जयपुर, मणिपाल हॉस्पिटल जयपुर ने राजस्थान में पहली बार 53 वर्षीय पुरुष की यूनिलेट्रल बायोपोर्टल एण्डोस्कोपी सफल स्पाइन सर्जरी कर चिकित्सा जगत में एक कीर्तिमान स्थापित किया है। डाॅ नमित निठारवाल स्पाइन सर्जन मणिपाल हाॅस्पिटल ने बताया की रोगी पिछले छह महीनों से कमर व पैर के दर्द से परेषान था व उसके बाएं पैर की ताकत कम हो गई थी। जांच करने पर, पाया कि रोगी स्लिप डिस्क PIVD से पीड़ित था और उसे सामान्य जीवन जीने के लिए तत्काल यूबीई स्पाइन सर्जरी की आवश्यकता थी।
यूबीई स्पाइन सर्जरी एक मिनिमली इनवेसिव तकनीक है जिसमें कमर में दो छोटे छेद करके दूरबीन की सहायता से नसों का दबाव हटाया जाता है।यूबीई एक विषेष तकनीक है जो स्लिप डिस्क, साईटिका, रीढ़ की हड्डी में नसों के दबाव के लिए सबसे उपयुक्त है। ओपन सर्जरी की तुलना में सबसे सुरक्षित व कारगर है। इसमें आस-पास के उत्तकों, नसों व मांसपेषियों को कम से कम नुकसान होता है।
सर्जरी के बाद रिकवरी जल्दी होती है व आॅपरेषन के बाद दर्द ना के बराबर होता है जिससे मरीज जल्द ही अपनी पूर्व दिनचर्या पर लौट आता है। इस तकनीक से सर्जरी देष के कुछ ही केंद्रों पर होती है। डाॅ. निठारवाल ने बताया की मरीज सर्जरी के दिन ही चलने फिरने लग गया था और अब वह पूर्णरुप से स्वस्थ है।
इस अवसर पर मणिपाल हॉस्पिटल्स जयपुर की क्लिनिकल उत्कृष्टता के बारे में बात करते हुए श्री रंजन ठाकुर, हॉस्पिटल डायरेक्टर, ने कहा, “मणिपाल हॉस्पिटल जयपुर में अनुभवी डॉक्टरों और नर्सों की टीम है। इसके अलावा, हम मरीजों की बदलती जरूरतों को पूरा करने के लिए अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाओं से भी सुसज्जीत हैं।
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