० योगेश भट्ट ०
नयी दिल्ली - करीब एक महीने से भी ज्यादा समय से कृष्णा पुरी मंडावली क्षेत्र में डाकखाने वाली गली नंबर एक ए, मलिक कॉम्प्लेक्स बिल्डिंग के निकट शराब ठेका खोले जाने के विरोध में यहां के स्थानीय निवासियों का धरना प्रदर्शन चल रहा है। आज कल पड़ रही हड्डियां कंपाने वाली ठंड के बीच महिलाएं अपने छोटे छोटे बच्चों को गोद मे लिए धरने पर बैठी है, लेकिन एक महीने बाद भी दिल्ली सरकार के अधिकारियों के कान पर जूं तक नहीं रेंगी है। इस क्षेत्र के निवासियों विशेषकर महिलाओ का कहना है की शराब ठेका खुलने से इस क्षेत्र की महिलाओं और लड़कियों का घर से बाहर निकलना मुश्किल हो जाएगा और यहां की शांतिपूर्ण व्यवस्था भंग हो जाएगी,
इसमें कोई शक नहीं है। निवासियों का कहना है कि इस शराब ठेके को घनी आबादी के बीच, मंदिर के निकट खोला जाना किसी भी दृष्टि से उचित नहीं है। शराब ठेके के निकट ही बहुत से मुस्लिम परिवार भी रहते हैं जो नियमपूर्वक पांच वक्त की नमाज अदा किया करते है और ये शराब ठेका ऐसे धर्मनिष्ठ मुस्लिम परिवारों की अमन चैन की जिंदगी को बुरी तरह से प्रभावित करेगा इसमें कोई शक नहीं है। यह भी गौरतलब है कि एक बहुत ही संकरे प्वाइंट पर ये ठेका खोला जा रहा है, जहां पर अक्सर जाम की स्तिथि बन जाती है। ठेका खोले जाने से शराब खरीदने वाले अपने वहां अपने वाहन पार्क किया करेंगे और वहां न केवल परमानेंट जाम
के हालात बनेंगे बल्कि निशचित तौर पर रोजाना लड़ाई झगड़े होंगे। निवासियों का यह भी कहना है कि जहां एक तरफ केंद्र और दिल्ली राज्य सरकारें लड़कियों और महिलाओं के लिए विशेष सुविधाओं और सम्मान की बात करती है वहीं दूसरी तरफ महिलाओं और लड़कियों के मान सम्मान के लिए गंभीर खतरे के रूप मे इस रिहायशी कॉलोनी में शराब के ठेके खोल कर उनके साथ खिलवाड़ कर रही है। निवासियों की मांग है कि शराब ठेके को तुरंत ही रद्द किया जाय।
एक टिप्पणी भेजें