नई दिल्ली फैशन ज्वैलरी और एसेसरीज शो के 14वां संस्करण- आईएफजेएएस 2021 (इफ्जास-2021) का शुभारंभ हुआ। वर्चुअल प्लेटफार्म पर हुए इस उद्घाटन में फैशन ज्वैलरी और एक्सेसरीज़ के नए-नए और अनोखे डिजाइनों के साथ मिश्रित पारंपरिक भारतीय कारीगरी की समृद्ध विरासत को भी प्रदर्शित किया गया। फैशन ज्वैलरी और एक्सेसरीज उत्पाद के सेक्टर में कार्यरत 150 से अधिक सदस्य निर्यातक वर्चुअल प्लेटफॉर्म पर अपने उत्पादो का प्रदर्शन कर रहे हैं और 400 से अधिक विदेशी ग्राहकों और उनके प्रतिनिधियों ने इस शो के लिए पंजीकरण कराया है।
इस शो का उद्घाटन समारोह वर्चुअल मोड पर किया गया। हस्तशिल्प निर्यात संवर्धन परिषद (ईपीसीएच) के महानिदेशक डॉक्टर राकेश कुमार ने बताया कि इस मौके पर भारत सरकार के सचिव कपड़ा मंत्रालय यू.पी.सिंह, कपड़ा मंत्रालय भारत सरकार के विकास आयुक्त (हस्तशिल्प), शांतमनु, हस्तशिल्प निर्यात संवर्धन परिषद (ईपीसीएच) के चेयरमैन राज कुमार मल्होत्रा, ईपीसीएच के महानिदेशनक डॉ राकेश कुमार ने प्रतिभागियों, आगंतुकों और आमंत्रितों को संबोधित किया।
आयोजन का उद्घाटन करते हुए ईपीसीएच के चेयरमैन राजकुमार मल्होत्रा ने कहा कि वर्तमान कोविड महामारी लगभग समाप्ति को ओर जा रही है फिर भी इस महामारी के कारण भौतिक मेले का आयोजन संभव नहीं था। ऐसी स्थिति में हमें एक ऐसे मंच की जरुरत थी जिससे इस मेले को वर्चुअल प्लेटफार्म पर आयोजित किया जा सके। ऐसे में हम इस वर्चुअल मेले का आयोजन में सक्षम हो सकें हैं जिसमें फैशन ज्वैलरी और एक्सेसरीज़ के निर्यातक भाग ले रहे हैं। उन्होंने बताया कि इस आयोजन में हस्तशिल्पियों को जानकारी देने वाले सूचनात्मक वेबिनार और कारीगरों द्वारा शिल्प प्रदर्शन भी होंगे।
अपनी बात को विस्तार देते हुए मल्होत्रा ने कहा कि पिछले 16 महीनों से महामारी का सामना करने के बावजूद भी, भारतीय हस्तशिल्प क्षेत्र वृद्धि दर्ज करने में सक्षम रहा है और पिछले वर्ष 2019-20 की तुलना में 1.62% की आंशिक वृद्धि के साथ 25679.98 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। यह स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि विदेशी खरीदारों के बीच भारत से हस्तशिल्प क्रय करने के पक्ष में एक मजबूत व्यावसायिक भावना रही है और इफ्जास के 14 वें संस्करण में फैशन के आभूषण, फैशन एसेसरीज और बैग, फैशन सामग्री, महिलाओं के वस्त्र और परिधान, स्टोल, स्कार्फ और शॉल आदि की एक विस्तृत और विविध रेंज प्रदर्शित की गई है। उन्होंने आगे बताया कि इफ्जास-2021 में देश के उत्तर पूर्वी, पश्चिमी और पूर्वी क्षेत्र के राज्यों के शिल्प को बढ़ावा देने के लिए विशेष पैवेलियन बनाए गए हैं। इसके अलावा, शिल्प प्रदर्शन, जानकारी देने वाले वेबिनार भी विदेशी खरीदारों और आगंतुकों का ध्यान आकर्षित करेंगे।
इस मौके पर ईपीसीएच के महानिदेशक डॉ. राकेश कुमार ने बताया कि इफ्जास प्रतिभागियों और अपने शिल्प का प्रदर्शन करने वाले शिल्पियों को अपनी क्षमता दिखाने का मौका देता है । उन्होंने कहा ये शो हमें यह भी अवसर देता है कि इस मार्केटिंग प्लेटफॉर्म के माध्यम से पेश की जाने वाली व्यावसायिक क्षमता का पूरी तरह से उपयोग किया जा सके। उन्होंने कहा इस अवधि में, हमने अपनी क्षमता का सबसे बेहतरीन उपयोग कर ऑनलाइन माध्यम की ताकत का लाभ उठाया है। निर्यातकों और विदेशी खरीददार समुदाय को एक मंच पर लाकर अवसर प्रदान करने के लिए अपनी पूरी कोशिश की है और सफलतापूर्वक वर्चुअल मेलों और ग्राहक क्रेता सम्मेलनों का आयोजन किया है। उन्होंने खरीदारों को सूचित किया कि परिषद अपने अगले शो को भौतिक और वास्तविक रूप से आयोजित करने के लिए तेजी से काम कर रहा है और इसके लिए आश्वस्त भी है।
इस अवसर पर भारत सरकार के कपड़ा मंत्रालय में विकास आयुक्त (हस्तशिल्प) शांतमनु ने आईएफजेएएस, इंडियन फैशन ज्वैलरी एंड एक्सेसरीज शो के इस 14वें संस्करण में पंजीकृत सभी विदेशी खरीदारों का स्वागत किया। उन्होंने पारंपरिक कारीगरों के साथ-साथ विशेषज्ञों और निर्माताओं द्वारा बड़े पैमाने पर बनाए गए आभूषण उत्पादों की व्यापक रेंज की सराहना की
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