सुबह किसानों के साथ तीनों कानून पर विस्तार से चर्चा करके मेरठ हेतु प्रस्थान किया। मेरठ में डॉ मेजर हिमांशु जी ,इब्राहम खान, राजकुमार सागवान, पारस प्रताप सिंह, नितेंद्र चौधरी, संतोष, रबी, मेहताब, कुलदीप त्यागी, रेनो आदि लगभग सैकड़ों साथियों के साथ यात्रा मार्च निकाला और, सुभाष चन्द्र बोस जी, चौधरी चरण सिंह जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। इसके बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पहुंची। प्रेस कॉन्फ्रेंस में जलपुरुष राजेन्द्र जी ने कहा कि यह यात्रा देशभर में छ: दलों में चल रही है। पहला दल - राजधानी परिक्षेत्र में चल रही है, दूसरा - राजस्थान के करौली, धौलपुर, सबाई माधोपुर, तीसरी तमिनाडु , चौथी कर्नाटक, पांचवीं महाराष्ट्र, छटवां आंध्रप्रदेश। ये यात्राएं किसानी में गुलामी लाने वाले इन तीनों कानूनों को रद्द करने हेतु चेतना जगाने का काम कर रही है।
ये कानून मूल रूप से बड़े व्यापारिक घरानों के हितो को ध्यान में रखकर बनाए गए है। यह कानून गैर संविधानिक ढंग से सरकार द्वारा लाया गया है। यह सिर्फ दो और दो के फायदे के लिए है। इससे किसानी, जवानी और पानी को बर्बाद हो जाएगी। आज पूरा किसान अहिंसात्मक आंदोलन कर रहे है। सरकार को उनको सुनना चाहिए" इसके बाद यात्रा हापुर उत्तरप्रदेश, प्रेस कॉन्फ्रेंस में पहुंची।
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