जयपुर: हेल्थ और वेलनेस सिर्फ फ़िज़िकल फिट होना नहीं है, आपकी मेंटल वेलनेस के साथ आपकी फाइनेंशियल वेलनेस भी जरूरी है, आपके काम करने के लिए एक मेंटली हेल्दी वर्क प्लेस भी होना चाहिए, डायबिटीज़ को कैसे रिवर्स किया जा सकता है और साथ ही कैंसर को किस तरह समय पर इलाज शुरू कर खत्म किया जा सकता है, जीवन में हास्य आपके स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है जैसी बातों के नाम वर्ल्ड हेल्थ एंड वेलनेस फेस्ट का दूसरा दिन रहा। वर्ल्ड हेल्थ एंड वेलनेस फेस्टिवल के इस पहले संस्करण ने एक स्वस्थ और बेहतर कल को प्राप्त करने की दिशा में एक मजबूत नींव रखा है।
तीन दिन के इस इवेंट के दूसरे दिन भी कई जानी-मानी हस्ति आईं जिन्होंने दर्शकों का ध्यान खींचने और हेल्थ और वेलबीइंग पर महत्वपूर्ण जानकारी देने हेतु कुछ सुझाव और असल जिदंगी के उदाहरण साझा किए। सही अर्थों में दिन की शुरुआत योगऋषि विश्वकेतु के हाथों उद्घाटन के साथ हुई जो प्रतिभागियों के साथ सुबह योग सत्र में शामिल हुए। योग सत्र के बाद लूलू बरटन ने विम हॉफ सत्र की शुरूआत की जिसमें उन्होंने प्रसिद्ध विम हॉफ विधि के बारे में बताया। इस सत्र में विम हॉफ विधि के तीन पिलर यानि कि ब्रीदिंग, कोल्ड थेरेपी और शरीर के साथ गहराई से जुड़ने में सहायता के लिए कमिटमेंट के बारे में बताया।
जी बिज़नेस के एडिटर अनिल सिंघवी ने फाइनेंसियल वेलबीइंग पर अपने अनुभव और विचार साझा किए। फाइनेंसियल वेलबीइंग एक हेल्दी और फिट लाइफ की नींव है और इस सत्र में बताया गया कि किस तरह से जीवन में अनुशासित रहने और अपने जोखिमों को कम करने के साथ ही वेल्थ की मदद से भी हेल्थ को अच्छा रखा जा सकता है। जाने-माने हास्य कवि और लेखक संजय झाला ने यह दिखाया कि किस तरह से हंसी एक अच्छे हेल्थ की चाभी है। उनके चुटकुलों और हास्य कविताओं के कारण हँसी और ठहाकों से पूरा इवेंट वैन्यू गूँज उठा क्योंकि उन्होंने हंसी-हंसी में ही जीवन में खुश रहने के लिए सरल जीवन के गुर बता दिए। डब्ल्यूएचडब्ल्यूएफ में आयोजित हास्य या स्वास्थ्य और फाइनेंसियल वेलबीइंग से संबंधित इन सत्रों में काफी संख्या में लोग आए।
मेडिकल विषय पर ही आयोजित इनोवेशन इन अफोर्डेबल मेडिकल टेक्नोलॉजी को भी वहां मौजूद सभी लोगों ने बहुत पसंद किया। सत्र का संचालन श्री मोहन उत्तरवार ने किया, जिनकी महाराष्ट्र के यवतमाल जिले के एक दूर-दराज इलाके से अमेरिका के सिलिकॉन वैली तक के सफर को जानना सभी के लिए काफी रोचक रहा। आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस और मेडिकल टेक्नोलॉजी के सही मेल के साथ, मोहन जी ने कैंसर, सिकल सेल एनीमिया, मलेरिया थैलेसीमिया जैसी खतरनाक बीमारियों से बचाव के लिए कई नई खोज की जिसमें 8 मिनट के भीतर 98% सटीकता के साथ आरटीपीसीआर टेस्ट भी शामिल है। ये मेडिकल सुविधाएं अब दुनिया में हर किसी के लिए उपलब्ध हैं।
