जयपुर । राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा आयोजित तीन दिवसीय आवासीय कार्यकर्ता प्रशिक्षण शिविर जयपुर के बाड़ा पदमपुरा में प्रारम्भ हुआ। प्रशिक्षण शिविर का उद्घाटन राजस्थान सरकार के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने किया तथा समारोह की अध्यक्षता राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा ने की। शिविर में प्रदेशभर से आए 350 प्रशिक्षुओं का नामांकन किया गया है, जिन्हें अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी द्वारा नियुक्त प्रशिक्षण तीन दिन तक कांग्रेस पार्टी के इतिहास एवं वर्तमान परिस्थितियों में राजनैतिक कार्यों के संबंध में जानकारी देंगे।
प्रशिक्षण शिविर में उद्घाटन सत्र को सम्बोधित करते हुए राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा ने कहा कि देश की आजादी से पूर्व तथा आजादी के पश्चात् स्वर्णिम भारत के निर्माण का लम्बा इतिहास कांग्रेस पार्टी का है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी के महानायकों ने अनेक कुर्बानियाँ दी तब जाकर देश अंग्रेजों से मुक्त हुआ तथा महापुरूषों के अथक प्रयत्न का परिणाम आज का आधुनिक भारत है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के महान नेताओं स्व. पं. जवाहर लाल नेहरू, स्व. श्रीमती इंदिरा गाँधी, स्व. श्री राजीव गाँधी, स्व. श्री पी.वी. नरसिम्हा राव, डॉ. मनमोहन सिंह द्वारा किए गए कार्यों के कारण आज दुनिया में देश का नाम है।
उन्होंने कहा कि राजस्थान के मुख्यमंत्री एनएसयूआई, युवा कांग्रेस से निकलकर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने जो कि पूरी तरह से संगठन को समर्पित नेता रहे है तथा उन पर प्रदेशवासियों को नाज है । उन्होंने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ता गौरव का अनुभव करते है क्योंकि कांग्रेस अध्यक्षा जिनके नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ता कार्य कर रहे है उनके त्याग एवं तपस्या का एक लम्बा इतिहास है । उन्होंने कहा कि हमारे नेता श्री राहुल गाँधी अकेले नेता है जो मोदी सरकार की जनविरोधी नीतियों के विरूद्ध जंग लड़ रहे है तथा समाज के सभी वर्गों के मुद्दे उठाकर संघर्ष कर रहे है। उन्होंने कहा कि आज जो लोग सत्ता में बैठे हैं वो धर्मनिरपेक्ष भारत में धर्म के नाम लोगों को लड़ाने व बांटने का कार्य कर रहे है।
उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा ईडी, आयकर विभाग जैसी संवैधानिक संस्थाओं का दुरूपयोग अपनी राजनैतिक स्वार्थों की सिद्धी के लिए किया जा रहा है तथा लोकतंत्र की हत्या करने का प्रयास फासीवादी ताकतें कर रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का देश बनाने एवं लोगों में भाईचारा कायम करने का लम्बा इतिहास है। कांग्रेस के महान नेताओं के त्याग एवं बलिदान के कारण ही आज का उन्नत भारत हमें मिला है। उन्होंने कहा कि राजस्थान में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को दोहरी भूमिका निभानी है, एक केन्द्र सरकार की जनविरोधी नीतियों को जनता के बीच उजागर करना है, दूसरी ओर राजस्थान सरकार जो कि गुड गवर्नेन्स का एक उदाहरण है कि जनहितकारी निर्णयों एवं जनकल्याण के लिए बनायी गयी नीतियों को जनता के समक्ष पहँचाकर जनता को इन नीतियों का लाभ प्राप्त हो यह सुनिश्चित करना है।
उन्होंने कहा कि 2023 में पुनः कांग्रेस सरकार राजस्थान में सत्ता में आये तथा वर्ष 2024 में केन्द्र से मोदी सरकार का सफाया हो यह कार्य संगठन का दायित्व है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं को इस दायित्व की पूर्ति के लिए प्रदेश के प्रत्येक गाँव-ढाणी में जाकर केन्द्र की गलत नीतियों तथा वादाखिलाफी की जानकारी प्रत्येक नागरिक तक पहुँचानी होगी। साथ ही राजस्थान सरकार द्वारा जनकल्याण के लिए बनायी गई योजनाएँ जिनमें मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना, वृद्धावस्था पेंशन योजना, कोरोना महामारी से निपटने के लिए किए गए प्रबन्धन, कोरोना महामारी के दौरान जान गँवाने वालों को दिए गए मुआवजे, किसानों को बिजली पर दी जाने वाली सब्सिडी जैसे कार्यों से लोगों को अवगत करवाना होगा। उन्होंने कहा कि जनता द्वारा चुनाव जिताने के पश्चात् मिली ताकत जनसेवा के लिए होती है और यही परिपाटी कांग्रेस में रही है।
