जयपुर -राजस्थान लेखिका साहित्य संस्थान जयपुर द्वारा संस्थान संस्थापिका नलिनी उपाध्याय की पुण्यतिथि पर रेनू शब्द मुखर के शानदार संचालन में वर्तमान समय में सोशल मीडिया की प्रासंगिकता' विषय पर वर्चुअल मोड़ पर व्याख्यान का आयोजन किया गया। अध्यक्ष डॉ. जयश्री शर्मा ने मुख्य अतिथि हिंदी प्रचार प्रसार संस्थान के अध्यक्ष डॉ.अखिल शुक्ला, विशिष्ट अतिथि डॉ. सुशीला राणा व कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे वरिष्ठ साहित्यकार डॉ.दुर्गाप्रसाद अग्रवाल का स्वागत करते हुए स्व.नालिनी जी को अनूठी व्यक्तित्व की महिला बताया।
मुख्य अतिथि डॉ. अखिल शुक्लाने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि सोशल मीडिया का उपयोग राष्ट्र हित में हो यह हमारा कर्तव्य है।यह न्याय दिलाने का सशक्त माध्यम है।सोशल मीडिया में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अधिकार के साथ साथ दूसरों की निजता के अधिकार का उल्लंघन ना हो इसका भी ध्यान रखना चाहियें। सोशल मीडिया सूचना आदान-प्रदान करने, मनोरंजन करने, शिक्षित करने, जागरूक करने,रहन सहन प्रकट करने, कामकाज को दर्शाने, सेवा कार्य को दर्शाने, मौज मस्ती करने और दूसरों के दुख दर्द में शामिल होने का सशक्त माध्यम है।
कार्यक्रम अध्यक्ष डॉक्टर दुर्गा प्रसाद अग्रवाल ने इस विषय पर सारगर्भित जानकारी देते हुए कहा कि प्रिंट मीडिया और संचार मीडिया के पूरक के रूप सोशल मीडिया ने हम सबकी जिंदगी को आसान बना दिया है। आज यह दुनिया भर के लोगों से हमारे संवाद का जरिया है ।कोरोना वायरस जैसी वैश्विक बीमारी ने जब हमारा घर से बाहर निकलना बंद कर दिया था तब यही सोशल मीडिया हमारे जीने का सहारा बना था। और इसी सोशल मीडिया पर जरूरत की पोस्ट डाल कर कि किसी को ब्लड चाहिए, किसी को कोई सहायता चाहिए, किसी को खाना चाहिए, लोगों ने समूह बनाकर एक दूसरे की इस हद तक मदद की है कि सोशल मीडिया उस समय हमारे लिए भगवान हो गया था
विशिष्ट अतिथि डॉ सुशीला सिंह राणा ने अलग-अलग रंग के दोहे कविता, मुकरी और त्रिवेणी सुनाकर सबको मंत्रमुग्ध किया। इनके अलावा डॉ. रेखा गुप्ता ने सोशल मीडिया की प्रासंगिकता को बताते हुए उसके सकारात्मक रूप को सबके सामने रखा। डॉ.सुषमा शर्मा,स्नेह परनामी व सुधीर उपाध्याय अपने संस्मरण से अवगत कराया। इस कार्यक्रम में नासिक,इंदौरउदयपुर,बॉम्बे,जोधपुर,दिल्ली,जालौर, गंगानगर और दूर-दूर से जाने माने साहित्यकारों ने जुड़ कर कार्यक्रम को सफल बनाया।
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