भगवान परशुराम के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर संगोष्ठी
जयपुर ! सर्व ब्राह्मण महासभा की ओर से चलाये जा रहे प्रदेश स्तरीय परशुराम जयंती समारोह के अंतर्गत बनीपार्क स्थित महासभा के प्रदेश कार्यालय में ‘‘भगवान परशुराम का व्यक्तित्व एवं कृतित्व’’ विषय पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। जयपुर शहर अध्यक्ष अनिल सारस्वत ने बताया कि भगवान परशुराम की पूजा अर्चना कर मंत्रोच्चारण कर कार्यक्रम को प्रारम्भ किया। गोष्ठी की अध्यक्षता सर्व ब्राह्मण महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पं. सुरेश मिश्रा ने की। इस अवसर पर समाज के प्रबुद्धजनों ने अपने विचार परशुराम पर रखें।
राष्ट्रीय अध्यक्ष पं. सुरेश मिश्रा ने कहा कि भगवान परशुराम चौबीस अवतारों में श्रेष्ठ माने जाते हैं, वे वेद शास्त्रों के ज्ञाता, वेद सूत्रों के रचयिता, श्राप व आशीर्वाद दोनों देने में सक्षम है। वहीं वे प्रचण्ड योद्वा और दिव्य शास्त्रों में पूर्णतया दक्ष है। परशुराम भगवान कृष्ण, बलराम, भीष्म पितामह, कर्ण व अनेक योद्धाओं को गुरु के रूप में दीक्षा दी, वे चिरंजीवी है और भविष्य में कलंकी अवतार को भी दीक्षा देंगे और हम सभी को भगवान परशुराम के गुणों को आत्मसात करते हुए जीवन पर्यन्त चलना चाहिए।
इस अवसर पर आयोजन समिति एवं महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश अध्यक्ष सविता शर्मा, जयपुर शहर अध्यक्ष अनिल सारस्वत, युवा संभाग अध्यक्ष दिनेश शर्मा एवं विधि प्रकोष्ठ के अध्यक्ष कमलेश शर्मा ने भी अपने विचार व्यक्त किये। परशुराम के पद चिन्हों पर चलने की युवाओं से आह्वान किया। अन्य वक्ताओं में महिला प्रदेश उपाध्यक्ष पूजा पाठक, जयपुर शहर उपाध्यक्ष विजय भास्कर, शास्त्री नगर अध्यक्ष नरेश शर्मा, सतवीर भारद्वाज, मालवीय नगर अध्यक्ष मनोज जोशी, पंकज शर्मा ने कहा कि परशुराम जी की मातृ भक्ति के उदाहरण युवाओं तक पहुंचाने चाहिए।
इस अवसर पर मालवीय नगर अध्यक्ष मनोज जोशी, सतवीर भारद्वाज, पंकज शर्मा, कुणाल पाठक, मुथरेश शर्मा सहित एक दर्जन वक्ताओं ने परषुराम जी पर अपने विचार रखें।
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