जयपुर। अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद् का 16वाँ राष्ट्रीय सम्मेलन 20 दिसंबर को बिड़ला सभागार, जयपुर में आयोजित किया जा रहा है। अ भा आदिवासी विकास परिषद की स्थापना वर्ष 1968 में स्वर्गीय कार्तिक उरांव जो कि वर्तमान झारखण्ड के रहने वाले थे। परिषद् का उद्देश्य पूरे देश के आदिवासियों को एकजुट करना तथा आदिवासी सभ्यता एवं संस्कृति का संरक्षण करना और उनके संवैधानिक हितों की रक्षा करना है।
पूर्व में भी परिषद् ने राष्ट्रीय महत्व के कई महत्वपूर्ण कार्य किये हैं। वर्ष 1993 में दिल्ली राष्ट्रीय सम्मेलन परिषद की मांग थी कि ट्राइबल मंत्री को केबिनेट स्तर का मंत्री बनाया जाना चाहिए। परिषद् की मांग को स्वीकार करते हुए श्री पी.ए. सांगमा को प्रथम आदिवासी केबिनेट मंत्री बनाया गया। अ भा आदिवासी विकास परिषद की मांग पर ही जनजाति कार्य मंत्रालय व राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग की स्थापना की गई।
परिषद् के प्रदेश अध्यक्ष के सी घुमरिया (रि.आइएएस) ने बताया कि परिषद् ने शिक्षा के क्षेत्र में सराहनीय कार्य किया है और इसके द्वारा झारखण्ड, गुजरात व पश्चिम बंगाल में 3 महाविद्यालय, 38 माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालय तथा हजारों बालवाड़ी केंद्र संचालित किये जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि जयपुर अधिवेशन में आदिवासियों की ज्वलंत समस्याओं पर गहन चर्चा होगी जैसे वर्तमान समय में पूरे देश में आदिवासियों के हितों की रक्षा, आरक्षण, निजीकरण, शिक्षा, स्वास्थ्य, 5वीं अनुसूची की पालना, एक्ट तथा विकास के नाम पर विस्थापन सहित अन्य ज्वलंत मुद्दों पर दलगत राजनीति से उठकर एक गहन बौद्धिक चिंतन किया जाएगा।
परिषद् के प्रदेश अध्यक्ष के सी घुमरिया (रि.आइएएस) ने बताया कि परिषद् ने शिक्षा के क्षेत्र में सराहनीय कार्य किया है और इसके द्वारा झारखण्ड, गुजरात व पश्चिम बंगाल में 3 महाविद्यालय, 38 माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालय तथा हजारों बालवाड़ी केंद्र संचालित किये जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि जयपुर अधिवेशन में आदिवासियों की ज्वलंत समस्याओं पर गहन चर्चा होगी जैसे वर्तमान समय में पूरे देश में आदिवासियों के हितों की रक्षा, आरक्षण, निजीकरण, शिक्षा, स्वास्थ्य, 5वीं अनुसूची की पालना, एक्ट तथा विकास के नाम पर विस्थापन सहित अन्य ज्वलंत मुद्दों पर दलगत राजनीति से उठकर एक गहन बौद्धिक चिंतन किया जाएगा।
इस सम्मेलन में 1500 से अधिक आदिवासी भाग लेंगे। सम्मेलन का उद्घाटन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के द्वारा 20 दिसम्बर को किया जाएगा एवं समापन समारोह के मुख्य अतिथि केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते, इस्पात एवं ग्रामीण विकास राज्य मंत्री भारत सरकार होंगे। इसमें जनजाति के सांसद, मंत्री, विधायक एवं वरिष्ठ अधिकारी भाग लेंगे। परिषद के केंद्रीय कार्यकारिणी के अध्यक्ष सोमजी भाई डामोर, महासचिव अरविन्द जी नेताम, शंकरलाल बोडात सचिव बिरसा तिर्की, कार्यकारी अध्यक्ष मधुकर राव पिचड़ एवं अन्य राज्यों से लगभग 500 आदिवासी भाग लेंगे।प्रेस वार्ता में परिषद् के प्रदेश उपाध्यक्ष जगदीश मीणा.राष्ट्रीय सचिव शंकरलाल बोडात भी मोजूद थे .
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