उन्होंने कहा कि देश में शांति बनाए रखने के लिए पूर्व प्रधानमंत्री स्व. श्रीमती इन्दिरा गाँधी ने जीवन का बलिदान कर दिया, इसी प्रकार स्व. श्री राजीव गाँधी भी देश के लिए शहीद हुए, किन्तु गाँधी परिवार ने कभी स्वयं के लिए देश से कुछ नहीं माँगा। उन्होंने कहा कि हमें गर्व है कि हम ऐसे गौरवमयी इतिहास रखने वाले संगठन के सिपाही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के इतिहास को देखते हुए कांग्रेसी होना ही आज सबसे बड़ा पद है बाकी सब गौण है।
उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता के रूप में विभिन्न स्तरों पर कार्य करने से पहचान मिलती है जिसका सबसे बड़ा उदाहरण वे स्वयं है। उन्होंने कहा कि ढाई माह से राजस्थान के मुख्यमंत्री द्वारा कोरोना की बूस्टर डोज लगाने की माँग देश के प्रधानमंत्री से की जा रही है किन्तु प्रधानमंत्री द्वारा इस जनहित के निर्णय की घोषणा इस प्रकार से की जैसे देश की जनता पर कोई एहसान कर रहे हो। उन्होंने कहा कि राजस्थान में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के लिए सत्ता एवं संगठन सदैव तैयार एवं तत्पर रहते है, सत्ता एवं संगठन के समन्वय से कांग्रेस कार्यकर्ता वर्ष 2023 में पुनः कांग्रेस सरकार को शासन में लेकर आएंगे।
शिविर के उद्घाटन सत्र को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने कहा कि राजस्थान प्रदेश सत्ता व संगठन के समन्वय का देश में सबसे सफल उदाहरण है। उन्होंने कहा कि सत्ता व संगठन के समन्वय से ही चुनाव में जीत प्राप्त की जाती है। उन्होंने कहा कि यदि सत्ता एवं संगठन में समन्वय नहीं रहे तो चुनावों में कार्यकर्ता हतोत्साहित हो जाते है जबकि किसी भी संगठन की रीढ़ कार्यकर्ता ही होते है। उन्होंने कहा कि संगठन के कार्यकर्ता : जो कार्य करते है उसका विकल्प करोड़ों के विज्ञापन भी नहीं बन सकते । उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी की पुरानी परम्परा रही है कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं के अधिवेशन में जनहित में जो प्रस्ताव पारित किए जाते है उनकी क्रियान्विति सरकारों द्वारा की जाती रही है।
उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता के रूप में विभिन्न स्तरों पर कार्य करने से पहचान मिलती है जिसका सबसे बड़ा उदाहरण वे स्वयं है। उन्होंने कहा कि ढाई माह से राजस्थान के मुख्यमंत्री द्वारा कोरोना की बूस्टर डोज लगाने की माँग देश के प्रधानमंत्री से की जा रही है किन्तु प्रधानमंत्री द्वारा इस जनहित के निर्णय की घोषणा इस प्रकार से की जैसे देश की जनता पर कोई एहसान कर रहे हो। उन्होंने कहा कि राजस्थान में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के लिए सत्ता एवं संगठन सदैव तैयार एवं तत्पर रहते है, सत्ता एवं संगठन के समन्वय से कांग्रेस कार्यकर्ता वर्ष 2023 में पुनः कांग्रेस सरकार को शासन में लेकर आएंगे।
शिविर के उद्घाटन सत्र को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने कहा कि राजस्थान प्रदेश सत्ता व संगठन के समन्वय का देश में सबसे सफल उदाहरण है। उन्होंने कहा कि सत्ता व संगठन के समन्वय से ही चुनाव में जीत प्राप्त की जाती है। उन्होंने कहा कि यदि सत्ता एवं संगठन में समन्वय नहीं रहे तो चुनावों में कार्यकर्ता हतोत्साहित हो जाते है जबकि किसी भी संगठन की रीढ़ कार्यकर्ता ही होते है। उन्होंने कहा कि संगठन के कार्यकर्ता : जो कार्य करते है उसका विकल्प करोड़ों के विज्ञापन भी नहीं बन सकते । उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी की पुरानी परम्परा रही है कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं के अधिवेशन में जनहित में जो प्रस्ताव पारित किए जाते है उनकी क्रियान्विति सरकारों द्वारा की जाती रही है।
उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता सरकार के निर्माण में अपनी भागीदारी को पाता है तो प्रोत्साहित होता है। उन्होंने कहा कि पीसीसी एवं एआईसीसी डेलीगेट एवं कांग्रेस पदाधिकारी जब अधिवेशन में बोलते हैं तो यह जनता के प्रति एक महत्वपूर्ण जिम्मेदारी होती है, क्योंकि अधिवेशन में सरकार के कार्यों की आलोचना भी हो तो सरकार में सुधार संभव होता है। उन्होंने कहा कि अधिवेशन में सरकार का लेखा-जोखा प्रस्तुत किया जाकर जवाबदेही तय होती है तथा जो प्रस्ताव पारित हो तो नेताओं व कार्यकर्ताओं द्वारा की जाने वाली माँगों के आधार पर बजट घोषणाएं होती है तथा सरकार के नीति-निर्माण में कार्यकर्ताओं की भागीदारी सुनिश्चित होती है ऐसी परिस्थिति में गर्व की अनुभूति करने वाला कार्यकर्ता सरकार की योजनाओं को जन-जन तक लेकर जाता है तथा आत्मविश्वास के साथ पार्टी के लिए कार्य करता है।
उन्होंने कहा कि यह पहली बार है कि राज्य सरकार के विरूद्ध किसी प्रकार की एन्टी इंकमबेन्सी नहीं है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी की रोकथाम हेतु किए गए प्रबन्धन को पूरे विश्व ने देखा है तथा भीलवाड़ा मॉडल से प्रदेश का नाम पूरे विश्व में रोशन हुआ है। उन्होंने कहा कि राजस्थान सरकार जनकल्याणकारी निर्णय लेने में कभी पीछे नहीं रही, कोरोना महामारी से मृत्यु के असली आंकड़ें को जानने के लिए राज्य सरकार द्वारा ऑडिट करवाया जा रहा है तथा निर्देश प्रदान किए गए है भले ही आरटीपीसीआर टेस्ट में परिणाम नेगेटिव आया हो किन्तु यदि कोरोना का ईलाज चला है तो उसे कोरोना से मृत्यु माना जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में महामारी से जान गँवाने वाले 8000 लोगों तथा 3000 विधवा महिलाओं को सरकार द्वारा जारी पैकेज से लाभान्वित किया गया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जयपुर में आयोजित महँगाई हटाओ रैली को सफल बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। देश की जनता जो महँगाई से त्रस्त है उसकी पीड़ा को जयपुर रैली में शामिल हुए कार्यकर्ताओं के माध्यम से केन्द्र सरकार के समक्ष रखा गया है।
उन्होंने कहा कि राजस्थान की जनता को कांग्रेस संगठन की ब्लॉक कांग्रेस कमेटियों पर पूरी आस्था एवं विश्वास होना चाहिए। उन्होंने कहा कि जनता को यह विश्वास होना चाहिए कि ब्लॉक कांग्रेस कमेटियों के माध्यम से वो न्याय पा सकेंगे, यदि ऐसा हो जाए तो प्रदेश में पार्टी बेहद मजबूत होगी। उन्होंने कहा कि जब सशक्त कार्यकर्ता केन्द्र सरकार की विफलताओं को जनता के समक्ष लेकर जाएंगे तथा फासीवादी ताकतों द्वारा धर्म के नाम पर देश को तोड़ने के लिए किए जा रहे कार्यों को उजागर करेंगे तभी केन्द्र की सत्ता से फासीवादी ताकतों की विदाई संभव होगी। उन्होंने कहा कि आज देश किस दिशा में जा रहा है इसकी जानकारी किसी को नहीं है । ईडी, आईटी, ज्यूडिसरी दबाव में काम कर रहे है। चुनाव आते ही छापे पड़ने चालू हो जाते है जिसका उदाहरण राजस्थान में आए राजनैतिक संकट के दौरान जनता ने देखा था।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने लम्बे समय तक उन पर विश्वास जता कर अनेक अवसर प्रदान किए है तथा अब उस अनुभव के आधार पर पार्टी की सेवा करने का अवसर भी प्राप्त हुआ है। उन्होंने कहा कि पार्टी द्वारा जिस विश्वास से उन्हें मौका दिया उसका कर्ज पार्टी को मजबूत कर उतारना है। उन्होंने कहा कि पार्टी ने बुरे दौर पहले भी देखे हैं किन्तु हम अपने कार्यकर्ताओं की ताकत के बल पर बार-बार खड़े हो जाते है। उन्होंने कहा कि श्री राहुल गाँधी जनता से जुड़े मुद्दे उठाकर केन्द्र सरकार के विरूद्ध लड़ाई लड़ रहे है किन्तु आर.एस.एस. द्वारा विभिन्न माध्यमों से दुष्प्रचार कर कांग्रेस एवं कांग्रेस नेताओं को बदनाम करने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं का दायित्व है कि भाजपा की जनविरोधी नीतियों को उजागर करने के लिए ब्लॉक स्तर तक सम्मेलन किए जाए तथा जहाँ आवश्यकता हो मुख्यमंत्री स्वयं भी ब्लॉक सम्मेलनों में शामिल होकर कार्यकर्ताओं को प्रोत्साहित करने में पीछे नहीं रहेंगे।
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