नई दिल्ली, कंसोर्टियम के सदस्यों के साथ मिलकर एमजी मोटर इंडिया अपने एमजी डेवलपर प्रोग्राम एंड ग्रांट के तीसरे सीजन के साथ लौट आया है। यह एक सालाना प्रमुख इनोवेशन कार्यक्रम है, जिसे स्टार्टअप इंडिया और इन्वेस्ट इंडिया का समर्थन प्राप्त है। इस पहल का उद्देश्य टेक्नोलॉजी से जुड़े स्टार्ट-अप्स को भारत के मोबिलिटी स्पेस को मजबूती देने के लिए नए, तकनीकी रूप से एडवांस एप्लिकेशन और अनुभव बनाने के लिए प्रोत्साहित करना है।
एमजी डेवलपर प्रोग्राम एंड ग्रांट के सीजन 3.0 की थीम कार एज ए प्लेटफॉर्म (सीएएपी) है, जो मोबिलिटी कॉन्सेप्ट का भविष्य है। यह कारों को सुरक्षित और अधिक स्मार्ट बनाती है। इस नए जमाने के इनोवेशन को आगे बढ़ाने के लिए एमजी मोटर इंडिया ने भविष्य की तकनीक के गेम-चेंजिंग एप्लिकेशंस को डिजाइन करने के लिए सीएएपी पर एक इन-डेप्थ व्हाइट पेपर भी पेश किया है। इसमें कंसोर्टियम पार्टनर्स के तौर पर जियो, एसएपी, एडोबी, कॉइनआर्ट, एलएंडटी टेक्नोलॉजी सर्विससे, मैपमायइंडिया और बॉश हैं।
एमजी मोटर इंडिया के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक राजीव चाबा ने कहा, “एमजी में हमारा दृढ़ता से मानना है कि अगर आप कुछ बदलना चाहते हैं तो आपको आपसी सहयोग को मजबूती देनी होगी। हमने इससे पहले भी विभिन्न स्टार्टअप्स के साथ साझेदारी की और उसकी वजह से हमें कई सक्सेस स्टोरीज मिलीं। हमारा मानना है कि सीएएपी में मोबिलिटी को नए सिरे से परिभाषित करने की क्षमता है। इस वजह से एमजी डेवलपर प्रोग्राम एंड ग्रांट 3.0 में हम उद्योग से जुड़े सभी हितधारकों को इस क्रांतिकारी कॉन्सेप्ट को विकसित करने में योगदान देने के लिए आमंत्रित कर रहे हैं।"
दीपक बागला - एमडी और सीईओ इन्वेस्ट इंडिया, ने कहा, "भारत दुनिया का चौथा सबसे बड़ा वाहन बाजार है। 2026 तक वॉल्यूम के मामले में दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा ऑटोमोटिव बाजार होने वाला है। वैश्विक अर्थव्यवस्था में निरंतर मजबूती के लिए भारत के ऑटोमोबाइल क्षेत्र में इनोवेशन बेहद जरूरी है। यह कार्यक्रम इनोवेशन को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
स्टार्ट-अप इंडिया और इन्वेस्ट इंडिया, स्टार्ट-अप्स के सरलीकरण और हैंडहोल्डिंग, फंडिंग सपोर्ट और इंसेंटिव को सशक्त बनाने के लिए सरकार की ओर से समर्थित एक पहल हैं। यह भारत में निवेश के अवसरों और विकल्पों की तलाश करने वाले निवेशकों की भी मदद करता है।एमजी तीन श्रेणियों के तहत स्टार्ट-अप, डेवलपर्स या व्यक्तियों से भागीदारी कर रहा है: यूटिलिटी (लोकेशन ट्रेकिंग, जीपीएस नेविगेशन, सर्च, पेमेंट), सिक्योरिटी (कार और ड्राइवर एनालिटिक्स ), और एंटरटेनमेंट (खेल, संगीत, आदि)। एमजीडीी के अपने पहले दो सीज़न में ऑटोमेकर ने 500 से अधिक स्टार्ट-अप्स के साथ संपर्क किया है।
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