसिलिएंट फसल, बेहतर मृदा, और संवहनीय फसल उत्पादन के फायदों के अलावा यह कृषिक कार्बन उत्सर्जन की बड़ी समस्या को भी संबोधित करता है।
एगोरो कार्बन किसानों की फसल और वृद्धि के लिए सामयिक फीडबैक तथा सुझाव प्रदान करने के लिए सॉइल सर्वे और सैंपलिंग (मृदा सर्वेक्षण और प्रतिचयन) से लेकर कल्टीवेशन (फसल कटाई) तक सम्पूर्ण फसल चक्र के दौरान किसानों के साथ लगातार संपर्क में रहता है। वे किसानों को इनपुट मैनेजमेंट, जैसे कि पोषक तत्व, फसल, पानी, अपशिष्ट, और जुताई प्रबंधन के साथ सहायता करते हैं, ताकि किसान ज्यादा संवहनीय रूप से पैदावार कर सकें। क्लाइमेट-रेसिलिएंट फसल, बेहतर मृदा, और संवहनीय फसल उत्पादन के फायदों के अलावा यह कृषिक कार्बन उत्सर्जन की बड़ी समस्या को भी संबोधित करता है।
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