० योगेश भट्ट ०
नई दिल्ली : भारतीय रेलवे खान-पान और पर्यटन निगम लिमिटेड (आईआरसीटीसी) रेल मंत्रालय का एक सार्वजनिक उपक्रम है, जो भारतीय रेल के यात्रियों को प्रीमियम सेवाएं प्रदान करने में सबसे आगे रहा है। यात्रा करने वाले यात्रियों की आवश्यकताओं और देश भर में COVID लॉकडाउन प्रतिबंधों में ढील के साथ आईआरसीटीसी ने ट्रेनों में पके हुए भोजन सेवाओं को पुनः शुरू करने के लिए पूरी तरह से तैयार है।
रेलवे बोर्ड से प्राप्त दिशा-निर्देशों के अनुसार पके हुए भोजन की बहाली पूरी सावधानियों के साथ यात्रियों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए की गई है। इस तरह की सेवाएं लगभग 428 ट्रेनों में पके हुए भोजन के रूप में बहाल की जा चुकी हैं। कोरोना में हो रही कमियों को देखते हुए 21 दिसंबर से ही करीब 30% और '22 जनवरी तक 80%' पके हुए भोजन की सेवा की बहाली प्रारम्भ कर दी गई थी। बाकी शेष 20% फरवरी14th 2022 तक बहाल कर दिया जाएगा। प्रीमियम ट्रेनों (राजधानी, शताब्दी, दुरंतो) में पका हुआ भोजन पहले ही 21 दिसंबर को बहाल कर दिया गया था।
23 मार्च 2020 को कोरोना वायरस महामारी के कारण सुरक्षा उपायों को देखते हुए खान-पान सेवाओं को निलंबित कर दिया गया था। देश में कोविड के दरों में सकारात्मक गिरावट के साथ आरटीई भोजन 05.08.2020, अगस्त के महीने से ट्रेनों में भोजन-सेवा प्रारम्भ की गई थी। यह सुविधा सभी यात्रियों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए सहजता से यात्रियों तक निरंतर पहुँचाया जा रहा है।इस महामारी को देखते हुए खान-पान की सुविधाओं में उच्च मात्रा में स्वास्थ्यवर्धक सामग्रियों को शामिल किया गया है,जिससे यात्रियों को पौष्टिक आहार मिल सके और वह सुरक्षित महसूस करें।
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