० नूरुद्दीन अंसारी ०
जयपुर : अनिल अग्रवाल फाउंडेशन ने राजस्थान के 13 जिलों में 25,000 नंद घर विकसित करने के लिए मंगलवार को राज्य सरकार से करार किया है। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और वेदांता के संस्थापक और अध्यक्ष अनिल अग्रवाल करार पर हस्ताक्षर के अवसर पर मौजूद थे।25,000 नंद घर विकसित करने की इस पहल का राजस्थान राज्य के 10 लाख से अधिक बच्चों और 7.5 लाख महिलाओं को लाभ होगा। आंगनवाड्यिों को आधुनिक बनाने और सेवा देने का काम डब्ल्यूसीडी राजस्थान के तहत अनिल अग्रवाल फाउंडेशन और आईसीडीएस मिल कर करंेगे।
वर्ष 2015 में आरंभ प्रोजेक्ट नंद घर का सपना भारत की 13.7 लाख आंगनवाड़ियों के 7 करोड़ बच्चों और 2 करोड़ महिलाओं को बेहतर जिन्दगी देना है और इनकी स्थापना केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की साझेदारी से की गई है। नंद घर आंगनवाड़ी का आधुनिक अवतार हैं जिनका उद्देश्य बच्चों का कुपोषण दूर करना, पूर्व-प्राथमिक शिक्षा व्यवस्था करना, स्वास्थ्य सेवा और ग्रामीण महिलाओं का आर्थिक सशक्तिकरण करना है। नंद घर आधुनिक आंगनबाड़ियों के माध्यम से समुदायों में बुनियादी स्तर से सर्वाेत्तम सेवाएं देकर शहर और ग्रामीण जीवन का अंतर कम करने का व्यापक प्रयास कर रहे हैं। ये देश की आंगनवाड़ी व्यवस्था बदल रहे हैं।
नंद घर आरंभ से समुदायों के सामाजिक आर्थिक विकास का केंद्र बिंदु रहे हैं। राजस्थान में 1300 से अधिक नंद घर हैं जो पूरे राज्य के 52,000 बच्चों और 39,000 महिलाओं के जीवन को प्रत्यक्ष रूप से बेहतर बना रहे हैं।राज्य में नंद घरों से हो रहे तेज बदलाव पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए वेदांता के अध्यक्ष अनिल अग्रवाल ने कहा, “मुझे बहुत गर्व है कि वेदांता के अग्रणी प्रोजेक्ट नंद घर से राज्य में बड़े बुनियादी बदलाव दिख रहे हैं। राजस्थान राज्य में 25,000 नंद घर विकसित करने के इस करार पर हस्ताक्षर करने की भी मुझे बहुत खुशी है। नंद घर बड़े बदलाव को बढ़ावा देंगे - महिलाओं और बच्चों को सशक्त बनाएंगे जिससे ग्रामीण परिदृश्य बदल कर आत्मनिर्भर समुदायों का विकास करेंगे।’’
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस अवसर पर कहा, “आज राजस्थान की विकास यात्रा का महत्वपूर्ण दिन है जब अनिल अग्रवाल फाउंडेशन ने 25,000 आंगनवाड़ियों को नंद घर में बदलने के लिए राजस्थान सरकार से करार किया है। इस साझेदारी से राज्य की महिलाओं और बच्चों के विकास में नई ऊर्जा का संचार होगा।’’नंद घर अत्याधुनिक तकनीकों और बेहतर बुनियादी ढांचों का लाभ लेते हैं और समुदाय के आदर्श संसाधन केंद्र बन गए हैं।
नंद घर समुदाय के सदस्यों के समग्र विकास की सभी सुविधाएं देते हैं: बच्चों के लिए ई-लर्निंग, प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा, महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण आदि। नंद घरों ने श्रेणी-में-सर्वश्रेष्ठ संगठनों से भागीदारी की है और आईसीडीएस के साथ मिलकर आंगनवाड़ी सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए काम करते हैं ताकि समुदाय इनकी क्षमता का भरपूर उपयोग करंे और ये गांवों के संसाधन केंद्र बन जाएं।
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