राजस्थान , कोटपुतली -पूर्व महिला आयोग अध्यक्षाएं, डॉ. पवन सुराना व लाड कुमारी जैन जयपुर के नेतृत्व में 250 से अधिक महिलाओं ने प्रदर्शन में भाग लिया I CPI(M) की सुमित्रा चोपडा ने इस प्रदर्शन को चलाया I उनका कहना था की "50 दिन से चल रहे दिल्ली के चारो ओर, 12 लाख से अधिक किसानों का धरना के समर्थन में अब महिलाऐं भी वहां पहुँच रही हैं I एक ही आवाज़ है सभी की की जन विरोधी, किसान विरोधी तीनों कृषि कानून को मोदी सरकार वापिस ले I लेकिन सरकार किसानों को देखना ही नहीं चाहती I
अपने संबोधन में डॉ. लाड कुमारी जैन ने कहा, की अफ़सोस है की नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में बनी भारत सरकार, पूर्ण रूप से इस आन्दोलन को अनदेखी कर रही है I संवेदनहीनता सरकार की इस कदर, की ठण्ड में 70 से अधिक किसानो के मौत के बावजूद सरकार किसानों की मांगों को मानने के लिए राज़ी नहीं हो रही है, यह क्या घमंड है, उन्होंने पुछा I डॉ पवन सुराना ने कहा की महिला किसान सबसे ज्यादा बोझा अपने कंधे पर रख कर घर का, जानवर का, बच्चों का, और खेती - किसानी का काम करती है, इसीलिए ये महिला किसान दिवस को सफल बनाना होगा I
सभी को सम्बोदिथ करते हुए ममता जेटली ने कहा की जब किसानों का एक ने कहा की जब ही गंतव्य है की तीनों कृषि कानून सरकार वापस ले तो सरकार बार बार कानून में संशोधन की क्यूँ बात कर रही है , महिला आन्दोलन भी किसान आन्दोलन के साथ है, उन्होंने कहा I
समता ज्ञान मंच और CES की तरफ से कोमल श्रीवास्तव ने कहा की यह लड़ाई सिर्फ किसानो की नहीं है, ये जनता के हित की लड़ाई है, लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई है और खेती किसानी के बचाने की लड़ाई है और सभी को जुड़ना चाहिए I
ऐडवा की कविता शर्मा ने कहा की 18 जनवरी 2021 का महिला किसान दिवस पर दिल्ली के सभी सरहदों पर - सिंघु, टिकरी, गाज़ीपुर, शाहजहांपुर, पलवल आदि पर महिलाओं को कूच करना है I उन्होंने आमेर से आई, किसान महिलाएं और मजदूर महिलाओं के लिए कहा की अगर आज मजदूर और किसान साथ नहीं खड़ा होगा तो मजदूर को अपना राशन कहाँ से मिलेगा I
गुरुद्वारे राम गढ़ मोड़ से आई डॉ पुष्मेन्द्र कौर ने बताया की सिर्फ लड़ाई खेती के कॉरपोरेटीकरण का सवाल नहीं है, मोदी सरकार रेल, फ़ोन सेवा, बैंक सभी का निजीकरण कर देश को बर्बाद कर रही है I इनके अलावा नेशनल मुस्लिम वीमेन वेलफेयर सोसाइटी से निशात हुसैन, राजस्थान महिला कामगार यूनियन की बसना चक्रवर्ती, बगरू मजदूर यूनियन से सुमन भट्टा बस्ती से सईदा, ऐपवा से शकुंतला, महिला नेत्री शबीना व NFIW की सुनीता ने भी सभा को संबोधित किया I बैठक में सभी लोग 70 किसानों की शहादत में दो मिनट का मौन रखा और फिर मानव श्रंखला बना कर बैठक समाप्त किया I
बड़ी संख्या में जयपुर से महिलाऐं शाहजहांपुर से महिलाएं पहुचेंगी I कोटपुतली के श्कुलाबास से 50 ट्रेक्टर महिलाओं द्वारा ड्राइव करते हुए कल बॉर्डर पहुचेंगी I जयपुर से जा रही महिलाएं उन्हें हरी झंडी देंगी I
ऐडवा की कविता शर्मा ने कहा की 18 जनवरी 2021 का महिला किसान दिवस पर दिल्ली के सभी सरहदों पर - सिंघु, टिकरी, गाज़ीपुर, शाहजहांपुर, पलवल आदि पर महिलाओं को कूच करना है I उन्होंने आमेर से आई, किसान महिलाएं और मजदूर महिलाओं के लिए कहा की अगर आज मजदूर और किसान साथ नहीं खड़ा होगा तो मजदूर को अपना राशन कहाँ से मिलेगा I
गुरुद्वारे राम गढ़ मोड़ से आई डॉ पुष्मेन्द्र कौर ने बताया की सिर्फ लड़ाई खेती के कॉरपोरेटीकरण का सवाल नहीं है, मोदी सरकार रेल, फ़ोन सेवा, बैंक सभी का निजीकरण कर देश को बर्बाद कर रही है I इनके अलावा नेशनल मुस्लिम वीमेन वेलफेयर सोसाइटी से निशात हुसैन, राजस्थान महिला कामगार यूनियन की बसना चक्रवर्ती, बगरू मजदूर यूनियन से सुमन भट्टा बस्ती से सईदा, ऐपवा से शकुंतला, महिला नेत्री शबीना व NFIW की सुनीता ने भी सभा को संबोधित किया I बैठक में सभी लोग 70 किसानों की शहादत में दो मिनट का मौन रखा और फिर मानव श्रंखला बना कर बैठक समाप्त किया I
बड़ी संख्या में जयपुर से महिलाऐं शाहजहांपुर से महिलाएं पहुचेंगी I कोटपुतली के श्कुलाबास से 50 ट्रेक्टर महिलाओं द्वारा ड्राइव करते हुए कल बॉर्डर पहुचेंगी I जयपुर से जा रही महिलाएं उन्हें हरी झंडी देंगी I
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