० नूरुद्दीन अंसारी ०
नयी दिल्ली - दुनिया के सबसे प्रमुख अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा सेवा संगठन आईडीपी ने पूरे भारत में एक साथ 23 नए कार्यालय खोल कर एक गौरवशाली इतिहास रचा है। नए कार्यालय गांधीनगर, आनंद, रायपुर, शिमला, कुरुक्षेत्र, जम्मू, त्रिची, त्रिशूर, पटना, गुवाहाटी, कालीकट, आगरा, जोधपुर, कानपुर, वाराणसी, प्रयागराज, मेरठ, हुबली, वारंगल, तिरुपति, काकीनाडा, गोवा और नासिक में खुले हैं। इसके साथ आईडीपी के अब भारत के 60 शहरों में 67 कार्यालय हो गए। इनके अतिरिक्त आईडीपी इंडिया के 24 वर्चुअल कार्यालय भी हैं ताकि देश के किसी भी हिस्से से विद्यार्थियों के लिए आईडीपी के विशेषज्ञों से संपर्क-संवाद करना आसान हो।
आईडीपी तेजी से विस्तार की योजनाओं पर काम करते हुए विदेश में पढ़ने के इच्छुक भारत के हर एक विद्यार्थी का सपना पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है। उनकी महत्वाकांक्षा पूरी करने के लिए आईडीपी ने टियर-2 और टियर-3 शहरों के विद्यार्थियों तक अपनी विशेषज्ञता का विस्तार करने का पहला कदम उठाया है। इन शहरों में देश के विभिन्न राज्यों की राजधानियों और उभरते शिक्षा केंद्रों का मिश्रण है।
नए कार्यालयों से विद्यार्थियों को वर्चुअल और व्यक्तिगत दोनों माध्यमों से विश्वस्तरीय परामर्श आसानी से मिलेगा। वे ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा, न्यूजीलैंड और आयरलैंड के प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों और संस्थानों में पढ़ने का सपना पूरा कर पाएंगे। विदेश में पढ़ने में सहायक एक्सपर्ट उन्हें तमाम सुविधाएं देंगे जैसे कोर्स और विश्वविद्यालय चुनना, आवेदन करना, ऑफर स्वीकार करना, वीजा सहायता, आवास ढूंढ़ना, स्वास्थ्य बीमा के लिए आवेदन करना, बैंक खाता खोलना आदि। वे विदेश में पढ़ाई की पूरी यात्रा में उनकी मदद करेंगे।
आईडीपी एडुकेशन के क्षेत्रीय निदेशक (दक्षिण एशिया और मॉरीशस) पीयूष कुमार ने इस अवसर पर कहा, ‘‘भारत में हमारे 23 नए कार्यालय खुलने की घोषणा करते हुए हम बहुत उत्साहित हैं। ग्लोबल लीडर होने के नाते हम ने पूरे भारत में सर्वश्रेष्ठ अंर्तराष्ट्रीय शिक्षा सलाह सुलभ करने का बीड़ा उठाया है। अब हम देश के दूर-दराज के हिस्सों तक अपनी पहुंच बना रहे हैं। टियर-2 शहरों के विद्यार्थियों के लिए भी हमारी सलाह सेवा सुनिश्चित कर रहे हैं। हम देश के कोने-कोने में अपने विशेषज्ञ का मार्गदर्शन सुलभ कराने के लिए लगातार काम कर रहे हैं ताकि अधिक से अधिक विद्यार्थियों को सोच-समझ कर सही निर्णय लेने में आसानी हो। हमारा मकसद उन्हें सही संसाधन और सूचना देना है।’’
हम ने सबसे पहले विद्यार्थियों के हित का ध्यान रखते हुए यह कदम उठाया है और विदेश में पढ़ने के उनके सपने पूरा करने के लिए विद्यार्थियों के अनुकूल दृष्टिकोण अपनाया है।’’आईडीपी विदेश में पढ़ने और कॅरियर बनाने के इच्छुक विद्यार्थियों को शुरू से अंत तक सलाह सेवा देता है। पिछले 50 वर्षों में आईडीपी 5 लाख से अधिक विद्यार्थियों को उनके सपनों के शिक्षा संस्थानों में प्रवेश दिलाने में सफल रहा है। यही वजह है कि ऐसे 10 में 9 विद्यार्थी आईडीपी को उनकी पसंद का पहला संगठन बताते हैं।
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