नयी दिल्ली - क्लाउड एडॉप्शन को सक्षम करते हुए और मिड-मार्केट उद्यमों को 'राइज विद सैप' पेशकशों की पूरी श्रृंखला का प्रदर्शन करते हुए, यह इमर्सिव एक्सपीरियंस सेंटर 13 शहरों में लगभग 7,000 किलोमीटर से अधिक की यात्रा करेगा।सैप अगली पीढ़ी के युवाओं को भविष्य के लिए तैयार करने के लिए उभरती प्रौद्योगिकियों से परिचित कराने के लिए उद्योग-अकादमिक साझेदारी को बढ़ावा देगा। जलवायु परिवर्तन को कम करने और भारत को अपने सतत लक्ष्यों को प्राप्त करने में सहायता के लिए 7,000 से अधिक पौधे लगाए जाएंगे।
भारतीय मध्य-बाजार के लिए क्लाउड को अपनाने और क्लाउड पर अपने व्यवसाय में तेजी लाने के लिए, एक इमर्सिव मोबाइल एक्सपीरियंस सेंटर, 'ट्रांसफॉर्मेशन एक्सप्रेस' लॉन्च करने की घोषणा की। स्टेट ऑफ इंडियन मिड-मार्केट्स' पर एक आईडीसी इंफो-ब्रीफ ने संकेत दिया कि 2022 में 74% उद्यम अपने एप्लीकेशन को क्लाउड में स्थानांतरित करेंगे। इस बाजार की जरूरतों को पूरा करने के लिए, सैप की 'क्लाउड ऑन व्हील्स' पहल उद्योग को प्रतिस्पर्धी बने रहने और तेजी से बदलते कारोबारी परिदृश्य में प्रासंगिक बने रहने के लिए बहुत जरूरी समर्थन प्रदान करेगी।
लॉन्च पर बोलते हुए, सैप भारतीय उपमहाद्वीप के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक, कुलमीत बावा ने कहा, “भारतीय एसएमई आर्थिक विकास और समान विकास के इंजन हैं। वे हमारे सकल घरेलू उत्पाद में 30% से अधिक का योगदान करते हैं। जैसे-जैसे यह सेक्टर भविष्य में आगे की ओर बढ़ता और फैलता है, ज्यादातर संगठनों के लिए क्लाउड पर आना अनिवार्य होता जा रहा है। भारतीय एसएमई को अपनी लागत में दक्षता लाने हेतु, ग्राहकों को तेज सेवाएं देने हेतु, एक इंटेलिजेंट तथा सस्टेनेबल उद्यम बनाने हेतु स्वयं में तेजी से बदलाव करने के लिए 'ट्रांसफॉर्मेशन एक्सप्रेस' पहल की शुरुआत कर भारतीय एसएमई को सशक्त बनाने की हमारी प्रतिबद्धता की पुष्टि करती है।" ट्रांसफॉर्मेशन एक्सप्रेस भारत के सभी हिस्सों में शुरू हो रही है, सैप में शामिल होकर टेक महिंद्रा वैश्विक रणनीतिक सेवा भागीदार बन गया है तथा सैप के 'राइज विद सैप' क्लाउड मोमेंटम को सहयोगात्मक रूप से उन ग्राहकों तक पहुंचाने के लिए तत्पर है, जो अपने आप को डिजिटल रूप से रूपांतरित करने के चरण में हैं और अपने व्यवसाय से बेहतर परिणाम प्राप्त करने के लिए बिल्कुल नए तरीके से अपनी प्रक्रियाओं की कल्पना करने के लिए तैयार हैं। यह पहल ग्राहक मूल्य जीवनकाल को बढ़ाने हेतु निम्नलिखित तीन स्तंभों पर तैयार की गई है:
ए) एक्सपीरियंस सेंटर: इसे एक यात्रा के रूप में डिज़ाइन किया गया है। यह एक बस है जो कि अत्याधुनिक तकनीकों से लैस है जैसे राइज़ विद सैप, सैप का डिजिटल कोर, प्रोक्योरमेंट, ग्राहक और लोगों के अनुभव समाधान देता है जोकि भविष्य के लिएव्यवसायों को एक स्पष्ट दृष्टिकोण प्रदान करते हैं कि वे किस प्रकार तेजी से क्लाउड को अपनाकर तथा डिजिटल ट्रांसफॉरमेशन पहल का हिस्सा बनकर अपने व्यवसाय में तेजी ला सकबी) भविष्य को कुशल बनाना: सैप इंडिया स्थानीय उद्योग/व्यापार संघों और शैक्षणिक संस्थानों के साथ काम करेगा ताकि युवा छात्रों को क्लाउड प्रौद्योगिकी की शक्ति के बारे में प्रत्यक्ष रूप से समझाया जा सके और यह भी बताया जा सके कि क्लाउड की शक्ति किस प्रकार व्यवसायों को बढ़ाने में मदद कर सकती है।
