० नूरुद्दीन अंसारी ०
नयी दिल्ली-वेलफेयर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. सैयद क़ासिम रसूल इलयास ने मध्य प्रदेश के कई जिलों, मंदसौर, अज्जैन और इंदौर में दक्षिणपंथी हिंदू तत्वों द्वारा मुसलमानों के ख़िलाफ़ तोड़-फोड़ और गुंडागर्दी पर गंभीर चिंता व्यक्त की। डॉ. इलयास ने कहा चरमपंथी तत्वों ने अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए धन उगाही के अभियान के दौरान न केवल मुसलमानों के जान व माल पर हमले किये, उनके घरों को नष्ट किया, बल्कि मस्जिदों को भी विध्वंस का निशाना बनाया।
उन्होंने पुलिस की भूमिका की भी कड़ी निंदा की, जो तबाही के दौरान मूक दर्शक बनी रही। उन्होंने गोदी मीडिया की भी आलोचना की, जिसने इस घटना की रिपोर्ट करने की भी जहमत न उठाई।
डॉ. इलयास ने कहा कि अतिवादी हिंदू तत्वों को वास्तव में अल्पसंख्यकों के प्रति भाजपा सरकारों के रवैये से शह मिलती रही है। उन्हें यह एहसास है कि वे चाहे कुछ भी करें, उनका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता। यह भाजपा के असहिष्णु हिंदू राष्ट्र की उभरती हुई छवि है जो भारत के संविधान, समाजवाद, धर्मनिरपेक्षता और लोकतंत्र के मूल्यों के साथ सीधे टकराती है।
उन्होंने मांग की कि इन दुखद घटनाओं की उच्च न्यायालय के न्यायाधीश द्वारा जांच करायी जाए, आरोपियों के खिलाफ अभियोग लगाया जाए और मस्जिदों, घरों और अन्य इमारतों को जो क्षति पहुंची है तो सरकार फिर से उन्हें बनवाए या उसका भरपूर मुआवजा दे । भविष्य में, इन तत्वों को मुस्लिम क्षेत्रों में ऐसी रैलियों निकालने की अनुमति नहीं दी जाए।
डॉ. इलयास ने मांग की कि मध्य प्रदेश सरकार विलम्ब धार्मिक पर राष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता विधेयक 2020 को तुरंत वापस ले, जो वास्तव में अल्पसंख्यकों के खिलाफ संघर्ष और नफरत का माहौल बनाने का एक बड़ा कारण है।
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