आज नेत्रपाल सिंह, सीईओ, आदित्य बिड़ला हाउसिंग फाइनेंस और अजय डाटा, एमडी के साथ मेंटली हेल्दी वर्कप्लेस पर एक और आकर्षक पैनल चर्चा सत्र का आयोजन किया गया जिन्होंने इस सत्र में पैनलिस्ट के तौर पर भाग लिया। इस महामारी के समय में जहां वर्क फ्रॉम होम काम करने का एक नया तरीका बन गया है, इसको सही तरह से संभालने के कारण लोगों के मानसिक और शारीरिक सेहत पर बुरा असर पड़ा है। लेकिन पैनलिस्टों ने इस पूरी धारणा को नकार दिया और बताया कि असल में काम का सेहत पर बुरा असर पड़ता है यह बात केवल हमारे दिमाग की ऊपज है। मेंटली फिट इंसान किसी भी चुनौती का सामना कर सकता है और काफी हद तक तनाव को संभाल सकता है। इस चर्चा में उन बेहतर प्रेक्टिसों के बारे में बताया गया जिसे अपनाकर कंपनियां अपने संगठन में काम कर रहे लोगों का तनाव कम कर सकती है और किस तरह से कर्मचारियों को इससे फायदा हो सकता है। महामारी के बाद के समय में, हर एक इंसान को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा है और काम और जीवन के बीच एक बेहतर संतुलन न केवल इंसान को बेहतर प्रदर्शन करने में मदद करता है बल्कि संगठन को एक मेल-जोल वाला माहौल बनाने में भी मदद करता है।
दिन की शुरूआत नरेन बक्शी, और सुनील शर्मा द्वारा हेल्थ हीरोज पर एक दिलचस्प सत्र के साथ हुई थी। इस सत्र में यह बताया गया कि कैसे नरेन बक्शी जी ने 78 साल के इस उम्र में भी अपने लाइफ स्टाइल में मामूली बदलाव कर संकल्प और दृढ़ता के साथ डायबिटीज और अन्य बीमारियों को मात दी। उन्होंने यह लक्ष्य केवल एक साल के भीतर पूरा किया और अब बहुत ही आराम से चढ़ाई और ट्रैकिंग जैसे काम कर सकते हैं। इसी विषय पर आयोजित डायबिटीज रिवर्सल – ए ट्रूथ ऑर मिथ? सत्र ने काफी लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचा। इस सत्र में डॉ प्रमोद त्रिपाठी – फ्रीडम फ्रॉम डायबिटीज (पुणे), डॉ रूपा शाह - सर्किलओहेल्थ (मुंबई), डॉ मल्हार गनाला (मुंबई), डॉ सुनील दंड (जयपुर) और डॉ विजय कपूर (जयपुर) ने यह दिखाया कि कैसे डायबिटीज एक साइलेंट किलर है और कैसे यह धीरे-धीरे इंसान के दिमाग और शरीर को नुकसान पहुंचाता जाता है, लेकिन डॉ. प्रमिला संजय जिनका एचबीए1सी लेवल 11.6 था, ने केवल डायबिटीज रिवर्सल प्रोग्राम की सहायता से इसे 6.0 पर ले आई।
पेट के कैंसर पर आयोजित इस सत्र में इस बात पर की जानकारी दी गई कि शुरूआती स्टेज में इस बीमारी का पता कैसे लगाया जा सकता है और यहां तक कि इससे पूरी तरह से बचने के उपाय भी बताए गए। पेट का कैंसर पेट, लीवर, बड़ी और छोटी आंत, पेनक्रियाज, गोलब्लैडर, इसाफगस और रेक्टम जैसे पाचन तंत्र के अंगों को नुकसान पहुंचाता है। इस सत्र का संचालन डॉ. संदीप जैन ने किया जो एक एब्डोमिनल कैंसर सर्जन और एब्डोमिनल कैंसर डे और एब्डोमिनल कैंसर ट्रस्ट के फाउंडर हैं और डॉ विन्सेंट यिप (रॉयल अस्पताल, लंदन), डॉ दीपंजन पांडा (दिल्ली-अपोलो अस्पताल), डॉ एसएस शर्मा (एसएमएस अस्पताल, जयपुर), डॉ अनुराग गोविल (एसडीएमएच) डॉ नरेश सोमानी (एचसीजी अस्पताल), और डॉ राम डागा पैनलिस्टों के रूप में शामिल थे। पेट का कैंसर आमतौर पर तब होता है जब पुराने सेल्स टूटते हैं और तेजी से बढ़ते हैं, जिसके कारण एक बड़ा ट्यूमर बन जाता है। सभी पैनलिस्ट इस बात पर सहमत थे कि इस भयानक बीमारी पर काबू पाने के लिए बहुत अधिक जागरूकता की जरूरत है।
