नई दिल्ली // भारत की राजधानी दिल्ली के ओखला में स्थित शाहीन एकेडमी में मीडिया और बोलने की आज़ादी के संवेधानिक व क़ानूनी सुरक्षा उपाय के विषय एक सेमिनार का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन देश के पिछड़े अल्पसंख्यक व वंचित वर्गो में शिक्षा के क्षेत्र में काबिले तारीफ काम करने वाली गै़रसरकारी संस्था आल इंडिया एजूकेशनल मूवमेंट द्वारा किया गया।
गौरतलब है कि इस सेमिनार में देश की जानीमानी शाख्सियतों ने शिरकत की जिसमें अधिवक्ता, मीडिया व शिक्षाविद्वानों ने अपने विचार प्रकट किए। इसमें खासतौर से जाने माने वकीलों जैसे अबूबकर सब्बाक़ और एम.आर. शमशाद के अलावा मशहूर जरनर्जिस्ट प्रशांत टंडन ने भी इस महत्वपूर्ण विषय पर अपने विचार प्रकट किए। वक़्ताओं ने मीडिया व बोलने की आज़ादी के मूल अधिकार पर लगातार हो रहे हमलों को रविद्रनाथ टैगोर के विचारों के खि़लाफ़ बताते हुए बेहद गंभीरता से विचार करने योग्य क़रार दिया। उन्होंने कहा कि इस तरह के हमले किसी भी लोकतांत्रिक देश के लिए अच्छे नहीं हैं।
इस सेमिनार में मुख्य अतिथि के तौर पर जामिया मिलिया की प्रोफेसर कहकशां दानियाल ने और आई.आई.टी. दिल्ली के पूर्व प्रोफेसर वी.के. त्रिपाठी ने गणमान्य अतिथि के तौर पर शिरकत की। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता ख़्वाजा शाहिद ने की। कार्यक्रम का उद्धाटन अबरार इस्लाही के द्वारा किया गया। सभी अतिथियों का स्वागत एडवोकेट रईस अहमद द्वारा किया गया। मुख्य अतिथि ने आल इंडिया एजूकेशनल मूवमेंट द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में अल्पसंख्यको, पिछड़ों और वंचित वर्गो के लिए किए जा रहे कार्यो को बेमिसाल क़रार दिया और इस बेहद अहम विषय पर सेमिनार का आयोजन, वक़्त की ज़रूरत बताते हुए संस्था व इसके पदाधिकारियों की सराहना भी की।
वी.के.त्रिपाठी ने बोलने की आज़ादी के साथ सोचने की आज़ादी के बारे में बात करते हुए देश की वर्तमान सूरतेहाल पर अपनी चिंता जाहिर की। साथ ही सिर्फ अल्पसंख्यक समुदाय व उनके बोलने के अधिकार पर हो रहे हमले की कड़ी शब्दों में निंदा की।
इस कार्यक्रम के आयोजन में संस्था के अध्यक्ष ख़्वाजा शाहिद, अतिरिक्त महासचिव अब्दुल रशीद, महासचिव मुज़फफर अली, कोषाध्यक्ष एडवोकेट असलम अहमद और कार्यकारी सदस्या ममदोहा माजिद व डॉ.हलीमा सादिया ने बेहद अहम किरदार अदा किया। साथ ही इस कार्यक्रम को कामयाब बनाने में इल्यास सैफ़ी व एजाज़ ग़ौरी ने भी बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया। सेमिनार में काफी तादाद में लोगों ने शिरकत की, आखि़र में इस तरह के कार्यक्रमों का आयोजन करते रहने के वादे के साथ मौजूद लोगों का शुक्रिया अदा किया गया।
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