सी) ड्राइविंग सस्टेनेबिलिटी: बस द्वारा यात्रा किए जाने वाले प्रत्येक किलोमीटर के लिए, सैप इंडिया कार्बन फुटप्रिंट्स को कम करने के लिए एक पौधा लगाएगा। सुब्रमण्यम अनंतपद्मनाभन, सीनियर वाइस प्रेसिडेंट मिड-मार्केट, सैप, एशिया पैसिफिक जापान, ने आगे कहा: “मिड-मार्केट सेक्टर ने उत्साहपूर्वक प्रौद्योगिकी को अपनाया है और तेजी से विकास देखा है। अपने ग्राहकों, संघों, सरकारी निकायों और उद्योग-अकादमिक साझेदारी के साथ सहयोग करके, हम एक ऐसे पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण कर रहे हैं जो इन संगठनों को उनके डिजिटलीकरण में सह-निर्माण एवं सशक्त बना सकता है और उनकी क्लाउड को अपनाने की यात्रा को तेज कर सकता है।"
ए) एक्सपीरियंस सेंटर: इसे एक यात्रा के रूप में डिज़ाइन किया गया है। यह एक बस है जो कि अत्याधुनिक तकनीकों से लैस है जैसे राइज़ विद सैप, सैप का डिजिटल कोर, प्रोक्योरमेंट, ग्राहक और लोगों के अनुभव समाधान देता है जोकि भविष्य के लिएव्यवसायों को एक स्पष्ट दृष्टिकोण प्रदान करते हैं कि वे किस प्रकार तेजी से क्लाउड को अपनाकर तथा डिजिटल ट्रांसफॉरमेशन पहल का हिस्सा बनकर अपने व्यवसाय में तेजी ला सकबी) भविष्य को कुशल बनाना: सैप इंडिया स्थानीय उद्योग/व्यापार संघों और शैक्षणिक संस्थानों के साथ काम करेगा ताकि युवा छात्रों को क्लाउड प्रौद्योगिकी की शक्ति के बारे में प्रत्यक्ष रूप से समझाया जा सके और यह भी बताया जा सके कि क्लाउड की शक्ति किस प्रकार व्यवसायों को बढ़ाने में मदद कर सकती है।
सी) ड्राइविंग सस्टेनेबिलिटी: बस द्वारा यात्रा किए जाने वाले प्रत्येक किलोमीटर के लिए, सैप इंडिया कार्बन फुटप्रिंट्स को कम करने के लिए एक पौधा लगाएगा। सुब्रमण्यम अनंतपद्मनाभन, सीनियर वाइस प्रेसिडेंट मिड-मार्केट, सैप, एशिया पैसिफिक जापान, ने आगे कहा: “मिड-मार्केट सेक्टर ने उत्साहपूर्वक प्रौद्योगिकी को अपनाया है और तेजी से विकास देखा है। अपने ग्राहकों, संघों, सरकारी निकायों और उद्योग-अकादमिक साझेदारी के साथ सहयोग करके, हम एक ऐसे पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण कर रहे हैं जो इन संगठनों को उनके डिजिटलीकरण में सह-निर्माण एवं सशक्त बना सकता है और उनकी क्लाउड को अपनाने की यात्रा को तेज कर सकता है।"
45 दिनों में, हमारी बस 7,000 किलोमीटर से अधिक की यात्रा करेगी, जिसमें एसएमई को पहली बार झलक मिलेगी कि कैसे क्लाउड-आधारित डिजिटल कोर, उद्यमों की योजना बनाने और उन्हें अधिक तेज़ी से अनुकूलित करने में मदद कर सकता है। एसएमई को सही जानकारी प्रदान करने हेतु इसमें एक इंटरएक्टिव उत्पाद डेमो, एक वर्चुअल रियलिटी प्रदर्शनी तथा सूचनात्मक सत्रों का इस्तेमाल किया जायेगा। दिल्ली से शुरू होकर, यह बस गुड़गांव, लुधियाना, जयपुर, अहमदाबाद, बड़ौदा, मुंबई, पुणे, हैदराबाद, चेन्नई, कोयंबटूर, कोच्चि और बैंगलोर की यात्रा करेगी।
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