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एक जिम्मेदार नागरिक की भूमिका निभाते हुए सभी सरकारी गाइडलाइन का पालन करे--रीमा गोधा

० आशा पटेल ० 

जयपुर : गृह विभाग की ओर से जारी त्रिस्तरीय जन-अनुशासन 4.0 के अनुसार 11 जुलाई से प्रदेश मे विवाह समारोह को कुछ शर्तो के साथ परमिशन लेकर आयोजित करने अनुमति है । लेकिन अगस्त या सितम्बर मे कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर आने की सम्भावना के चलते कोरोना महामरी के कहर से बचाव के लिये शैक्षणिक, सांस्कृतिक, मनोरंजक, धार्मिक कार्यक्रमो, कावड़ यात्राओ, चतुर्मास आयोजनो, तीज की सवारी, जुलुस, मेले, हाट बाजार व त्योहारो के आयोजन पर रोक लगा रखी है। 

इसके वावजूद जयपुर शहर मे सरकारी दिशा निर्देशो की धज्जिया उडाते 25 जुलाई से 10 अगस्त तक करीब 60 धार्मिक समारोह, लहरिया उत्सव, सम्मान समारोह, म्यूजिक प्रोग्राम होने जा रहे है। सरकारी दिशा-निर्देशो को मुँह चिढ़ाते बिना परमिशन के होने वाले इन कार्यक्रमो के फ्लायर सोशल मिडिया पर इठलाते नज़र आ रहे है। इस सम्बंध मे पत्रकार रीमा गोधा ने पीसीसी प्रवक्ता व पूर्व महापौर ज्योति खंडेलवाल व पुलिस उपायुक्त मैट्रो ऋचा तोमर से बातचीत की और जाना कि कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर के कहर से महिलाओ को कैसे जागरूक करे सरकारी दिशा निर्देशो के तहत प्रतिबंधित समारोह व उत्सवो का आयोजन करना कानूनन गलत है : पूर्व महापोर 

पीसीसी प्रवक्ता व पूर्व महापौर ज्योति खंडेलवाल ने बताया कि कावड़ यात्रा, लहरिया उत्सव, तीज की सवारी व चतुर्मास आयोजन जयपुर की संस्कृति व पहचान रही है। तीज-त्योहारों से ही जयपुर छोटी काशी के नाम से जाना जाता है। सामुहिक लहरिया उत्सव व चतुर्मास आयोजन महिलाओ मे उमंग, श्रद्धा व उल्लास का प्रतिक है। लेकिन पिछ्ले डेड साल से जयपुर ने कोरोना संक्रमण के कहर का सामना किया है। इस संकट भरे कोरोना काल मे जयपुर के निवासियो ने जनहानि व आर्थिक संकट का सामना किया है।

 राजस्थान की अर्थव्यवस्था को भी नुकसान पहुचा है। हमारे आस पास ना जाने कितने लोगो के घर बिखर गये है। अभी हम कोरोना काल के मुश्किल दौर से पूरी तरह उबर भी नही पाये है ऐसे मे सामूहिक लहरिया उत्सव या धार्मिक - सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन जिन पर सरकारी दिशा निर्देशो के अनुसार रोक लगी है, उन्हे बिना परमिशन के आयोजन करना कानुनन रूप से गलत है। ऐसे कार्यक्रमो को निश्चित रूप से रोकना चाहीए और उन पर उचित कार्यवाही होनी चाहीए। लहरिया उत्सव जैसे कार्यक्रम सरकारी दिशा निर्देशो की पालना करते हुए ओनलाईन किये जा सकते है। इसके अलावा जरूरत मंदो को घेवर व लहरिया के कपडे वितरित कर भी तीज त्योहार मनाया जा सकता है। मेरी महिलाओ से अपील है कि कोरोना की तीसरी लहर की सम्भावना को देखते हुए लहरिया उत्सव व तीज त्योहार का ओनलाईन आनंद ले। ओनलाईन घेवर की रेसिपी या ओनलाईन लहरिया प्रतियोगीता के माध्यम से भी खुशियो व उमंग भरा लहरिया मनाया जा सकता है।

पुलिस उपायुक्त मैट्रो ऋचा तोमर ने कहा कि कोरोना संक्रमण एक वैश्विक महामारी है। इसकी दो लहर कहर बरसा चुकी है, जो हम सभी ने देखा था कितनी भयावह रही। अब तीसरी लहर आने की सम्भावना हो सकती है ऐसे मे जयपुर वासियो को सभी सरकारी गाईड लाइन्स की पालना करनी चाहिये। सरकारी गाइड लाईन के तहत अभी धार्मिक व सांस्कृतिक आयोजन करने की परमिशन नही मिल रही है। फिर भी किसी विशेष शर्तो पर यदि परमिशन मिलती है तो एक जिम्मेदार नागरिक की भूमिका निभाते हुए सभी सरकारी गाइडलाइन का पालन करते हुए आयोजन मे शामिल होना चाहीए। 

अगर कोई बिना वैध परमिशन लिये आयोजन करता है और सरकारी गाइड लाईन की अवहेलना करता पाया जाता है तो एक जिम्मेदार नागरीक का रोल निभाते हुए संबंधित पुलिस थाने को सूचित करना चाहीए। कोरोना के कहर से बचाव के लिये आमजन मे जागरुकता बेहद जरुरी है। जयपुर को कोरोना मुक्त जिला बनाने की हम सभी की बराबर की जिम्मेदारी बनती है।
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