० आशा पटेल ०
जयपुर - आओ नया वर्ष मनाये ,दूध पिये और पिलाये - इस वाक्य को सार्थक करते हुए हर वर्ष की भांति इस साल भी दूध महोत्सव के जनक व मिल्क क्लब ऑफ राजस्थान के फाउंडर कोंग्रेस नेता , सांगानेर विधानसभा के जनसेवक पुष्पेंन्द्र भारद्वाज के नेतृत्व में सांगानेर विधानसभा के 39 वार्डो में नव वर्ष की पूर्व संध्या पे आम लोगो को दूध पिलाकर नया वर्ष मनाया जाएगा। मुख्य कार्यक्रम सांगानेर विधानसभा के वार्ड 74 में यूथ कोंग्रेस ज़िला अध्यक्ष सुनील सिंगानिया जी के वार्ड में विधानसभा सर्कल पत्रकार कॉलोनी 200 फूट रोड पर किया जाएगा ,वहां भाई सुनील सिंगानिया के मार्गदर्शन में दूध महोत्सव रहेगा ।
आपको दूध महोत्सव के इतिहास के बारे मे जानकारी बता दे कि "दूध महोत्सव" जैसी स्वच्छ परम्परा की पहली सुरुआत 31 दिसंबर 2002 को राजस्थान विश्वविद्यालय के द्वार से उस समय के nsui से यूनिवर्सिटी अध्यक्ष बने पुष्पेन्द्र भारद्वाज के द्वारा की गई थी । इस नई सामाजिक पहल और क्रांति को प्रदेश ही नही अपितु पूरे देश मे एक नए जोशीले अंदाज में लोगो ने स्वागत किया । जब 2002 में पहले दूध महोत्सव का आयोजन हुआ उसमें तत्कालीन समय के मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत जी ने शिरकत कर इस नई पहल को काफ़ी सराहा था ,
जयपुर के कलेक्टर सुधांशू पंत ,एसपी श्री संजय अग्रवाल सहित कई मंत्री ,MLA ने विश्विद्यालय के द्वार पे पहुच कर गरमा गर्म दूध पीकर ,कार्यक्रम और इस अनूठी पहल की सराहना की । आज इस "दूध महोत्सव"को नव वर्ष की पूर्व संध्या पे पूरे भारत देश के कोने कोने में लोग मनाने लगे है । सम्पूर्ण राजस्थान में 2000 से भी ज्यादा जगह लोग दूध पिलाते है जहां 10 लाख से ज़्यादा भारतवासी दूध पीकर नए वर्ष को अलग अन्दाज़ में सेलब्रेट करते है ,अकेले जयपुर शहर में 500 से ज्यादा जगह दूध पिलाकर नव वर्ष का स्वागत किया जाता है ।
एक अनुमान के मुताबित 10 लाख से ज्यादा युवा और आमजन नव वर्ष की पूर्व संध्या पे दूध पीते है । पुष्पेन्द्र भारद्वाज अपनी इस सुरु की गई पहल से खुश है कि चलो आज के इस वेस्टर्न संस्कृति के दौर में भी लोग अपनी भारतीय संस्कृति और शैली के साथ है ।
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