जयपुर। कालवाड़ थाना अंतर्गत ग्राम हाथोज में 22 बीघा भूमि को धोखाधड़ी से करोड़ों की जमीन हडपने का मामला दर्ज किया गया है। पीड़िता इस मामले को लेकर 9 जुलाई को एसीपी कार्यालय करधनी के समक्ष धरना प्रदर्शन करेगी। इसके उपरांत भी कार्यवाही नहीं होने पर भारतीय स्वाभिमान मंच राजस्थान के बैनर तले विधानसभा सत्र के दौरान विधानसभा घेरने की तैयारी की जाएगी।
भारत स्वाभिमान मंच राजस्थान की ओर से पिंकसिटी प्रेस क्लब में आयोजित प्रेस वार्ता में मंच के संस्थापक एवं प्रदेश अध्यक्ष पोखरमल भामणिया और मंच के प्रवक्ता मोहनलाल बैरवा ने इस पुरे प्रकरण को विस्तार से बताया साथ ही एफआईआर की प्रति के साथ सारे बाउंस चेक ओर जमीन से जुड़े सारे दस्तावेज प्रेस प्रतिनिधियों को पेश की .
इस अवसर पर 8 0 वर्षीय पीड़िता मिश्री देवी ने बताया कि वह अनुसूचित जाति से आती है उसके स्वामित्व में ग्राम हाथोज तहसील जिला जयपुर में 71 बीघा 7 बिस्वा भूमि जिसका खसरा नंबर 44 से 53 है यह की ज्ञान चंद अग्रवाल ने मिश्री देवी के साथ धोखाधड़ी कर वह कूट रचित दस्तावेज तैयार कर उपरोक्त भूमि स्वयं की फार्म सालासर ओवरसीज प्राइवेट लिमिटेड द्वारा नारायण सिटी के नाम से अन्य लोगों के नाम पर पट्टे जारी कर पैसे प्राप्त कर लिए और जब प्रार्थी को इस संदर्भ में जानकारी मिली तो उसने इनके द्वारा पुलिस थाना कालवाड में प्राथमिकी दर्ज कराई।
पीड़िता मिश्री देवी का कहना है कि उसके साथ भूमि हड़पने को लेकर षड्यंत्र रचा है उनके विरुद्ध समुचित ठोस कानूनी कार्यवाही करना अत्यंत आवश्यक है। जयपुर विकास प्राधिकरण द्वारा नारायण सिटी स्थित ग्राम हाथोज के अनुमोदन के विषय में शामिल पत्रावली का मूल्यांकन करने वाले अधिकारी, नक्शा अनुमोदन करने वाले अधिकारी व तथ्यात्मक मौका मुआयना करने वाले अधिकारी इन सभी को जांच के दायरे में लाकर कार्यवाही की जानी चाहिए।मिश्री देवी का कहना है कि उपरोक्त स्थान पर अवैध निर्माण धड़ल्ले से किया जा रहा है जिसको प्रशासन तत्काल बंद कराए और अवैध निर्माणों को तोड़े और उस जमीन को मुक्त कर वृद्ध दलित महिला को न्याय दिलाएं।
उल्लेखनीय है कि सालासर ओवरसीज प्रा .लि . के कर्ताधर्ता और भूमाफिया ज्ञानचंद अग्रवाल अबतक इसी प्रकार के अपराध में कई बार जेल की हवा भी खा चूका है।
उल्लेखनीय है कि सालासर ओवरसीज प्रा .लि . के कर्ताधर्ता और भूमाफिया ज्ञानचंद अग्रवाल अबतक इसी प्रकार के अपराध में कई बार जेल की हवा भी खा चूका है।
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