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'1232KM कोरोना काल में एक असंभव सफ़र’ का लोकार्पण

० योगेश भट्ट ० 

नयी दिल्ली- पत्रकार-फिल्मकार  विनोद कापड़ी की किताब '1232KM कोरोना काल में एक असंभव सफ़र’ का लोकार्पण इस पुस्तक के श्रमिक नायकों रितेश कुमार और रामबाबू ने इंडिया हैबिटैट सेंटर मे किया गया.  लेखक और दोनों श्रमिकों से  वरिष्ठ पत्रकार स्मिता शर्मा और जानी-मानी सामाजिक कार्यकर्ता योगिता भयाना ने बातचीत की.  '1232 किमी : कोरोना काल में एक असंभव सफर' एक मुश्किल वक्त का वृत्तान्त तो है ही, आने वाली पीढ़ियों को सबक देने वाला एक जरूरी दस्तावेज भी है। महामारी के प्रकोप के बीच देश जब विभाजन के दौर से भी बड़ा पलायन देख रहा था, तब साइकिल से 1232 किलोमीटर का सफर तय कर अपने गांव पहुँचने वाले सात श्रमिकों की यह कहानी जितनी मार्मिक है, उतनी ही प्रेरक भी है। पुस्तक राजकमल प्रकाशन के उपक्रम सार्थक से पप्रकाशित हुई है.

समाज के रूप में हम किस हद तक विफल रहे । यह उन असमानताओं और विसंगतियों को उजागर करती है जिनसे अनजान बने रहकर, हम दुनिया में अव्वल होने का दम भरते आये थे। इसीलिए हमने इसे प्रकाशित करना जरूरी समझा,यह एक जरूरी दस्तावेज है, जो हमें अपने समय को समझने का एक नजरिया देगी। साथ ही आने वाली पीढ़ियों के लिए, इतिहास के एक जरूरी यादगार के रूप में, सबक का जरिया भी बनेगी ।

बातचीत के दौरान इस किताब के नायकों रितेश और रामबाबू ने भी अपने अनुभव साझा किए। एक सवाल पर रामबाबू ने कहा, कोरोना काल में लॉकडाउन हम गरीबों लिए घातक साबित हुआ, गरीब भी भारत के नागरिक हैं। इसलिए सरकार को कोई फैसला लेते वक्त गरीबों को भी ध्यान में रखना चाहिए।आप अपने भविष्य के बारे में क्या सोचते हैं, इस सवाल पर रितेश ने कहा, हम मजदूर हैं, रोज कमाते हैं तब खाते हैं, हमारे पास कुछ बचता नहीं है,फिर भी अपनी पूरी क्षमता से कोशिश करेंगें कि मेरे बच्चे ऐसा कुछ अच्छा करने लायक बनें कि मैं उनके नाम से जाना जाऊँ।

रितेश और रामबाबू ने लॉकडाउन के दौरान भुगते कष्ट का बयान भी किया और बताया कि काम व खाने पीने की दिक्कत होने के बाद ही हमने  सोचा कि परदेस में भूखों मरने से अच्छा है अपने गांव जाकर मरें। यही सोचकर हम सात साथी गाजियाबाद से सहरसा तक 1232 किलोमीटर के सफर पर साइकिल से ही निकल पड़े।कार्यक्रम में राजकमल प्रकाशन की ओर से शॉल और पुस्तकें प्रदान कर रितेश और रामबाबू को सम्मानित किया गया। आखिर में राजकमल प्रकाशन समूह के सीईओ आमोद महेश्वरी ने कार्यक्रम में शामिल सभी लोगों का धन्यवाद ज्ञापन किया।

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