० आशा पटेल ०
जयपुर कोविड 19 महामारी किसकी क्या ज़िम्मेदारी संवाद श्रंखला की पांचवी कड़ी में, कोविड 19 महामारी का महिलाओं पर प्रभाव विषय पर वेबिनार का आयोजन किया गया। संवाद श्रंखला के समन्वयक व राजस्थान नागरिक मंच के सचिव अनिल गोस्वामी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया की इस अवसर पर महिला आंदोलन से जुड़ी देश की प्रमुख सामाजिक कार्यकर्ता जागृति राही, मुमताज शेख व डॉक्टर प्रीतम पाल ने कहा कि कोविड 19 का समय महिलाओं के लिए चुनौतियों से भरा पड़ा है।
महिलाओं पर इसका सामाजिक, आर्थिक और मानसिक रूप से गहरा असर पड़ा है। महिलाओं के प्रति हिंसा बढ़ी है, मानसिक तनाव बढ़ा है और आर्थिक परेशानियों का भी सामना करना पड़ा है। महिलाओं पर घरेलू हिंसा के भी मामले बहुत अधिक बढ़े है। सभी वक्ताओं ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि इस विपरीत समय मे महिलाओं को अपना हौसला कायम रखते हुए अपनी सामाजिक, पारिवारिक व स्वंय अपने प्रति ज़िम्मेदारियों को दायित्व निभाना होगा,
विशेषकर अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहना होगा। इस अवसर पर वित्तीय संस्थाओं द्वारा ऋण चुकाने में देरी होने पर महिलाओं से बदसलूकी पर भी चिंता प्रकट करते हुए सरकार को इस दिशा में प्रभावी कार्यवाही करने हेतु सयुक्त रूप से ज्ञापन भेजने का निर्णय लिया गया।
संवाद श्रंखला का संचालन हेमलता कसौटियां ने किया। श्रंखला में प्रमुख तौर पर राजस्थान नागरिक मंच, महिला सर्वोदय मंडल, राजस्थान सम्रग सेवा संघ, जनवादी लेखक संघ,राजस्थान, एकल महिला मंच, ऐपवा, पारदर्शिता, चाइल्ड राइट वाच ग्रुप, ऐ. पी. सी. आर. राजस्थान, सवैधानिक विचार मंच, सवैधानिक अधिकार संघठन, बंधुआ मुक्ति मोर्चा राजस्थान, डॉ राममनोहर लोहिया विचार संस्थान, लीड्स,कोशिश फाउंडेशन, RYA, KNS, पिंकसिटी जरी हैंडवर्क यूनियन,
सवैधानिक मूल्य पालना समिति से मंजुलता, मंजुला भारद्वाज, पूजा सिंह, ललिता पंवार, मुनाजिर इस्लाम, अनिता सिंह बड़गुर्जर, विद्या पंजाबी, माया चौधरी, सरिता पाटिल, नेहा सैन, सीमा कुमारी, सुनीता शर्मा, आफ़ताब खान, भरत दोषी, आसीन खान डॉ अनिल जैन, शाहिद मंसूरी, राजेन्द्र सिंह सहित कई संघठनों के बहुत से जिलों से सामाजिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता प्रमुख तौर पर जुड़े थे। धन्यवाद संयोजक बसन्त हरियाणा ने दिया।
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