नई दिल्ली। आल इंडिया माइनोरिटीज फ्रंट के अध्यक्ष डॉ सैयद मोहम्मद आसिफ ने कहा है कि शामलि में गृह मंत्री अमितशाह ने चुनाव के दौरान जो बयान दिया है वह नफरत की राजनीति को बढ़ाने वाला है जिससे दो समुदायों को फिर से उकसाने का काम करने वाला है। डॉ आसिफ ने यहां जारी बयान में कहा है कि छांव आयोग को सांप्रदायिक विद्वेष फैलाने वाले बयानों पर रोक लगनी चाहिए और चुनाव आयोग अमित शाह के चुनाव प्रचार पर फौरन रो लगाए।
डॉ आसिफ ने बताया कि समाजवादी पार्टी से लेकर कांग्रेस पार्टी तक सभी दलों।ने अमित शाह के बयान की निंदा की है। शाह ने मुजफ्फरनगर दंगों का जिक्र करते हुए कहा कि वो आज भी दंगों की पीड़ा को भूल नहीं पाए हैं. शाह ने आगे कहा कि अखिलेश सरकार ने मुजफ्फरनगर दंगे के समय पीड़ितों को आरोपी और आरोपियों को पीड़ित बना दिया.संजीव बालियान की बात करते हुए शाह ने कहा कि मैं संजीव बालियान को धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने दंगों में फर्जी मुकदमों के खिलाफ लड़ाई लड़ी.
गृहमंत्री ने आगे कहा कि अखिलेश राज चुनने से पहले दंगों को याद कर लीजिएगा. उन्होंने कहा कि पहले यहां अपराध का बोलबाला था। योगी सरकार बनने के बाद सह गुंडे बाहर चले गए. अखिलेश पर निशाना साधते हुए शाह ने कहा कि मैंने कल अखिलेश यादव की प्रेस कांफ्रेंस सुनी. अखिलेश को शर्म भी नहीं आती. वो बोल रहे हैं कि यूपी में कानून व्यवस्था ठीक नहीं है. मैं आंकड़े लेकर आया हूं, अखिलेश में हिम्मत तो हमारे आंकड़े पर प्रेस कांफ्रेंस करें.
अमित शाह ने यूपी के देवबंद में भी चुनाव प्रचार किया. इस दौरान पीएम मोदी के फोटो के ऊपर भगवान राम, अमित शाह के फोटो के ऊपर लक्ष्मण और सीएम योगी के फोटो के ऊपर हनुमान जी का फोटो नजर आया।
डॉ आसिफ ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ प्रदेश में सरकारी मशीनरी से आतंक का राज चला रहे हैं वहीं गृहमंत्री उनकी पीठ थपथपाते हुए । धर्म और धार्मिक प्रतीकों को बेजां प्रयोग कर चुनाव आचार संहिता का खुल्लम खुल्ला उल्लंघन कर रहे हैं। इसे रोका जाना चाहिए।चुनाव आयोग की जिम्मेदारी है कि वह आचार संहिता लागू करवाये और वैमनस्य फैलाने वाले लोगों पर प्रतिबंध लगाये।
गृहमंत्री ने आगे कहा कि अखिलेश राज चुनने से पहले दंगों को याद कर लीजिएगा. उन्होंने कहा कि पहले यहां अपराध का बोलबाला था। योगी सरकार बनने के बाद सह गुंडे बाहर चले गए. अखिलेश पर निशाना साधते हुए शाह ने कहा कि मैंने कल अखिलेश यादव की प्रेस कांफ्रेंस सुनी. अखिलेश को शर्म भी नहीं आती. वो बोल रहे हैं कि यूपी में कानून व्यवस्था ठीक नहीं है. मैं आंकड़े लेकर आया हूं, अखिलेश में हिम्मत तो हमारे आंकड़े पर प्रेस कांफ्रेंस करें.
अमित शाह ने यूपी के देवबंद में भी चुनाव प्रचार किया. इस दौरान पीएम मोदी के फोटो के ऊपर भगवान राम, अमित शाह के फोटो के ऊपर लक्ष्मण और सीएम योगी के फोटो के ऊपर हनुमान जी का फोटो नजर आया।
डॉ आसिफ ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ प्रदेश में सरकारी मशीनरी से आतंक का राज चला रहे हैं वहीं गृहमंत्री उनकी पीठ थपथपाते हुए । धर्म और धार्मिक प्रतीकों को बेजां प्रयोग कर चुनाव आचार संहिता का खुल्लम खुल्ला उल्लंघन कर रहे हैं। इसे रोका जाना चाहिए।चुनाव आयोग की जिम्मेदारी है कि वह आचार संहिता लागू करवाये और वैमनस्य फैलाने वाले लोगों पर प्रतिबंध लगाये।
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