जयपुर- फैडरेशन ऑफ़ राजस्थान ट्रेड एण्ड इंडस्ट्री द्वारा नॉलेज पूल सोसायटी* के साथ मिलकर प्रोफेशनल एवं व्यापारियों के लिए *प्रयास-एक पहल* वर्चूअल कॉन्फ़्रेन्स का आयोजन किया गया !! कार्यक्रम के प्रारम्भ में *FORTI के अध्यक्ष सुरेश अग्रवाल ने बताया की इस कोरोना काल में फ़ोर्टी अपने व्यापारिक भाइयों के हितों की रक्षा के लिए पूर्णते तत्पर है, इसके लिए जहाँ एक और फ़ोर्टी अपने व्यापारिक भाइयों, उनके परिवार एवं स्टाफ़ के लिए निरंतर वैक्सिनेशन कैम्प चला रही है वहीं दूसरी और सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर इस तरह से व्यापारिक गतिविधियाँ चलवा रही है जिससे कोविड गाइडलाईन का पालन भी हो और व्यापारियों का भी नुक़सान नहीं हो !!
फोर्टी अतिरिक्त महामंत्री, कार्यक्रम संयोजक एव नॉलेज पूल अध्यक्ष सीए अभिषेक शर्मा* ने बताया की कार्यक्रम का उद्देश्य दिवंगत सीए सदस्यों के परिवारों को आर्थिक सहायता देने के लिए धनराशि एकत्रित करना था, जिसके लिए देश -विदेश से 2000 से ज़्यादा प्रोफेशनेल्स एवं व्यापारियों ने प्रोग्राम मैं रेजिस्ट्रेशन कराया और प्रोग्राम को लाइव देखा! उन्होंने बताया की कार्यक्रम में तीन सत्र आयोजित किए गए !
प्रथम सत्र में दिल्ली से आए आयकर गुरु डॉ (सीए) गिरीश आहूजा* ने बताया की तेजी से बदलते हुए आयकर क़ानून के अनुसार अपनी वित्तीय आदतों मैं क्या क्या बदलाव करें, उन्होंने यें भी बताया की आर्टिफ़िशल इंटेलिजेन्स के इस जमाने में आयकर विभाग के पास आपकी सारी जानकारी है एवं आपने किसी भी तरह का एसा वित्तीय व्यवहार किया है जिसकी जानकारी आयकर रिटर्न में नहीं दी है तो ध्यान रखें आयकर विभाग के पास आपसे सम्बंधित सभी जानकरियाँ है एवं आप बच नहीं पाएँगे। अतः अपने सभी वित्तीय व्यवहारों को रिटर्न में शामिल करें एवं पूरा कर चुकाएँ !!
दूसरे तकनीकी सत्र में दिल्ली से ही आए एक अन्य स्पीकर सीए बिमल जैन* ने बताया की इनपुट टैक्स क्रेडिट मनाही एवं बोगस बिलों से सम्बंधित मामलों मैं क्रेता या विक्रेता क्या करें एवं क्या सावधानियाँ रखें एवं इनसे सम्बंधित वैधानिक प्रावधान क्या है !
कार्यक्रम संचालक एवं नॉलेज पूल के उपाध्यक्ष सीए शैलेंद्र अग्रवाल ने बताया कीतीसरे एवं अंतिम सत्र में एक शाम परिवार के नाम विषय पर उज्जैन से आए पंडित विजय शंकर जी मेहता ने* परिवार को बांधे रखने के मूलमंत्र बताए तथा यह भी बताया की वर्तमान करोना काल में कैसे इस लॉक्डाउन उपयोग परिवार को बांधने में पूरा समय देकर किया जा सकता है ! उन्होंने सभी परिवारजनों को भूषा, भाषा, भोजन, भवन एवं भजन का महत्व समझाया !! एवं कोई भी व्यक्ति हनुमान जी के जीवन से क्या सीख सकता है वो भी बताया !
अंत में उन्होंने ये कहा की राजा का काम प्रजा की भलाई करना है और कई बार भलाई करने के बावजूद भी प्रजा राजा की बुराई करे तो उससे घबराना नहीं चाहिए, प्रजा ने आलोचना के लिए जब श्रीराम जी को ही नहीं छोड़ा तो फिर उससे कौन बच सकता है । कार्यक्रम के अंत में *सीए अनिल कुमार यादव ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
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