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राष्ट्रीय स्तर का "अम्बेडकर युवा उद्यमी लीग 2022 ( एवाईई लीग )" आयोजित

० योगेश भट्ट ० 

नई दिल्ली : आईएफसीआई वेंचर कैपिटल फंड्स लिमिटेड (आईएफसीआई वेंचर) और आईएफसीआई लिमिटेड ने दलित इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (डिक्की) के साथ अनुसूचित जाति के युवा उद्यमियों को प्रोत्साहित और सम्मानित करने तथा अनुसूचित जाति समुदाय में उद्यमिता को और अधिक बढ़ावा देने के लिए अम्बेडकर जयंती के अवसर पर डॉ अंबेडकर इंटरनेशनल सेन्टर, दिल्ली में एक राष्ट्रीय स्तर का कार्यक्रम "अम्बेडकर युवा उद्यमी लीग 2022 ( एवाईई लीग )" आयोजित किया।
इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार ने समारोह की शोभा बढ़ाई। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार में सचिव, आर सुब्रमण्यम भी इस आयोजन में उपस्थित थे। प्रारंभ में,  मनोज मित्तल, अध्यक्ष, आईएफसीआई वेंचर और प्रबन्ध निदेशक व मुख्य कार्यकारी अधिकारी, आईएफसीआई लिमिटेड ने केंद्रीय मंत्री का स्वागत किया। मित्तल ने सभा को संबोधित करते हुए अनुसूचित जातियों के लिए भारत सरकार के उद्यम पूंजी कोष (वीसीएफ-एससी) और अंबेडकर सोशल इनोवेशन इनक्यूबेशन मिशन (आसिम)की भूमिका पर जोर दिया, जो अनुसूचित जाति के उद्यमियों को मुख्यधारा में लाने में वीसीएफ-एससी के अधीन एक पहल है। आईएफसीआई लिमिटेड की सहायक कंपनी आईएफसीआई वेंचर इस फंड के प्रबंधन में सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय (एमओएसजेई) के साथ साझेदारी कर रही है।

अनुसूचित जातियों के लिए वेंचर कैपिटल फंड (वीसीएफ-एससी) एमओएसजीई द्वारा शुरू की गई एक योजना है , जिसके अधीन अनुसूचित जाति के उद्यमियों द्वारा प्रवर्तित उद्यमों को रियायती वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है । अब तक, आईएफसीआई वेंचर द्वारा प्रबंधित इस फंड ने अनुसूचित जाति के उद्यमियों द्वारा प्रवर्तित 150 से अधिक कंपनियों को वित्तीय सहयोग किया है और ऐसा करना अभी भी जारी रखा है। प्रौद्योगिकी आधारित इनक्यूबेटर (टीबीआई) व्यवसाय से जुड़े उद्यमियों सहित, अनुसूचित जाति समुदाय के प्रतिभाशाली युवाओं के बीच उद्यमिता को और बढ़ावा देने के लिए, एमओएसजीई ने 30 सितंबर, 2020 को वीसीएफ-एससी के तत्वावधान में अम्बेडकर सोशल इनोवेशन एंड इनक्यूबेशन मिशन (आसिम) का प्रारम्भ किया किया। असीम के अधीन, अनुसूचित जाति के युवाओं द्वारा प्रवर्तित कंपनियों को टीबीआई में उनके नवोन्मेषी कार्यों से जुड़ी कम्पनियों की लागत को पूरा करने के लिए तीन साल की अवधि में 30 लाख रुपए (10 लाख रुपए प्रतिवर्ष) की वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है।

नवोन्मेषी कारोबारिक विचारों के साथ समर्थन योग्य अनुसूचित जाति के युवाओं की पहचान के लिए, आईएफसीआई वेंचर ने दलित इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (डिक्की) के समन्वय और 8 आईआईटी और 2 आईआईएम की भागीदारी के साथ, अनुसूचित जाति के युवाओं के लिए एक राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता एवाईई लीग का आयोजन किया। विजेताओं की पहचान करने के लिए अपनाई गई सुदृढ़ और मजबूत मूल्यांकन प्रक्रिया की निगरानी और लेखा-परीक्षा एमडीआई गुड़गांव, नॉलेज पार्टनर द्वारा की गई ।

एवाईई लीग में निम्नलिखित शामिल थेः § राष्ट्र के अनुसूचित जाति के युवाओं द्वारा पोषित सबसे नवोन्मेषी विचारों को बढ़ावा देने के लिए, विजेताओं को वित्तीय सहायता के रूप में 30 लाख रुपये की सैद्धांतिक मंजूरी के साथ, एक राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता § अनुसूचित जाति उद्यमिता का समर्थन करने वाले सर्वश्रेष्ठ बैंकों और वित्तीय संस्थानों को सम्मान§ 9 श्रेणियों में विद्यमान व्यवसायों के साथ अनुसूचित जाति उद्यमियों की उपलब्धियों की राष्ट्रीय स्तर की मान्यता। इस फ्लैगशिप आयोजन की प्रतिक्रिया बहुत अच्छी रही । अनुसूचित जाति के युवाओं को सम्मान देने वाली पहली श्रेणी में 1000 से अधिक नवोन्मेषी कारोबारिक विचारों के आवेदन प्राप्त हुए थे। ये विभिन्न स्टेजों में एक सुदृढ़ मूल्यांकन प्रक्रिया से गुजरे। 229 आवेदकों ने स्क्रीनिंग प्रक्रिया के स्टेज 2 में प्रवेश किया, जिसका मूल्यांकन एक प्रतिष्ठित ज्यूरी द्वारा किया गया। प्रक्रिया का स्टेज 2 भारत के 10 प्रमुख शहरों में आयोजित किया गया था। 

