Halloween Costume ideas 2015

हो लक्षमी का वास जब ,फैले तब प्रकाश





सुषमा भंडारी ० 

हो लक्षमी का वास जब

फैले तब प्रकाश

पर्व खास दीपावली

भर देता उल्लास।।

लक्षमी खुशियाँ बांटती

दुख जाता है भाग

होता प्रकाश दुगुना

पर्व सुनाये राग।।

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  नन्हा दीपक

मैं नन्हा- सा दीपक हूं

प्रीत है नन्ही बाति से 

जलती बाती जब कुटिया में

मिलता मुझे सुकून बहुत

मैं नन्हा-सा दीपक हूं

जब तक मुझमें तेल भरा हो

बाती लड़े अंधेरे से

मैं नन्हा - सा दीपक हूं

तूफां आये खूब डराये

बाती निडर जले तन के

मैं नन्हा- सा दीपक हूं

आशा और विश्वास है बाति

रौशन-रौशन इसकी ख्याति

मैं नन्हा-सा दीपक हूं

मुझ बिन न अस्तित्व बाति का

बाती बिन मैं कुछ भी नहीं

मैं नन्हा - सा दीपक हूं

पलक झपकते दूर करूं मैं

गहरा आँधियारा काला

मैं नन्हा - सा दीपक हूं

माटी हूं माटी में मिलना

यही नियति है मेरी

मैं नन्हा - सा दीपक हूं

० सुषमा भंडारी ० 

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