० योगेश भट्ट ०
नई दिल्ली : राजकमल ऑनलाइन बुक फेयर में पुस्तक प्रेमी बढ़ चढ़कर शिरकत रहे हैं। राजकमल प्रकाशन समूह ने इस ऑनलाइन पुस्तक मेले का आयोजन ऐसे समय किया है जब कोरोना के प्रसार की आशंकाओं के बीच 8 जनवरी से होने वाला दिल्ली पुस्तक मेला स्थगित कर दिया गया। इससे तमाम पुस्तक प्रेमियों के बीच निराशा का माहौल था जिसको राजकमल प्रकाशन समूह ने अपनी इस पहल से दूर करने का प्रयास किया है। यह पहला मौक़ा है जब एक प्रकाशन समूह ने ऑनलाइन पुस्तक मेले का आयोजन किया है। यह ऑनलाइन पुस्तक मेला पारम्परिक पुस्तक मेलों से इस मामले में अनूठा है कि अबतक किसी भी मेले में पुस्तक प्रेमियों को खुद जाना पड़ता था लेकिन राजकमल प्रकाशन समूह ने इस पहल से पुस्तक मेले को हरेक पाठक तक पहुँचा दिया है
राजकमल ऑनलाइन बुक फेयर के प्रति पाठकों के अभूतपूर्व उत्साह पर समूह के सीईओ आमोद महेश्वरी ने कहा कि पाठकों का यह उत्साह अभिभूत करने वाला है। उन्होंने कहा, “राजकमल ऑनलाइन बुक फेयर का तमाम लोगों ने बड़े उत्साह से स्वागत किया है। मौजूदा कोरोना काल में, दिल्ली विश्व पुस्तक मेला स्थगित होने से पुस्तक प्रेमियों के बीच निराशा फैली थी। ऐसे में उनके लिए एक वैकल्पिक मंच तैयार करना हमने जरूरी समझा। खुशी है कि हमारा यह प्रयास सभी को अच्छा लग रहा है और वे राजकमल ऑनलाइन बुक फेयर मे विभिन्न लेखकों की रचनावलियाँ और राजकमल गौरवग्रंथ ( विश्व क्लासिक) शृंखला की किताबें भी पाठकों को अपनी ओर आकर्षित कर रही हैं।
इस मेले में लोग राजकमल की प्रतिनिधि कहानियाँ, प्रतिनिधि कविताएं और प्रतिनिधि व्यंग्य जैसी पुस्तक शृंखला को भी काफी पसंद कर रहे हैं जिनमें नागार्जुन, मंगलेश डबराल ,अरुण कमल , हरिशंकर परसाई, राजेन्द्र यादव, मृदुला गर्ग, आदि समेत दर्जनों महत्वपूर्ण रचनाकारों की किताबें शामिल हैं।
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