इसके बाद, आईएफसीआई वेंचर की स्क्रीनिंग और निवेश समिति द्वारा मूल्यांकन के लिए 86 सबसे नवोन्मेषी कारोबारिक विचारों का चयन किया गया, जिसका समापन 67 विजेताओं की घोषणा के साथ हुआ। आयोजन के दौरान, हमारे देश के कोने-कोने से इन अनुसूचित जाति के उद्यमियों को उनके नवोन्मेषी विचारों के लिए सम्मानित किया गया और उनके विचारों को आगे बढ़ाने के लिए 30 लाख रुपये तक के वित्त पोषण के लिए सैद्धांतिक मंजूरी दी गई। इसके अतिरिक्त, पहले से स्थापित अनुसूचित जाति के उद्यमियों के व्यवसायों की व्यावसायिक उत्कृष्टता को मान्यता देने वाली श्रेणी में, 1450 से अधिक आवेदन प्राप्त हुए थे। ये हमारे नॉलेज पार्टनर द्वारा डिजाइन की गई एक समान सुदृढ़ मूल्यांकन प्रक्रिया से गुजरे हैं। स्टेज 2 में 72 आवेदन पहुंचे, जिनका मूल्यांकन एक प्रतिष्ठित जूरी ने किया। इसके बाद, 20 विजेताओं को उनकी सफलता और व्यवसाय में उत्कृष्टता के लिए कार्यक्रम में सम्मानित किया गया।

उन संस्थाओं/बैंकों को भी इस आयोजन में सम्मानित किया गया, जिन्होंने अनुसूचित जाति के उद्यमियों का महत्वपूर्ण सहयोग किया है। तीन सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक अर्थात केनरा बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, बैंक ऑफ इंडिया और एक निजी क्षेत्र के बैंक जन स्मॉल फाइनेंस बैंक को इसके लिए सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम के दौरान एक पोर्टल www.aye-mentor.in भी लॉन्च किया गया। यह पोर्टल 'अपनी तरह का पहला' डिजिटल एप्लिकेशन है जो पूरी तरह से अनुसूचित जाति के उद्यमियों का सहयोग करने के लिए डिज़ाइन किया गया है जो अपनी उद्यमशीलता की यात्रा की शुरुआत में हैं और यह पोर्टल उन्हें प्रासंगिक सलाहकारों को आसानी से पहचानने और नेटवर्किंग करने में सहायता करते हैं जो पहले से अनुभवी हैं और विचारों को वास्तविकता में बदलने में विशेषज्ञता रखते हैं। पहले 1000 पंजीकरण मुफ्त मेंटरशिप घंटों के साथ प्रदान किए जाएंगे।

सचिव, एमओएसजेई ने कहा कि सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास ही वह दिशानिर्देश रहा है जिस पर सरकार ने अनुसूचित जाति और अन्य उपेक्षित वर्गों के कल्याण के लिए कई कार्यक्रम शुरू किए हैं, ताकि वे नौकरी चाहने वाले नहीं बल्कि नौकरी देने वाले बनें। आईएफसीआई वेंचर कैपिटल फंड्स लिमिटेड ने देश भर में उपेक्षित युवाओं के बीच यह संदेश देने के लिए बहुत काम किया है।
डिक्की के संस्थापक अध्यक्ष डॉ. मिलिंद कांबले ने कहा कि यह एक अनूठी पहल है और सकारात्मक दिशा में एक कदम है। इस तरह की सोच के साथ दलित युवाओं के नवोन्मेषण को प्रोत्साहित करने से बहुत से इच्छुक युवा अपना खुद का व्यवसाय स्थापित करने की ओर आकर्षित होंगे।

डॉ वीरेंद्र कुमार, केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री ने कार्यक्रम में युवा एससी उद्यमियों के ऐसे जुनून और सफलता को देखकर अपनी खुशी साझा की और लोगों से उनसे प्रेरणा लेने की अपील की। भारत आत्मानिर्भर होने की राह पर है और इस आयोजन ने अधिक उद्यमियों को प्रोत्साहित करने और सही मायने में प्रधानमंत्री मोदी के 'आत्मनिर्भर भारत' के सपने का समर्थन करने के लिए समाज में विश्वास जगाया है। आने वाले समय में सरकार मजबूत मेंटरशिप और मौद्रिक समर्थन के जरिए ऐसे उद्यमियों की संख्या बढ़ाने की योजना बना रही है। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति के लाखों युवाओं और उद्यमियों का समर्थन करने के लिए मेँ आईएफसीआई लिमिटेड, आईएफसीआई वेंचर और डिक्की को हार्दिक बधाई देता हूँ।

इस कार्यक्रम में देश के विभिन्न हिस्सों से अनुसूचित जाति के युवाओं, स्थापित अनुसूचित जाति उद्यमियों और बैंकों व एनबीएफसी के वरिष्ठ अधिकारियों तथा वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों सहित 1000 से अधिक स्टेकहोल्डर्स ने भाग लिया। हमारा मानना है कि यह सम्मान अनुसूचित जाति के लाखों युवाओं और उद्यमियों को न केवल मुख्यधारा में आने में मदद करेगा बल्कि उन्हें बड़े सपने देखने और उनकी आकांक्षाओं को पूरा करने में भी मदद करेगा। यह सभी संबंधित स्टेकहोल्डर्स के सामने इस दिशा में उठाया गया एक छोटा सा कदम है।
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