० आशा पटेल ०
जयपुर, मुख्य सचिव निरंजन आर्य ने कहा कि उद्योग विभाग द्वारा फोकस अप्रोच के साथ निर्यात को बढ़ाया जाए जिससे निर्यात संवद्र्धन के लिए व्यवस्थित प्रयास हो सकें तथा निर्यात में आ रही बाधाओं को दूर किया जा सकें। आर्य शासन सचिवालय में राजस्थान निर्यात संवद्र्धन समन्वय परिषद् की दूसरी बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि परिषद् को ‘एक जिला एक उत्पाद’ योजना के तहत फोकस होकर कार्य करना होगा जिससे प्रत्येक जिले में अलग- अलग उत्पाद के निर्यात को बढ़ाया जा सके। उन्होंने कहा कि परिषद् का यह प्रयास होना चाहिए कि वे निर्यातक के लिए फेसिलिटेटर का कार्य करें जिससे निर्यात संवद्र्धन के लिए समुचित आधारभूत सुविधाओं का सृजन एवं विकास हो सके।
उन्होंने कहा कि राज्य में हैडीक्रॉफ्ट्स, इंजीनियरिंग उत्पाद, जैम्स एवं ज्वैलरी, एग्रो उत्पाद सहित विभिन्न उत्पादों का पूरा हब है तथा इसको देश तथा विदेश में निर्यात करने के लिए विभाग को हर संभव प्रयास करना चाहिए।ं उन्होंने कहा कि विभाग को इज ऑफ डूइंग बिजनिस, उत्पादों की विपणन, पैकेजिंग का प्रशिक्षण सहित विभिन्न सुविधाएं निर्यातक को देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि विभाग सभी उत्पादों पर जिओ टैगिंग की व्यवस्था भी करें।
इस अवसर पर उद्योग विभाग के सचिव आशुतोष ए. टी. पेडनेकर ने भी अपने सुझाव दिए। बैठक में उद्योग विभाग की आयुक्त अर्चना सिंह ने परिषद् की कार्य, योजनाओं तथा प्रगति का प्रस्तुतिकरण रखा। इस अवसर पर वीडियो कांन्फ्रेसिंग के माध्यम से गृह विभाग के प्रमुख शासन सचिव अभय कुमार, कृषि विभाग के प्रमुख शासन सचिव भास्कर ए. सांवत, पर्यावरण विभाग की प्रमुख शासन सचिव श्रेया गुहा, पर्यटन विभाग की प्रमुख शासन सचिव गायत्री ए राठौड़ सहित संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
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