महापौर ने विद्यालय की चार दिवारी पर बाहर की ओर बनी आकर्षक पेंटिग को निहारा व मुस्कुरा कर आगे बढ़े .विद्यालय के मुख्य दरवाजे पर विद्यालय प्रिंसीपल के साथ विद्यालय प्रबंधन समिति सदस्यों की नीली यूनिफॉर्म , आई कार्ड व हाथों में पौधे देख अचानक रुके व कहा " ये कौन है ? अच्छा ये है हमारी एसएमसी.बहुत बढ़िया .एक नया संदेश .सभी एसएमसी सदस्यों से बात की व फिर कहा "काबिले तारीफ !" महापौर ने विद्यालय परिसर में हरियाली की खूबसूरती को सभी अधिकारीगण के साथ कुछ पल निहारा ...कुछ पल हल्की मुस्कान से सबकी ओर देखा "welldone "विद्यालय स्टाफ की पीठ थपथपाई व पौधारोपण कर आगे बढ़े "कबाड़ से जुगाड की ओर " कबाड़ से बने फाउंटेन की कार्य प्रणाली को सराहा .पास में ही जमीन/ धरातल पर बनी अरावली पर्वतमाला को टीएलएम से जुड़ा देख मुस्कुराए .
महोदय को बुलाकर कहा " एक रोल मॉडल ".जैसे ही विद्यालय के रिसेप्शन / हेल्प डेस्क पहुंचे ,जहां प्रदर्शित विद्यालय व्यवस्था विवरण को बारीकी से देखा . स्कूल प्रोफाइल ,जीटीएफ, पीपीपी मॉडल , विजिटर्स आई कार्ड का निरीक्षण किया .विद्यालय के सभी डिस्प्ले बोर्ड को ध्यान से देखा .विद्यालय भवन पर लगे प्राइवेट स्कूल की तर्ज़ बने 3 डी डिस्प्ले को देख फिर कहा "एक्सीलेंट". परिसर में बने मोबाइल कंपोस्ट फैक्ट्री को देख अतिरिक्त आयुक्त एवं उपायुक्त ने इसकी कार्यप्रणाली के बारे कहा "अलग अंदाज ,शाबाश !" विद्यालय की व्यवस्था से खुश होकर महापौर, अतिरिक्त आयुक्त व उपायुक्त ने विद्यालय के शिक्षक मोहन लाल को शॉल पहनाकर व गुलदस्ता भेंट कर सम्मानित किया .
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