० योगेश भट्ट ०
नयी दिल्ली : एचयूएल के हॉर्लिक्स वूमैंस प्लस ने महिलाओं के बीच हड्डियों की सेहत एवं विटामिन डी की कमी के बारे में जागरुकता बढ़ाने के लिए हाल ही में अपोलो क्लिनिक्स के साथ एक माह लंबा अभियान लॉन्च किया है। ये दोनों ब्रांड मिलकर हड्डियों के स्वास्थ्य के बारे में जागरुकता बढ़ा रहे हैं ताकि सही पोषण, शारीरिक व्यायाम, और नियमित जाँच के बारे में महिलाओं को प्रोत्साहित किया जा सके।
इस अभियान में हॉर्लिक्स वूमैन प्लस और अपोलो क्लिनिक्स ने 30 साल से अधिक उम्र की सभी महिलाओं में विटामिन डी की निशुल्क जाँच के लिए साझेदारी की है। यह जाँच इस माह हैदराबाद, दिल्ली, मुंबई, पुणे, कोलकाता, बैंगलुरू, और चेन्नई में अपोलो क्लिनिक्स पर जाएगी। इस जाँच के साथ डॉक्टर का निशुल्क परामर्श भी दिया जाएगा।
भारत में 10 में से 9 महिलाओं में विटामिन डी की कमी है। 30 साल की उम्र के बाद, हड्डियों का घनत्व कम होने लगता है । यह नियमित गतिविधियों में होने वाले दर्द व पीड़ा के रूप में सामने आता है। आपको लंबे समय तक खड़े रहने, घुटनों को मोड़ने, या फिर भारी सामान उठाने पर परेशानी होती है। यदि समय पर इसकी रोकथाम के उपाय न किए जाएं, तो वृद्धावस्था में मसकुलोस्केलेटल पीड़ा, हड्डी टूटने का खतरा व ओस्टियोपोरोसिस का जोखिम रहता है। विटामिन डी आपकी हड्डियों द्वारा कैल्शियम का अवशोषण करने के लिए जरूरी है,
लेकिन दुर्भाग्य से भारत में विटामिन डी की कमी के साथ इस बारे में जागरुकता भी बहुत कम है। एक संतुलित आहार, नियमित शारीरिक व्यायाम, और हड्डियों के पोषण के लिए जरूरी चीजें जैसे प्रोटीन, मैग्नीशियम, कैल्शियम, विटामिन के2 और विटामिन डी का लिया जाना हड्डियों का स्वास्थ्य बनाए रखने के लिए आवश्यक हैं।
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