जयपुर । इन्वेस्ट राजस्थान - 2022 का प्रारम्भ सम्पूर्ण प्रदेश में मेनचेस्टर के रूप से पहचान बना चुके भीलवाड़ा जिले से बुधवार को हुआ । इस अवसर पर उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री शकुंतला रावत ने जयपुर से वीसी के माध्यम से सम्मिट में आये अतिथियों एवं उद्यमियो को संबोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का विजन राजस्थान के प्रत्येक क्षेत्र में विकास करना व प्रगति के नए आयाम स्थापित करना है ।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री गहलोत की मंशानुरूप राजस्थान देश का प्रथम राज्य बना जहां उद्योगों को बढ़ावा देने, निवेश का बेहतर वातावरण बनाने व रोजगार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से इन्वेस्ट सम्मिट कार्यक्रम आयोजित किए जायेंगे एवं भीलवाड़ा से इसकी शुरुआत हुई है । श्रीमती रावत ने कहा कि राज्य सरकार उद्यमियों के सहयोग हेतु सदैव तत्पर है एवं राज्य सरकार द्वारा उद्योग क्षेत्र में कई योजनाएं चलाई जा रही है जिससे कि उद्योग क्षेत्र का विकास हो सके।
सम्मिट में उद्योग एवं वाणिज्य आयुक्त अर्चना सिंह ने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान भीलवाड़ा जिले ने चिकित्सा के क्षेत्र में भीलवाड़ा मॉडल के रूप में देश-विदेश में नई पहचान बनाई एवं मुख्यमंत्री श्री गहलोत एवं राज्य सरकार की मंशा इंडस्ट्री के रूप में भी भीलवाड़ा को मॉडल बनाना है ।श्रीमती सिंह ने कहा कि भीलवाड़ा जिले के उद्यमियों मे नया संचार व उत्साह देखकर राज्य सरकार भी कदम से कदम मिलाने को कटिबद्ध है एवं यह जिला सम्मिट कार्यक्रम प्रदेश के अन्य जिलों के लिए भी प्रेरणास्पद रहेगा ।
कार्यक़म का केन्द्र बिन्दु् एमओयू सेरेमनी रही जहां सभी के क्षेत्रों के प्रमुख निवेशकों के साथ भीलवाड़ा जिला कलक्टर शिव प्रसाद एम नकाते ने एमओयू निष्पादित किये। 200 से ज्यादा निवेशकों द्वारा 10 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा निवेश का किया समझौता सम्मिट के दौरान राज्य सरकार की उद्योगों से जुड़ी जानकारी एवं सरकार द्वारा किये जा रहे सहयोग से उद्यमियों ने उत्साह दिखाया एवं कार्यक्रम के दौरान ही प्रदेश की प्रथम इनवेस्टमेन्ट सम्मिट कार्यक्रम में 10 हजार करोड़ से ज्यादा के निवेश हेतु एम.ओ.यू. हस्ताक्षर किये ।
जिला स्तरीय सम्मिट में 700 से अधिक उद्यमियों ने प्रत्यक्ष रुप से भाग लिया, वहीं अमेरिका, दुबई, कतर, आस्ट्रेलिया, युगाण्डा, इंग्लैण्ड जापान आदि से अप्रवासी भारतीयों के 26 संगठन ऑनलाइन भी इस सम्मिट से जुड़े। भीलवाड़ा के टेक्सटाइल एवं अन्य उद्योगों के आधुनिकीकरण एवं विकास से प्रवासी भारतीय भी काफी प्रभावित हुए। लगभग 200 औद्योगिक इकाइयों एवं निवेशकों द्वारा टेक्सटाइल, एग्रो फूड प्रोसेसिंग, मेडिकल, टूरिज्म, मिनरल्स एंड केमिकल्स, फर्निचर, सीमेंट प्रोडक्ट सहित अन्य विभिन्न क्षेत्रों में 10 हजार करोड़ रुपये से भी ज्यादा के निवेश करने पर समझौता हुआ । इसके अतिरिक्त राज्य सरकार की पहल से प्रदेश, देश एवं विदेश के उद्यमियो एवं प्रवासी उद्यमीगणों द्वारा भीलवाड़ा में निवेश हेतु रूचि ली जा रही हैं, भविष्य में ओर भी ज्यादा निवेश होने की संभावनाएं हैं।
