० आशा पटेल ०
जयपुर-कलानेरी आर्ट गैलरी और एकेडमी ऑफ फाइन आर्ट्स व सेव आवर सिटी की ओर से इस वर्ष विश्व पर्यावरण दिवस पर एक ऑनलाइन कंपटीशन का आयोजन किया गया। जिसमें करीब सत्तर (70) पार्टिसिपेंट्स ने हिस्सा लिया।
कंपटीशन दो कैटेगरी में रखा गया, एक जिसमें क्रिएटिव प्लांट और दूसरे में क्रिएटिव प्रोडक्ट बनाना था। इन सभी को बनाने में वेस्ट मटेरियल को यूज़ किया गया। ऐसा मेटेरियल जो पर्यावरण को नुकसान पहुंचा सकता था, लेकिन उसे प्लांट के साथ रियूज किया गया। प्रतियोगिता का आयोजन ऑनलाइन था! जिसमें शहर, प्रदेश, देश, विदेश के सभी लोगों ने अपने घरों में रहकर इस रचनात्मक कार्य में हिस्सा लिया।कलानेरी की डायरेक्टर सौम्या विजय शर्मा ने बताया कि इस प्रतियोगिता की उपयोगिता इस बात पर थी कि हम पर्यावरण के प्रति संवेदनशील हो और किसी भी प्रकार से वेस्ट मटेरियल को री यूज करें चाहे वो हमारे घर में हो, ऑफिस में या आस पास। बहुत सारे प्रोडक्ट वेस्ट हो जाते हैं जिन्हें हम फेंक कर पर्यावरण को नुकसान पहुंचाते हैं। ऐसे प्रोडक्ट को रीसायकल, अप साइकिल, रीयूज करके उन्हें उपयोगी बनाया जाता है। यह समाज के लिए भी एक संदेश है। हम वेस्ट प्रोडक्ट के प्रति अपनी जिम्मेदारी को बखूबी निभाये और अधिक से अधिक प्लांटेशन कर न सिर्फ पर्यावरण को बचाने का प्रयास करें अपितु प्राकृतिक ऑक्सीजन के उत्पादन में भी सहयोग करें।
इस प्रयास में शहर की संस्था सेव आवर सिटी ने भी अपनी भूमिका निभाई। संस्था की कार्यकारी अध्यक्ष अनु तुषार सोगानी जो पेशे से इंटीरियर डिज़ाइनर है। इस संस्था के माध्यम से जयपुर शहर के लिए इसी तरह के कार्य कर रही हैं जो हमारे शहर की खूबसूरती को बचा कर रखें।
प्रतिभागियों ने प्रमुखता से प्लास्टिक की पुरानी बोतलों को इस्तेमाल किया, नारियल के खोल का इस्तेमाल किया, कांच की बोतलों का, पुराने टायर, रबर बॉल्स, पुराना कागज आदि का बहुत ही रचनात्मक रूप में इस्तेमाल किया।प्रतियोगिता के सभी प्रतिभागियों को सर्टिफिकेट प्रदान किए जाएंगे। वह साथ ही दोनों कैटेगरी में 10 प्रमुख क्रिएटिव एंट्रीज को सम्मानित किया जाएगा। कुछ प्रतिभागियों ने पेंटिंग्स बना कर भी इस प्रतियोगिता में हिस्सा लिया।
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