फिक्की ने “विश्व स्तरीय संगठन के निर्माण” विषय पर वर्चुअल कार्यशाला का आयोजन किया
जयपुर । "विश्व स्तरीय संगठन केवल कर्मचारियों को ध्यान में रख कर ही बनाये जा सकते हैं । प्रेरित कर्मचारी विश्व स्तरीय संगठन बनाने के लिए प्रमुख संसाधन हैं”, ये शब्द श्री तपस दासमोहपात्रा, सह-संस्थापक, पॉसिबलर्स ने फिक्की राजस्थान द्वारा आयोजित वर्चुअल वर्कशॉप में कहे । उन्होंने कहा कि लोग किसी भी संगठन में बहुत उत्साह और सीखने की लगन के साथ जुड़ते हैं इसी लिए करियर पाथ को स्पष्ट रूप से निर्धारित और कम्यूनिकेट करना महत्वपूर्ण है । इस मोर्चे पर कोई भी अस्पष्टता विचारों, रचनात्मकता और पैशन (passion) के लिए हानिकारक है । इसी तरह, ए.एम.सी. (AMC) यानी स्वायत्तता (Autonomy), अर्थ (Meaning) और योगदान (Contribution), मानव संसाधन को प्रेरित रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है।
उन्होंने आगे कहा कि जैसे-जैसे संगठन पुराना होता जाता है, इसे वर्षों से निर्मित प्रक्रियाओं और एस.ओ.पी. (SOPs – Systematic Operating Procedures) द्वारा बंधक बना लिया जाता है और संगठन को हमेशा एक सीखने वाला और अनुकूल संगठन होना चाहिए जो वर्तमान परिदृश्य में ऐसी प्रक्रियाओं की प्रासंगिकता पर सवाल उठाने के लिए तैयार हो । कार्यों के प्रति क्यों, क्या और कैसे जैसे प्रश्नों के अलावा पुरस्कार और मान्यता (Reward & Recognition) भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने वास्तविक जीवन के उदाहरणों के माध्यम से कई प्रेरक विचार भी साझा किए । कार्यशाला के दौरान श्री तापस दासमोहपात्रा ने स्टोरी टेलिंग के माध्यम से विश्व स्तरीय संगठन बनने के लिए निम्नलिखित विचार दिए:-
इससे पहले, सुनील कुमार यादव, चेयरमैन, फिक्की राजस्थान सब-कमेटी ऑन एचआर, स्किल्स एंड एजुकेशन एंड एडवाइजर, होंडा कार इंडिया लिमिटेड ने वर्चुअल वर्कशॉप के दौरान स्वागत भाषण दिया और कहा कि विश्व स्तरीय संगठन रातों-रात नहीं बनते हैं, बल्कि इनका निर्माण होता ह
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