० योगेश भट्ट ०
नयी दिल्ली - योगी आदित्यनाथ शुरु से ही तेज तरार ,निर्भीक और निडर स्वभाव के थे उनकी निडरता का पता इस घटना से चलता है कि जब वे कोटद्वार कॉलेज से बीएससी कर रहे थे तब उनकी एक क्लासमेट स्टूडेंट यूनियन का चुनाव लड़ रही थी,और तैयारी करते-करते रात हो गई तो योगी को साथी छात्राओं की चिंता सताने लगी, छात्राएं रोने लगी. उस दौर में सड़क पर गाड़ियाँ बहुत कम चलती थी,
कोई गाड़ी रोक भी नहीं रहा था, तभी सामने से एक बस आ रही थी उसे रोकने के लिए योगी तुरंत सड़क के बीच में खड़े हो गए, उन्हें डराने के लिए बस ड्राईवर ने रफ्तार और बढ़ा दी लेकिन योगी सड़क पर डटे रहे इस निडरता को देख ड्राईवर ने ब्रेक लगा दिया और योगी ने लड़कियों को बस में बैठा कर उन्हें उनके घर सुरक्षित भेजा.
अगर आप उत्तर प्रदेश के लोकप्रिय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ज़िंदगी के कुछ ऐसे ही रोमांचक घटनाओं के बारे में जानने के इच्छुक हैं तो स्टोरीटेल ऑडियोबुक प्लेटफोर्म पर नंदकिशोर पांडेय के आवाज में सुन सकते हैं.
हिन्दुस्तान की पॉलिटिक्स में योगी आदित्यनाथ की छवि एक फायरब्रांड नेता की है और यूपी में ये महाराज जी के नाम से मशहूर हैं. उत्तराखंड के एक फारेस्ट रेंजर का युवा बेटे ने जब घर छोड़ कर संन्यास का इरादा किया था तब उसने कभी नहीं सोचा था कि एक दिन वह देश के सबसे बड़े राज्य का मुख्यमंत्री बन जाएगा. मुख्यमंत्री भी ऐसा जो बड़े-बड़े गुंडे माफिया को पानी पिला दिया.मुस्लिम कंट्टरपंथ के विरोधी योगी का सिर्फ एक और एक एजेंडा है-हिन्दुत्व. /
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