डब्ल्यूएचडब्ल्यूएफ का आयोजन 17 से 19 दिसंबर को होटल क्लार्क्स आमेर, जयपुर में हो रहा है। इस तीन दिवसीय इवेंट को आयुष मंत्रालय के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है और इसका मुख्य उद्देश्य हेल्थ और वेलनेस और हॉलिस्टिक लीविंग के विस्तार, आधात्मिक शांति और एक बिना बाधा के जीवन की अवधारणा को बढ़ावा देना है। यह इवेंट इवेस्टर्स, इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स और ब्रांड लीडरों को एक साथ लाने और किस तरह से वेलनेस और वेलबीइंग का इस्तेमाल लंबे और बेहतर जीवन जीने के लिए किया जा सकता है और कॉर्पोरेशन, हेल्थकेयर संस्थान और ग्राहक किस प्रकार से दुनिया की स्वास्थ्य चुनौती में किस प्रकार एक बड़ी भूमिका निभा सकते हैं, इस पर लोगों के विचार जानने के लिए एक पहल है। दुनिया भर के प्रमुख हेल्थ और वेलबीइंग एक्सपर्टों के अलावा, 20 से अधिक देशों के प्रतिनिधि इस 3 दिवसीय कार्यक्रम में भाग ले रहे हैं जो अपने विचारों का आदान-प्रदान करेंगे और लोगों को नई हेल्थ और वेलबीइंग के अवसर प्रदान करने में सहयोग करेंगे।
19 दिसम्बर को इस इवेंट का आखिरी दिन है और अगर कल आयोजित होने वाले कार्यक्रमों की बात करें तो सुबह की शुरूआत योगऋषि विश्वकेतु जी के अखंड योग से होगी और उसके बाद लूल बरटन और लौरा हॉफ लोगों को विम हॉफ विधि सिखाएंगी और इन सत्रों का संचालन रोशनी राजाराम करेंगी। इसके बाद वेलनेस मंत्र सत्र में बीके शिवानी हमें वेलनेस मंत्र देंगी और इस सत्र का संचालन भी रोशनी राजाराम ही करेंगी। फिर आयुष – हेल्थ और वेलनेस सत्र में वैद्य राजेश कोटेचा हमें आयुष का महत्व समझाएंगे और इस सत्र का संचालन डॉ. प्रमिला संजय करेंगी। उसके बाद मिनी शर्मा लेकर आएंगी बैक टू नेचर सत्र जिसमें योग ऋषि विश्वकेतु, मारिएलेन वार्ड और मिस्टर एलेक्जेंडर स्पोग्लेर हमारे लिए प्रकृति का क्या महत्व है उस पर अपने विचार रखेंगे। लाइफ ऑफ एन अनकॉमन मेन सत्र में श्री अभिज्ञान प्रकाश शामिल होंगे और इसका संचालन श्री प्रवीण दत्ता करेंगे। दोपहर के समय होने वाले सत्रों की बात करें तो इसकी शुरूआत करेंट पेंडेमिक – डिफाइनिंग हेल्थ इन ए न्यू वे से होगी जिसमें डॉ अंकित बंसल, डॉ विकास गुप्ता, डॉ राहुल शर्मा, डॉ संजय चौधरी भाग लेंगे और इस सत्र का संचालन श्री अतुल जैन करेंगे।
इसके बाद वी एंड आवर फुड सत्र का आयोजन किया जाएगा जिसमें डॉ रेखा शर्मा, श्री गिरधर गोपाल, डॉ रूपराज भारद्वाज लोगों को फुड के महत्व के बारे में बताएंगे और इस सत्र का संचालन पंडित मुकेश भारद्वाज करेंगे। इसके बाद आयोजित होने वाला सत्र है बीटिंग द ऐज और इसमें आपके साथ होंगे श्री जगदीश चंद्रा जबकि सत्र का संचालन करेंगी रोशनी राजाराम। इतना बड़ा आयोजन हो रहा हो और हम अपने बच्चों को भूल जाएं ऐसा कभी हो सकता है। इसी पर डॉ. तरूण पटनी के नेतृत्व में चाइल्ड हेल्थ एंड वेलनेस इन करंट सीनेरियो सत्र का आयोजन किया जाएगा जिसमें डॉ. संजय आर्य और डॉ. अनिल अग्रवाल अपने विचार रखेंगे। अगला सत्र है ट्रू वेलनेस विथ माई सिटी माई होम जिसका संचालन श्री आनंद मिश्रा करेंगे और इसमें श्री अनूप बरतारिया शामिल होंगे। इस इवेंट का आखिरी सत्र होगा लेट्स टॉक अबाउट हर्ट हेल्थ इन 2022 (न्यूअर एडवांसमेंट्स) जिसका संचालन करेंगे डॉ. संजीव शर्मा और इसमें भाग लेंगे डॉ समीन के शर्मा, डॉ विजय पाठक, डॉ जी एल शर्मा। अंत में एक भव्य समापन समारोह के साथ इस विशाल आयोजन का समापन होगा।
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