सम्मिट में भीलवाड़ा जिले के सम्पूर्ण उद्योग एवं वाणिज्य परिद्वश्य को दर्शाती हुए टेक्सटाइल, एग्रो फ़ूड प्रोसेसिंग, मेडिकल, मिनरल्स व माइनिंग, बैंकिंग, फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट आर्गेनाइजेशन, एमएसएमई टेक्नोलॉजी सेंटर, जिला स्तरीय सिंगल विंडो वन स्टॉप शॉप, वूडन व स्टोन कार्विंग की आकर्षक स्टॉल्स में उत्पादों का जीवंत प्रदर्शन किया गया। सम्मिट में अतिथियों द्वारा उद्योग से जुड़ी जानकारियों के ब्रोशर का विमोचन किया गया एवं जिले में उद्योग की संभावनाओं की जानकारी शार्ट फिल्म द्वारा दी गई ।
भीलवाड़ा जिला कलेक्टर शिवप्रसाद एम नकाते ने बताया कि मेवाड़ चेंबर ऑफ कॉमर्स, सिंथेटिक वीविंग मिल्स, भीलवाड़ा टैक्सटाइल ट्रेड फेडरेशन, लघु उद्योग भारती सहित अन्य एसोसिएशन, समस्त विभागों के अधिकारियों एवं कार्मिको के योगदान से ही यह सम्मिट का आयोजन सफल रहा साथ ही कहा कि मानवीयता के द्वष्टिकोण से जिले के उद्यमीगणों ने कोविड़ वैक्सीनेशन हेतु 07 करोड रुपए की राशि का सहयोग दिया । उन्होंने कहा कि 10 हजार करोड का निवेश होने पर जिले में 25 हजार से ज्यादा लोगों को रोजगार मिलेगा ।
सम्मिट में यूआईटी की ओर से आजादनगर में प्रस्तावित मेडिसिटी योजना का प्रजेंटेशन दिया गया। इसमें सुपर स्पेशिएलिटी हॉस्पिटल, फॉर्मा कंपनियां, पार्क आदि सुविधाएं होगी। न्यास का यह ड्रीम प्रोजेक्ट है। निवेशक बोले - उद्योगों के लिए सम्मिट करने जैसी सरकार की अच्छी पहल कार्यक्रम के दौरान संगम इंडिया लिमिटेड के एमडी एसएन मोदानी ने कहा कि भीलवाड़ा में इंडस्ट्री फ्रेन्डली माहौल है। इसी तरह कंचन इंडिया के निदेशक दुर्गेश बांगड़ ने कहा कि भीलवाड़ा में आयोजित इन्वेस्टमेंट सम्मिट से उद्योपतियों में नई ऊर्जा का संचार हुआ है एवं उद्योगों के लिए सम्मिट करने जैसी सरकार की अच्छी पहल हैं।
जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक राहुलदेव सिंह ने जिला उद्योग केंद्र व विभाग की प्रगति की जानकारी से अवगत कराया एवं कहा कि जिला उद्योग केंद्र कमिटेड एंड डिलीवर की थीम पर कार्य कर रहा है ।कार्यक्रम में भारत सरकार के टेक्सटाइल सचिव यूपी सिंह वीसी के माध्यम से एवं कार्यक्रम स्थल पर संभागीय आयुक्त डॉ वीणा प्रधान, राजस्थान फाउंडेशन के आयुक्त धीरज श्रीवास्तव रीको के एडवाइजर इंफ्रा पुखराज सेन के साथ-साथ अन्य जिला स्तरीय अधिकारी भी उपस्थित थे।
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