जयपुर। नेशनल यूनियन आॅफ जर्नलिस्ट्स इंडिया का दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यसमिति बैठक सम्पन्न हुई। एनयूजेआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष रासबिहारी और राष्ट्रीय महासचिव प्रसन्ना मोहंती के सान्निध्य में आयोजित बैठक में पत्रकार सुरक्षा कानून, देश के मीडिया संस्थानों पर बढ़ती पाबंदी, कोरोना महामारी से मीडिया संस्थानों पर आर्थिक संकट व पत्रकारों की छंटनी से बढ़ती बेकारी, नए श्रम कानूनों का मीडिया पर प्रभाव, डिजिटल मीडिया पॉलिसी लागू करने, छोटे व मंझले समाचार पत्रों को विज्ञापन दायरा बढ़ाने, पत्रकारों को वेजबोर्ड का फायदा दिलवाने के कानूनी पहलुओं पर चर्चा की गई।
इन मुद्दों के समाधान के लिए केंद्र सरकार और राज्यों की सरकारों को ज्ञापन दिए जाएंगे। रासबिहारी ने कहा कि पत्रकारिता में अब व्यापारी और अपराधिक लोग घुस रहे हैं, जिससे पत्रकारिता बदनाम हो रही है। इन लोगों का पत्रकारिता मिशन नहीं है बल्कि ये लोग ब्लैकमेलिंग में लगे रहते हैं ऐसे लोग खूब गिरफ्तार भी हो रहे हैं। मिशन पत्रकारिता और अपने हकों के लिये पत्रकारों को एकजुट होकर संघर्ष करना होगा। बैठक में पत्रकारिता को बदनाम करने वाले लोगों पर लगाम लगाने के लिये राष्ट्रीय स्तर पर कानून बनाने और फर्जी पत्रकारों को रोकने के लिए नेशनल रजिस्ट्रर ऑफ जर्नलिस्टस बनाने का प्रस्ताव पारित किया गया।
बैठक में दौसा अधिवेशन के सफल आयोजन के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष रास बिहारी और राष्ट्रीय महासचिव प्रसन्ना मोहंती ने जार राजस्थान टीम का आभार जताया। जर्नलिस्टस एसोसिएशन ऑफ राजस्थान (जार) के प्रदेश अध्यक्ष राकेश कुमार शर्मा ने बताया कि इस मौके पर यूनियन की स्मारिका जार पत्रिका व जार संवाद उदयपुर का विमोचन किया गया। इस मौके पर एक पोस्टर का भी विमोचन किया।
सुबह के सत्र के बाद पत्रकारों को सिकंदरा के स्टोन व्यवसाय का अवलोकन करवाया। बाद में मेहंदीपुर बालाजी के दर्शन किए और प्रसादी ग्रहण की। मेहंदीपुर बालाजी मंदिर ट्रस्ट के पदाधिकारी विशाल गोस्वामी महाराज ने पत्रकारों को बालाजी महाराज की महिमा के बारे में बताया। इस मौके पर बालाजी महाराज के इतिहास व जन कल्याणकारी कार्यों की पुस्तिका व प्रसाद भेंट किया। बैठक में आने वाले सभी पत्रकारों को जार की तरफ से स्मृति चिन्ह, साहित्य फोल्डर और बैग भेंट किए गए।
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