0 इरफान राही 0
पटना, बिहार -यहां महिला दिवस के अवसर पर कथा समरस कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उत्सव के लिए मन का मुहल्ला द्वारा आयोजित किया गया था। इस ऑनलाइन कार्यक्रम में समरस समाज के लक्ष्य की तरफ बढ़ते हुए महिला और पुरुष कथाकारों ने एक दूसरे की स्त्री संवेदना की कहानियों का मिलजुल पाठ किया।
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस विशेष में अपनी कहानी ख़ाली लिफ़ाफ़ा का राकेश बिहारी द्वारा पाठ सुनकर राजी सेठ भावविभोर हो गईं। कार्यक्रम में इन बारह कहानियों का पाठ हुआ, नैना जोगिन(फणीश्वरनाथ रेणु), ख़ाली लिफ़ाफ़ा(राजी सेठ),रसपिरिया पर बज्जर गिरे(पंकज मित्र), लौट आना ली(कविता), पंच परमेश्वरी( प्रेमरंजन अनिमेष),बिसात(राकेश बिहारी), नक्शा और इबारत(वंदना राग), झूलनी का रंग साँचा(राकेश दूबे),यही ठइयाँ नथुनी हेरानी(आशुतोष),निर्वसन(रश्मि शर्मा),वाइन कलर(सिनीवाली),शव यात्रा(निवेदिता)। पाठ करनेवालों में भारती दीक्षित एवं सुनील शर्मा भी रहे।
इस अनूठे कार्यकम कि लोकप्रियता दिन ब दिन बढ़ती जा रही जिसे हजारों लोगों ने पसंद किया है और सरहाना कि है ।
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